देखा पापा टीवी पर विज्ञापन देखकर IDBI Life Childsurance Plan लेने का नतीजा, “लास्ट मूमेंट पर डेफ़िनेटली पैसा कम पड़ेगा”।

हाल ही में आप सभी लोग टीवी पर आई.डी.बी.आई. फ़ेडेरल जीवन बीमा कंपनी का बच्चों के जीवन बीमा का  एक विज्ञापन बहुत देख रहे होंगे “देखा पापा, ऐसा वैसा प्लॉन लोगे तो लास्ट मूमेंट पर पैसा कम पड़ सकता है” और फ़िर कहता है कि “आई.डी.बी.आई. लाईफ़ चाईल्ड्श्योरेंस प्लॉन खरीदें – प्लॉन जो फ़ैल न हो”।
विज्ञापन वाकई बहुत ही भावनात्मक है, विज्ञापन एजेन्सी ने अपना काम बहुत अच्छे से किया है। मुझे लगता है कि आप सभी लोग भी इस भावनात्मक विज्ञापन से जरूर प्रभावित हुए होंगे और बच्चों के लिये इस प्लॉन को लेने की सोच रहे होंगे।
बद्किस्मती से जिसने भी यह प्लॉन बनाया है उसे हम शून्य (0) देंगे क्योंकि यह प्लॉन निवेशक के लिये अच्छा नहीं है। एक मित्र ने भी यह विज्ञापन देखा और फ़ोन करके पूछा कि विज्ञापन बहुत अच्छा है, पर यह देखकर बताओ कि उत्पाद अच्छा है या नहीं ? मुझे यह प्लॉन खरीदना चाहिये या नहीं ?
मैं वेबसाईट पर गया और उनका ब्रॉऊशर डाऊनलोड किया, और उनके चार्जेस को देखकर संत्रस्त हो गया । ( जो कि कभी भी निवेशक को बताये ही नहीं जाते हैं।) ये देखिये –
idbichildsuranceplanअगर @10% भी इस प्लॉन से मिलता है जो कि बीमा कंपनी द्वारा प्रदर्शित और विज्ञापित किया जा रहा है, तो भी आपको शायद ही सकारात्मक रिटर्न्स मिल पायेंगे, और इस बात पर हम यह कह सकते हैं, अगर आप यह प्लॉन खरीदते हैं तो “लास्ट मूमेंट पर डेफ़िनेटली पैसा कम पड़ेगा”।

सबसे बढ़िया है कि एस.आई.पी. से म्यूचयल फ़ंड में निवेश किया जाये और परिवार को सुरक्षित रखने के लिये टर्म प्लॉन लिया जाये। यह काफ़ी समय से आजमाया हुआ समीकरण है पर दुर्भाग्य से केवल 5% लोग ही इसे समझते हैं।
एक और सलाह, अगर पिछले ३-४ वर्षों में आपने कोई भी बच्चों का बीमा प्लॉन खरीदा है तो उसका वापिस से विश्लेषण कर लेना चाहिये और अगर जरूरत पड़े तो उस बीमा को खत्म करके म्यूचयल फ़ंड में एस.आई.पी. के जरिये निवेश करें। आपको लंबे समय में इस प्लॉन से तो अच्छा रिटर्न मिलेगा।

यह एटिका वेल्थ के ईमेल का अनुवादित स्वरूप है।

जिनका स्लोगन मुझे बहुत ही अच्छा लगता है – “What is good for the client is also good for the firm” – T Rowe Price Jr.

IDBI Federal Childsurance Engineer Advertisment –

IDBI Federal Childsurance Doctor Advertisment –

32 thoughts on “देखा पापा टीवी पर विज्ञापन देखकर IDBI Life Childsurance Plan लेने का नतीजा, “लास्ट मूमेंट पर डेफ़िनेटली पैसा कम पड़ेगा”।

    1. पैसे को अगर सोच समझकर निवेश किया जाये तो शायद बचत अच्छे रंगरूप में सामने आये, इसलिये बचत तो बहुत जरूरी है।

  1. असल में निवेश करनें के पहले दो बातों का ध्यान ज़रूरी है…. एक एडमिन के नाम पर बीमा कम्पनी आपको कितना चूना लगानें वाली है…. यदि आपनें १० प्रतिशत गंवा दिया तो आपका असल रिटर्न कितना हुआ ?

    विवेक जी नें सार्थक मुद्दा उठाया और सही कहा की एस आई पी मे निवेश करें और जीवन बीमा को अलग रखें….. बीमा और निवेश दो अलग अलग चीजें हैं, इनको मिक्स करना ठीक नहीं होगा…… 🙂

    वैसे आई डी बी आई का विज्ञापन अच्छा है… इसे ही इमोशनल अत्याचार कहतें हैं लेकिन…… 🙂

    1. अगर निवेशकों को समझ में आ जाये कि टर्म इन्श्योरेंस अच्छा है तो क्या बात है, पर इन्श्योरेंस एजेन्ट इस बात को निवेशकों को समझाना ही नहीं चाहते। आखिर कौन घाटा उठाना चाहेगा और अपनी कमाई कम करना चाहेगा।

    2. विवेक भाई बढ़िया सुझाव दिया आपने … पर सिर्फ़ एक बात पर थोडा ऐतराज़ है मुझे … क्यों कि मैं भी एक बीमा एजेंट ही हूँ और यह भी सही है कि हर एजेंट अपने लाभ की सोचता है पर सब से ज्यादा गलती निवेशक की होती है … प्लान के बारे में सुनने के उसकी इच्छा नहीं होती … बीमा की बात करो तो सीधा सवाल … अरे हम कौन सा अभी मरने वाले है … वापस कितना मिलेगा … जहाँ उसको पता चलता है कि हम उसको टर्म प्लान बता रहे है वो साफ़ मना कर देता है अब ऐसे में हमारी यही कोशिश रहती है कि निवेशक को कोई ऐसा प्लान दें जिस से उसका ज्यादा से ज्यादा लाभ हो ! सच तो यह है कि बीमा के मामले में अभी भी अपने देश में जागरूकता नहीं है !

      और हाँ एक अन्दर की बात बताता हूँ … टर्म प्लान में हमारी कमाई ज्यादा होती है … 😉

    3. बात तो बिल्कुल सही कहीं शिवम भाई, निवेशक समझने को ही तैयार नहीं होता है, इसीलिये तो हम लिख रहे हैं कि कम से कम कोई तो समझे अगर एक निवेशक भी समझ गया कि निवेश कैसे करना है तो अपना लिखा सफ़ल हो गया।

      यह आपने बढ़िया बात बताई कि टर्म प्लान में कमाई ज्यादा है, अगर सारे बीमा एजेन्ट निवेशक को अच्छे से समझायें तो शायद टर्म प्लान लेकर निवेशक अपने परिवार को बेहतरीन सुरक्षा दे सकता है।

    4. टर्म प्लान में चाहे कोई भी बीमा कंपनी क्यों ना हो उसको सब से ज्यादा लाभ होता है … एक साल में अगर देखा जाए तो टर्म प्लान के अंतर्गत १००% में से केवल ५ % पोलिसी ही क्लेम के लिए आती है बाकी पूरा का पूरा कंपनी का लाभ है सो कंपनी एजेंट को भी अच्छा मुनाफा देती है !

      वैसे आपका प्रयास काफी अच्छा है … लगे रहिये !

    5. बिल्कुल १०० फ़ीसदी सही बात कही है आपने शिवम भाई..

      प्रयास करेंगे तभी तो सफ़लता मिलेगी 🙂

    6. मैं भी एक बीमा एजेण्‍ट हूँ और जब भी किसी नये (खास कर युवा) ग्राहक से मिलता हूँ तो सबसे पहले न केवल टर्म प्‍लान ही बताता हूँ अपितु पुरजोर आग्रह भी करता हूँ कि वह टर्म प्‍लान ही ले। किन्‍तु मुझे दुख और आश्‍चर्य होता है कि सिध्‍दान्‍तत: मुझसे सहमत होने के बाद भी वे अन्‍तत: पारम्‍परिक योजना ही लेते हैं। उनका एक ही उत्‍तर होता है – 'इतने साल तक आप इतने हजार रुपये हर साल मुझसे लेंगे और अन्‍त में कुछ भी नहीं देंगे। ऐसा कहीं होता है क्‍या। ब्‍याज भले ही न दें, मूल धन तो दें।' और यहीं आकर आपकी, शिवमजी की और मेरी भावनाऍं, धारणाऍं और सदाशयता ध्‍वस्‍त हो जाती है।

    7. बिल्कुल सही, हम भारतियों की मानसिकता यही है कि अगर १० रूपये लगायें तो कम से कम ११ तो मिलें अगर ११ ना भी मिलें तो १० रूपये ही मिल जायें। पर पता नहीं कब ये युवा वर्ग अपनी सोच बदलेगा और परिवार के हित में सोचेगा।

  2. रस्तोगी जी, सलाह के लिये बहुत धन्यवाद!! मै भी इस पर विचार कर ही रहा था कि आपका ब्लोग मिल गया। "म्यूचयल फ़ंड में एस.आई.पी. के जरिये निवेश" पर थोडा विस्तार से बताये तो और सुविधा होगी ।

    1. ब्लॉग पर ही सीधी तरफ़ देखें वित्तीय प्रबंधन कॉलम में आपको स्विप से संबंधित जानकारी मिल जायेगी ।

    1. बच्चों के लिये बीमा प्लान होता ही नहीं है, बीमा तो उनके लिये होता है जिनके ऊपर परिवार की जिम्मेदारी होती है।

  3. भई… हम तो सारा इन्वेस्टमेंट ज़मीन में ही करते हैं…. कम टाइम में सबसे ज्यादा मुनाफा… करना भी कुछ नहीं…. बस लोगों को डरा धमका कर ज़मीन औने पौने दाम में अपने नाम करवा लेते हैं… जो नहीं देता है… उसके दिन रात परेशां करते हैं… फिर बहुत कम टाइम में 500 % प्रोफिट अपना… यह म्यूचुयल फंड और एस.आई.पी. अपने समझ में नहीं आते हैं… हम तो कोई प्लान भी तभी लेते हैं… जब हमें टैक्स बचाना होता है… कई बार तो हम प्लान लेकर प्रीमियम भी हम कंपनी से ही भरवाते हैं.. ज़मीन में इन्वेस्टमेंट करना होगा तो बताइयेगा.. .. हम तो सिर्फ यहाँ वहां ज़मीन ही खोजते रहते हैं…

    1. वाकई जमीन का धंधा चोखा है, बस फ़लने की बात है, आपको तो पता है कि अभी पिछले दिनों ही एक ऐसे ही झगड़े से बड़ी मुश्किल से छूटे हैं। वो तो आपकी सलाह से अच्छे से बाहर निकल गये।

  4. विज्ञापन वही सफल होते हैं जो संभावित ग्राहक के दिल में डर या चाहत पैदा करें
    उस लिहाज से यह विज्ञापन सफल है

    बाक़ी'
    किस्मत से ज़्यादा और समय से पहले किसे क्या मिला है!

  5. बात सही है, विज्ञापन के लिहाज से इस उत्पाद के विज्ञापन बनाने वाले को पूरे नंबर दिये जायेंगे, भले ही उत्पाद घटिया हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *