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उज्जैन उज्जयिनी महाकाल महाकालेश्वर महामृत्युँजय जाप जल एवं दुग्ध अभिषेक भस्मारती दर्शन (Ujjain Mahakal Mahakaleshwar Mahamrityunjaya Jaap Bhasma Aarti)

    कालों का काल महाकाल के दर्शन करने उज्जैन दूर दूर से भक्त आते हैं, उज्जयिनी और अवन्तिका नाम से भी यह नगरी प्राचीनकाल में जानी जाती थी। स्कन्दपुराण के अवन्तिखंड में अवन्ति प्रदेश का महात्म्य वर्णित है। उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर को मंगल गृह का जन्मस्थान माना जाता है, और यहीं से कर्क रेखा भी गुजरती है। महाकालेश्वर द्वादश ज्योतिर्लिंगों में दक्षिणमुखी होने के कारण प्रमुख स्थान रखता है, महाकालेश्वर मंदिर में अनेकों मंत्र जप जल अभिषेक एवं पूजा होती हैं। महाकालेश्वर में ही महामृत्युँजय जाप भी होता है।
महाकाल
महाकाल
 

महामृत्युँजय जाप –

    महामृत्युँजय जाप में महाकालेश्वर प्रशासन द्वारा 11,000 रू का शुल्क निर्धारित है, जिसमें पंडे 11 या 21 पंडितों से जाप करवाते हैं, मंत्र का जाप जिसके लिये किया जाता है उस व्यक्ति को या तो वहाँ उपस्थित रहना होता है या फिर फोन पर भी उस व्यक्ति से संकल्प ले लिया जाता है, जिस दिन सवा लाख मंत्र जाप पूरे होते हैं, उस दिन भी उस व्यक्ति से फोन पर ही जाप की पूर्णता करवा ली जाती है। जाप की पूर्णता के दिन पंडितों को दान दक्षिणा भी देना होती है। जब भी महामृत्युँजय जाप करवायें ध्यान रखें महाकाल मंदिर के काऊँटर पर ही रसीद कटवायें नहीं तो पंडे पुजारी आपकी जेब काट लेंगे।
 

महाकाल अभिषेक –

    जल एवं दुग्ध अभिषेक महाकालेश्वर को होते हैं, आप अपने साथ भी जल या दुग्ध ले जा सकते हैं या फिर मंदिर के पास ही दुकानों पर लोटों में जल व दुग्ध उपलब्ध रहता है, ध्यान रखें पोलिथीन की थैली से दूध या जल चढ़ाना मना है, इसलिये किसी बर्तन का ही उपयोग करें।
 

महाकाल भस्मारती दर्शन –

    महाकालेश्वर में रोज सुबह 4 बजे भस्मारती होती है, जिसमें भस्म से महाकाल ज्योतिर्लिंग को स्नान करवाया जाता है, पूरे ब्रह्मांड में राजा महाकाल ही भस्म से नहाते हैं, भस्मारती का उद्देश्य महाकालेश्वर का सुबह जागरण होता है, भस्मारती के लिये ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है जिसका कोई शुल्क नहीं है, भस्मारती के पहले हरिओम जल चढ़ाना है तो आपको शुद्ध होकर धोती पहनकर लोटे में जल लेकर जाना होता है, अगर बहुत भीङ है तो ध्यान रखें कि सुबह थोङा जल्दी लाईन में लगें, क्योंकि आजकल लगभग 2000 दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जाता है। कोशिश करें कि ऑनलाईन ही आप भस्मारती की बुकिंग करवा लें, अगर न करवा पायें तो मंदिर के काऊँटर पर फॉर्म जमा करवाकर भी भस्मारती का पास ले सकते हैं, ऑनलाईन बुकिंग के बाद पास का प्रिंट जरूर ले लें और साथ में अपना एवं साथ के दर्शनार्थियों के मौलिक (original) फोटो आई.डी. जरूर रख लें, भस्मारती में फोटो आई.डी. के बिना प्रवेश नहीं दिया जाता है।
महाकालेश्वर जायें और अगर भस्मारती के दर्शन नहीं किये तो ये जान लें कि महाकालेश्वर का जागृत स्वरूप देखने से आप वंचित रह गये।