कल हम MP3 प्लेयर को ढूंढने निकले, मुंबई में अपने आँफिस जोगेश्वरी से ओर रुख किया अल्फा के लिये जो कि विले पार्ले में कूपर हाँस्पिटल के पास है, तो कल हम बेस्ट यानि के मुंबई की बस में बैठकर रवाना हुए ओर लम्बे ट्राफिक जाम में फँस गये व ४५ मिनिट में पहुँच ही गये अगर लोकल से जाते तो ७ मिनिट ही लगते पर हमें भी तो जूहू चौपाटी की बस मिल गई थी, तो हम फिसल गये| कूपर से पूछ कर हम अल्फा पहुँचे तो वहाँ ३ अल्फा मिले, अल्फा १ में इलेक्ट्रानिक आइटम मिलते हैं, अल्फा २ में घर से संबंधित और अल्फा ३ में मेकअप और मोबाईल मिलते हैं| इन दुकानों पर कस्टम का सामान मिलता है ऐसा हमें किसी ने बताया इसलिये यहाँ थोड़ा सस्ता समान मिलता है, पर जिस ब्रांड का MP3 प्लेयर हमें लेना था वे लोग रखते ही नहीं| तो अपनी निगाहें घुमाके हम वापस अपनी लोकल पकड़ने के लिये चल दिये|
आपको पता है प्राण ने ज़ंजीर में एक डायलॉग बोला था अमिताभ के लिए—क्यों साहब नये आये हो शहर में । अरे एक दो नहीं छह अल्फा हैं । और एम0पी03 प्लेयर ढूंढने के लिए अल्फा ही मिला था । जा बुड़बक । नाक कटा दिये रे । बहुत नाइंसाफी है । हमारा ईमेल आई डी हमारे चिट्ठे पर है । हमें लिखिए क्या चाहिये और कैसा चाहिये । मैं हूं ना ।
चलो अच्छा हुआ घूम फिर आये वरना क्या लिखते? 🙂
किसी कम्प्यूटर स्टोर पर तलाश करना चाहिए था।
अरे विवेक तुम्हारा मेल इनबॉक्स पर कहीं खो गया था । क्या हुआ तुम्हारे एम0पी3 प्लेयर का । अगर नहीं खरीदा हो तो टाटा की इलेक्ट्रॉनिक गैलेरी है जिसका नाम क्रोमा है वहां अच्छे प्लेयर देखें हैं । इसके अलावा ग्रे मार्केट में बेहद सस्ते पर बिना भरोसे के प्लेयर उपलब्ध हैं । भारतीय कंपनियों में मिताशी ने काफी सस्ते प्लेयर निकाले हैं । और कोई समस्या हो तो बताओ ।
अरे विवेक तुम्हारा मेल इनबॉक्स पर कहीं खो गया था । क्या हुआ तुम्हारे एम0पी3 प्लेयर का । अगर नहीं खरीदा हो तो टाटा की इलेक्ट्रॉनिक गैलेरी है जिसका नाम क्रोमा है वहां अच्छे प्लेयर देखें हैं । इसके अलावा ग्रे मार्केट में बेहद सस्ते पर बिना भरोसे के प्लेयर उपलब्ध हैं । भारतीय कंपनियों में मिताशी ने काफी सस्ते प्लेयर निकाले हैं । और कोई समस्या हो तो बताओ ।