आईडीएफ़सी दीर्घकालीन इंफ़्रास्ट्रक्चर बॉन्ड २०१० (IDFC Long Term Infrastructure Bond 2010)

इस बार के बजट भाषण में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने आयकर में लाभ की घोषणा की थी, धारा 80CCF के तहत २०,००० रुपयों तक का निवेश विशेष बुनियादी सुविधाओं वाले बॉन्ड में किया जा सकेगा।

इसकी आकर्षक बात यह है कि अभी तक की जाने वाली १,००,००० रुपयों की बचत के बाद ये बचत की जा सकती है।

कुछ समय पहले IFCI ने अपने बुनियादी सुविधाओं वाले बॉन्ड बाजार में उतारे थे। अब IDFC ने भी अपने बॉन्ड बाजार में लाने की घोषणा कर दी है। बॉन्ड बाजार में इस गुरुवार ३० सितम्बर २०१० से खुल रहे हैं जो कि सोमवार १८ अक्टूबर २०१० तक लिये जा सकेंगे। निवेशक को यह बॉन्ड खरीदने के लिये डीमैट एकाऊँट और पान (PAN)  होना जरुरी है।

आईडीएफ़सी इस सार्वजनिक निर्गम से लगभग ३,४०० करोड़ रुपये बाजार में बॉन्ड बेचेगी। इन बॉन्डों की परिपक्वता अवधि १० वर्ष की होगी और लॉक इन अवधि ५ वर्ष की होगी। निवेश करने के लिये चार विकल्प हैं –

१.  पहले वर्ग में ८% ब्याज प्रतिवर्ष, जिसे कि हर वर्ष निवेशक को दे दिया जायेगा।

२. दूसरे वर्ग में ८% ब्याज प्रतिवर्ष तो दिया जायेगा, पर ब्याज वापिस से निवेश हो जायेगा, याने कि चक्रवृद्धि ब्याज।

३. तीसरे वर्ग में ७.५% ब्याज प्रतिवर्ष देय  होगा जो कि बॉय बैक के विकल्प के साथ उपलब्ध होगा।

४. चौथे वर्ग में ७.५% ब्याज प्रतिवर्ष तो होगा पर ब्याज वापिस से निवेश हो जायेगा और यह बॉय बैक के विकल्प के साथ उपलब्ध होगा।

वास्तविक ब्याज की दर कितनी होगी ?

यह निवेशक के आयकर कटौती पर निर्भर करता है अगर निवेशक ३०% वाले आयकर खंड में आता है तो निवेशक को लगभग १५.७४% का ब्याज का लाभ मिलेगा।

३०.९% के आयकर दायरे में आने वाले निवेशक की आयकर बचत होगी ६,१८० रुपये, तो उसका वास्तविक निवेश हुआ १३,८२० रुपये (२०,००० रुपये – ६,२१८० रुपये)। और अगर पहला वर्ग ८% ब्याज वाला चुना गया है तो हर वर्ष १६०० रुपये ब्याज के मिलेंगे।

बॉन्ड के संबंध में:

  • 80 CCF धारा के तहत किसी भी इंफ़्रास्ट्रक्चर कंपनी के द्वारा पहला बांड सार्वजनिक निर्गम के द्वारा।
  • क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए(ICRA) ने इस बॉन्ड को स्थिरता के  दृष्टिकोण से LAAA के तहत  से  अंकित  किया है रेटेड बांड के रूप में यह निर्गम प्रस्ताव, सुरक्षा के लिहाज से सबसे सुरक्षित श्रेणी में अंकित किया है।
  • इन बांडों  में केवल भारतीय निवासीयों और एचयूएफ  निवेश कर सकते हैं।
  • बॉन्ड को आकर्षक कूपन रेट ७.५% से ८% प्रतिवर्ष कर के लाभ के साथ २०,००० रुपये तक धारा 80 CCF के अंतर्गत जारी किया जा रहा है।
  • यहाँ निवेशक को चार निवेश विकल्प दिये गये हैं जो कि निवेशक अपनी जरुरत के अनुसार चुन सकता है।
  • किसी भी प्रकार के टीडीएस की कटौती नहीं की जाएगी।
  • बांड बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध किया जाएगा और 5 वर्ष तक लॉक इन रहेगा, इस अवधि के बाद बॉन्ड का ट्रेड किया जा सकता है।
  • निवेशक बॉन्ड को लॉक इन अवधि के बाद इस पर ऋण ले सकते हैं।
  • धारा 80 CCF के तहत निवेशक २०,००० रुपये बचा सकता है, जिसके ऊपने निवेशक को कर की छूट मिलेगी, जो कि धारा 80C, 80CCC एवं 80CCD (80CCE) के तहत मिलने वाली १,००,००० रुपये के छूट के अतिरिक्त होगी।

आईडीएफ़सी बांड

6 thoughts on “आईडीएफ़सी दीर्घकालीन इंफ़्रास्ट्रक्चर बॉन्ड २०१० (IDFC Long Term Infrastructure Bond 2010)

  1. इन्ही सब जानकारियों के कारण आपका ब्लॉग अच्छा लगता है…जल्दी जल्दी में अभी पढ़ा मैंने…घर जा कर आराम से पढूंगा 🙂

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