मैंने बहुत पहले एक माचिस के पीछे यह वाक्य पढा था …. June 18, 2009UncategorizedVivek Rastogi Share this... Facebook Pinterest Twitter Linkedin Whatsappमैंने बहुत पहले एक माचिस के पीछे यह वाक्य पढा था जो कि मुझे आज भी याद है और सभी को बताना चाहता हूँ। . . . “Practice makes man perfect, but nobody is perfect then why practice.”
बिना प्रेक्टिस के बैण्ड बजाये हो..तो क्या जरुरत है प्रक्टिस की..यही सोच का माचिस ने ऐसा बोला होगा. 🙂 Reply
क्या पता!! ये गलत निकल गया तो?
भाई अंगरेजी है अपने तो सर के उपर से निकल गई.:)
रामराम.
दम है जी बात में……why practice?
भईया आधी बात तो कर्मयोगियो के लिये है, बाकी बात आलसियो के लिये…. राम राम जी
सही बात है, प्रक्टिस से गलती हो सकती है.
कुछ बात तो है ?
बिना प्रेक्टिस के बैण्ड बजाये हो..तो क्या जरुरत है प्रक्टिस की..यही सोच का माचिस ने ऐसा बोला होगा. 🙂
waah …chha gaye ji
why practice?