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सीधे हाथ के अंगूठे का महत्व और होने वाली तकलीफ़ें |

अंगूठे का महत्व तब समझ में आया जब अंगूठे में तकलीफ़ हुई, पता नहीं कितनी ही कामों में तकलीफ़ हो रही है, वह तो जब काम करने जाओ तो पता चलता है कि या तो हम यह कार्य नहीं कर सकते हैं या फ़िर बिना अंगूठे के काम करने में कितनी तकलीफ़ होती है।जब तक शरीर के सारे अंग अच्छे से चलते रहते हैं, हमें कोई फ़िक्र नहीं होती है, परंतु जैसे ही किसी भी अंग में परेशानी होती है या फ़िर हल्की चोट भी होती है तो हर समय दिमाग उधर ही लगा रहता है, क्योंकि हर समय शारीरिक त्रंत्र से दिमाग को सिग्नल मिलते रहते हैं, कहाँ तकलीफ़ है।

सीधे हाथ के अंगूठे में लगने के कारण कुछ तकलीफ़ें –

१. जेट चलाने में उल्टे हाथ का प्रयोग करना पड़ा।

२. मोबाईल उपयोग करने के लिये उल्टे हाथ का प्रयोग करना पड़ा।

३. बटन लगाने के लिये उल्टे हाथ के अंगूठे पर निर्भर होना पड़ा।

४. जिप बंद करने में भी अंगूठे का बहुत योगदान है।

५. हेलमेट के लॉक को बंद करने के लिये अंगूठे को छोड़ दूसरी ऊँगलियों पर निर्भर होना पड़ा। जो कि वाकई बहुत कष्ट्दायक है।

६. बेल्ट का लॉक लगाने के लिये भी अंगूठा बहुत मददगार होता है।

७. की-बोर्ड पर स्पेस बटन दबाने के लिये उल्टे हाथ के अंगूठे का प्रयोग करना पड़ रहा है।

८. खाना खाने के लिये भी उल्टे हाथ का प्रयोग करना पड़ रहा है, क्योंकि रोटी का कौर तोड़ने में सीधे हाथ के अंगूठे का बहुत बड़ा योगदान है।

८. पानी की बोतल का ढक्कन खोलने में भी अंगूठे का बहुत बड़ा योगदान है।

९. सुबह टूथब्रश भी उल्टे हाथ से करना पड़ रहा है।

१०. टीवी का रिमोट भी उल्टे हाथ से उपयोग करना पड़ रहा है।

११. ताला लगाने के लिये उल्टे हाथ के अंगूठे का प्रयोग करना पड़ रहा है।

१२. इलेक्ट्रिक प्लग में प्लग करने के लिये भी उल्टे हाथ का सहारा लेना पड़ रहा है।

१३. हमारे लेपटॉप में यू.एस.बी. सीधे हाथ की तरफ़ है तो अब पेन ड्राईव लगाने के लिये पहले लेपटॉप को पूरा घुमाना पड़ता है फ़िर पेन ड्राईव लगाना पड़ती है।

१४. फ़ीता बांधने में परेशानी होने के कारण बिना फ़ीते का जूता पहना या फ़िर चप्पल।

१५. सारे क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड पर्स में आगे जेब में होने से पर्स भी उल्टे हाथ से प्रयोग करना पड़ रहा है और कार्ड निकालने के लिये भी उल्टे हाथ का अंगूठा प्रयोग करना पड़ रहा है।

१६. जेब में भी सारी चीजों की जगह बदल गयी हैं, सारी दायीं तरफ़ की चीजें बायीं तरफ़ आ गई हैं।

१७. बाईक चलाने में एक्सलेटर के लिये केवल ऊँगलियों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, और थोड़ा अंगूठे के निचले हिस्से की मदद लेना पड़ रही है।

१८. घड़ी बांधने में भी अब मध़्यमा ऊँगली का सहारा लेना पड़ रहा है।

१९. दरवाजे के चिटकनी लगाने के लिये भी उल्टे हाथ का ही प्रयोग करना पड़ रहा है।

२०. कपड़े पर चिपकी लगाने के लिये भी उल्टे हाथ का प्रयोग करना पड़ रहा है।

अब हाथ में तकलीफ़ थोड़ी कम है, आगे के उपचार के लिये चिकित्सक महोदय के पास जाने के बाद कल पता चलेगा और कितने दिन लगेंगे ठीक होने में।