भारत के चुनावी इतिहास में बसपा इकलौती ऐसी पार्टी है, तो बिना घोषणापत्र के चुनाव लड़ रही है ।
Monthly Archives: April 2007
बोल वचन,
जिंदगी में यदि दुस्साहस और रोमांच नहीं, तो समझो कुछ भी नहीं ।
खरीदें NTPC
NTPC खरीदें, एक साल में ३ गुना ज्यादा पायें । एक साल का लक्ष्य ५०० रुपये ।
बोल वचन
लक्ष्यहीन ताकत अपने बोझ से ही ढह जाती है ।
भाषा को एक दायरे में बांधने का मतलब…….
भाषा को एक दायरे में बांधने का मतलब खुद की दुनिया को समेट लेना है ।
क्या है प्रेम की वाइल्ड वाणी
पुरुष किसी महिला से साथ तभी तक खुश रह सकता है, जब तक वह उसके प्रेम में न पडे़।
रोमांस का आरंभ कभी भी, कभी भी,भावुकता से नहीं होना चाहिए । आरंभ में समझदार होना चाहिए, अंत में भावुक।
औरतों को हमारी कमजोरियों से प्यार होता है। उनकी निगाह में हमारी हर कमजोरी माफ़ है, यहाँ तक कि अक्ल भी।
औरत दूसरा विवाह करती है कि उसे पहले पति से नफ़रत थी, मर्द इसलिए कि वह पहली पत्नी का दीवाना था। शादी में औरत अपनी तकदीर आजमाती है, मर्द दांव पर लगाते हैं। हर मर्द औरत का पहला प्यार होना चाहता है, औरत मर्द का आखिरी ।
आभार : अहा! जिंदगी
आज का बोल वचन
सत्य जितना शक्तिशाली होता है, उतना खतरनाक भी ।
बोल वचन
प्रतिशोध के मुकाबले खुशामद हमेशा महंगी पड़ती है ।
बात पते की दैनिक भास्कर से ……………
जब मामला दौलत से जुडा़ हो तो सही सलाह यही है कि किसी पर भरोसा मत करिये ।
कुछ अनुत्तरित प्रश्न भगवान के, दीन दुनिया के, व्यवहारिकता के …
भगवान है या नहीं, भगवान को किसी ने देखा है, हम भगवान के पास क्यों जाते हैं, भगवान क्या है, भगवान कैसा होता है…
क्या किसी को पता है, क्या कोई जानता है, कोई है जो बताये कि दुख में ही क्यों भगवान को याद करते हैं और सुख में या अच्छे दिनों में क्यों नहीं, सब कहते हैं कि अच्छा करो अच्छा होगा बुरा करो बुरा होगा क्या किसी ने ऐसा देखा है, पुरानी कहावत है भगवान के घर देर है अंधेर नहीं, भगवान की लाठी में आवाज नहीं होती ।
यह सब बातें कहने में अच्छी लगती हैं पर वास्तविकता क्या है पता नहीं कृप्या मार्गदर्शन करें।