मैं यही हूँ | August 30, 2007Uncategorizedघुमक्कड़, बोल वचन, सत्य वचनVivek Rastogi Share this... Facebook Pinterest Twitter Linkedin Whatsappबहुत िदनों बाद वापसी अब िवराम नहीं लगने पायेगा |
दिल की कलम सेनाम आसमान पर लिख देंगे कसम सेगिराएंगे मिलकर बिजलियाँलिख लेख कविता कहानियाँहिन्दी छा जाए ऐसेदुनियावाले दबालें दाँतो तले उगलियाँ ।NishikantWorld Reply
दिल की कलम से
नाम आसमान पर लिख देंगे कसम से
गिराएंगे मिलकर बिजलियाँ
लिख लेख कविता कहानियाँ
हिन्दी छा जाए ऐसे
दुनियावाले दबालें दाँतो तले उगलियाँ ।
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