फ़्री में फ़िल्में कैसे डाऊनलोड करें (How to download films ..)

अभी कुछ दिनों से कुछ मित्रों और सहयोगियों ने Download Films फ़िल्म डाऊनलोड संबंधित कुछ सवाल पूछे –

Download Films

– फ़्री में फ़िल्में कैसे डाऊनलोड करें
– टोरंट से फ़िल्म कैसे डाऊनलोड करें
– फ़िल्म कितनी देर में डाऊनलोड होती है
– फ़िल्में कौन अपलोड करता है
और भी बहुत कुछ …. तो मैंने सोचा कि चलो इस पर ही लिख देते हैं।

वित्तगुरु वित्तीय जानकारियाँ हिन्दी भाषा में

    फ़िल्म डाऊनलोड करने के लिये मैं isohunt.com का उपयोग करता हूँ, वैसे यहाँ केवल फ़िल्म ही नहीं बहुत सारी चीजें जैसे किताबें, ऑडियो, टीवी शो, गेम्स, फ़ोटो, एनिमेशन, कॉमिक्स, एप्लिकशन्स और भी बहुत सारी चीजें उपलब्ध हैं। साधारणतया: यहाँ फ़्री और सभी तरह के क्रेक्ड वर्शन्स उपलब्ध होते हैं। जिससे आपको लायसेंस न खरीदना पड़े, हाँ यह सही नहीं है, परंतु अगर फ़्री में अच्छी चीज मिल रही हो तो क्या फ़र्क पड़ता है। डाऊनलोड करने के पहले देख लें कि फ़्री है तो ठीक और अगर क्रेक्ड वर्शन है और अगर आप पायरेटेड सॉफ़्टवेयर नहीं उपयोग करते हैं, तो डाऊनलोड न करें।
    डाऊनलोड करने के लिये टोरंट एपलिकेशन डाऊनलोड कर संस्थापित करना होगी, जो कि यहीं इसी साईट पर फ़्री में उपलब्ध है। या आप इसे फ़ाईलहिप्पो से भी डाऊनलोड कर सकते हैं।
    एक बार टोरंट एपलिकेशन संस्थापित हो जाये, फ़िर आप कुछ भी डाऊनलोड कर सकते हैं जो कि इस साईट पर उपलब्ध है, बस आपको अपना कीवर्ड सर्च में डालना होगा, और सर्च करना होगा, फ़िर एक नया पेज खुलेगा, तो वहाँ एक तालिका बनी आ जायेगी। उसमें कैटेगरी, ऐज, टोरंट टेग नाम, साईज, सीडर्स और लीचर्स होंगे। कैटेगरी में अगर फ़िल्म डाऊनलोड करना हो तो Video/Movies होना चाहिये, इसका प्रिंट अच्छा होगा। टीवी शो ढूँढ़ना हो तो टेलिविजन में ढूँढिये। ऐज (उम्र) वह  फ़ाईल कितने दिन पहले अपलोड की गई थी। साईज फ़ाईल का साईज बताता है, इसके बाद कितने सीडर्स और लीचर्स है।
    अब टोरंट नाम पर क्लिक करके चुन लें तो एक नया पेज खुलेगा, वहाँ पर डाऊनलोड का बटन दिखायी देगा और बड़े फ़ोंट में Download .torrent लिखा होगा, इस पर क्ल्कि करेंगे तो एक छोटी सी फ़ाईल डाऊनलोड होगी जिसका एक्सटेंशन .torrent होगा। अब इस .torrent फ़ाईल को डबल क्लिक करेंगे तो टोरंट प्रोग्राम में खुल जायेगी और डाऊनलोड होने लगेगी। सेटिंग्स में जाकर डाऊनलोड फ़ोल्डर जरुर दे दें नहीं तो साधारणतया: यह My Downloads में आ जाती है।
    ध्यान रखने की बात – यह डाऊनलोड और अपलोड डाटा ज्यादा मात्रा में करता है, अमूमन जो साईज है, इसलिये पहले अपने ब्रॉडबेंड प्लॉन को देख लें, जितनी ज्यादा ब्रॉडबेन्ड की रफ़्तार होगी उतनी ही रफ़्तार से फ़िल्म डाऊनलोड होगी।
750 mb की फ़ाईल डाऊनलोड मॆं लगने वाला समय, यह कम और ज्यादा भी हो सकता है।
128 kbps – 8-12 घंटे
1 mbps – 40 min. – 1 घंटा

15 thoughts on “फ़्री में फ़िल्में कैसे डाऊनलोड करें (How to download films ..)

  1. अच्छी जानकारी… लेकिन क्या इस तरह से फ़िल्म देखना पाइरेसी नहीं है? क्योंकि इससे फिल्म निर्माता को तो कोई आय नहीं होती होगी।

  2. पाठक धर्म निभा लिया है। चाह कर भी फिल्‍म देख नहीं पाता। समय ही नहीं मिलता। फिर, परम्‍परावादी हूँ, आखिरी उम्र में क्‍या खाक मुसलमॉं होंगे। सो, फिल्‍म तो सिनेमा हॉल में देखने में ही तृप्ति होती है।

  3. जानकारी तो अच्छी है मै भी जानन चाह रही थी लेकिन क्या ये गैर क़ानूनी नहीं है | मै आज ही अपनी बेटी को Tangled दिखाने थियेटर ले जा रही हु |

  4. जी हाँ इस तरह से फ़िल्में डाऊनलोड करना पायरेसी ही है, गैरकानूनी है।

    फ़िल्में ही क्या सॉफ़्टवेयर, किताबें टीवी सीरियल आदि भी डाऊनलोड करना गैरकानूनी है।

    पर यह गैरकानूनी शब्द केवल आम आदमी के लिये ही है, और जो लोग कानून बनाते हैं, वे क्या सारी चीजें कानून से करते हैं।

  5. टोरंट से फ़िल्म डाऊन लोड करने पर कई बार भारी जुरमाना भी भुगतना पडता हे, जब हम टोरंट से फ़िल डाऊण लोड करते हे तो हमारा आई पी ना० उन्हे पता चल जाता हे इस लिये हो सके तो टोरंट से फ़िल्म ना ही डाऊन लोड करे, बाकी बहुत से सोर्स होते हे, जानकारी बहुत अच्छी लगी, धन्यवाद

  6. विवेक जी बहुत अच्छी जानकारी दी, मैं ने टोरेंटो के बारे में काफ़ी सुन रखा है, मन ललचाता भी है पर डर जाती हूँ। सुना है टोरेंटो से ढेरों वायरस आते हैं जिनसे निपटना आसान नहीं होता। कौन सा एन्टी वायरस इस्तेमाल करते हैं फ़िर

  7. @अनीता जी – मैंने भी सुना है कि टोरंट से बहुत वायरस आते हैं, और मैंने अभी तक बहुत कुछ डाऊनलोड किया है और आज तक ऐसी कोई दुर्घटना मेरे साथ नहीं हुई।

    माइक्रोसॉफ़्ट सिक्योरिटी एसेन्शियलस एन्टीवायरस का उपयोग करते हैं, सबसे बड़ी बात कि यह फ़्री है, बशर्ते कि आपका ऑपरेटिंग सिस्टम लायसेंस हो, पायरेटेड पर यह नहीं चलता क्योंकि यह ऑनलाईन चेक करने जाता है।

  8. @ राज जी – जानकारी के लिये बहुत बहुत धन्यवाद, जुर्माने वाली बात मेरे लिये बिल्कुल नई है, पर रही बात आई.पी. एड्रेस की तो ऐसे कई सॉफ़्टवेयर आते हैं, जो कि आपका असली आई.पी. एड्रेस किसी को पता नहीं चलने देते हैं, और ऐसे भी सॉफ़्टवेयर उपलब्ध हैं जो कि हर दस मिनिट में आपका आई.पी. एड्रेस ही बदल देते हैं, मतलब कि फ़ेक आई.पी. एड्रेस 🙂

    जब इस तरह की घटनाएँ बढ़ेंगी तो इसके तोड़ और भी अच्छे निकलेंगे।

  9. विवेक भाई के द्वारा दी गयी जानकारी उपयोगी है अगर उसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाये। जैसे मै खुद यहा पर कई software download करता हु….और जब उसके सभी features को समझ लेता हु तो उसे online उसके विक्रेता से खरीद लेता हु, इस तरह यह मुझे कोइ भी software खरीदने से पहले उसको test करने की सुविधा देता है और अगर आप को लगता है कि जो आप खोज रहे है ये वो नही है तो आप उसे अपने computer से विस्थापित कर दिजिये।
    अब रही बात movies की….तो उसे download करना या ना करना पुरी तरह हम सभी के स्वविवेक पर निर्भर करता है।

  10. विवेक भाई के द्वारा दी गयी जानकारी उपयोगी है अगर उसका इस्तेमाल सही तरीके से किया जाये। जैसे मै खुद यहा पर कई software download करता हु….और जब उसके सभी features को समझ लेता हु तो उसे online उसके विक्रेता से खरीद लेता हु, इस तरह यह मुझे कोइ भी software खरीदने से पहले उसको test करने की सुविधा देता है और अगर आप को लगता है कि जो आप खोज रहे है ये वो नही है तो आप उसे अपने computer से विस्थापित कर दिजिये।
    अब रही बात movies की….तो उसे download करना या ना करना पुरी तरह हम सभी के स्वविवेक पर निर्भर करता है।

  11. हम इतनी बडी फाइल डाउनलोड नहीं करते है क्योंकि हमारे यहाँ इंटरनेट कनेक्शन धीमा है । हम तो दूसरों से उधार मांग कर काम चला लेते है ।

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