आजकल हरेक आदमी के लिये Financial Planning यानि कि वित्तीय आयोजना बहुत जरुरी है । हर आदमी आज केवल पैसा कमाने के लिये दौड़ रहा है पर उस पैसे को कैसे भविष्य के लिये बचायें या कहां पर निवेश करें उसके बारे में इस आम आदमी को बिल्कुल जानकारी नहीं होती है और अगर होती भी है तो अधकचरा, जो किसी दोस्त ने बता दिया या कहीं टीवी चैनल पर देख लिया। आम आदमी को अच्छे वित्तीय उत्पाद के बारे में पता ही नहीं होता है या उसे कौन सा उत्पाद उपयोग करना चाहिये उसका पता नहीं होता है। बस वह तो जैसे तैसे कहीं पर भी पैसे जोड़कर खुश होता रहता है। परंतु अपने भविष्य की आवश्यकताओं के बारे में उसकी कोई योजना नहीं होती।
भविष्य की योजना बनाना बहुत जरुरी है हरेक आदमी को, क्योंकि सभी के जीवन में भविष्य के कुछ समान लक्ष्य होते हैं जैसे बच्चों का पढाई खर्च, शादी का खर्च, अपने लिये घर, कार इत्यादि। पर ये सब खर्च भी एक साथ नहीं आते हैं सभी खर्चों का समय अलग अलग होता है इसलिये जो खर्चा याने कि पहला लक्ष्य के लिये आपको अभी से ज्यादा बचत करना होगी और उसके बाद के लक्ष्यों के लिये उससे कम बचत करना होगी क्योंकि समय ज्यादा मिलेगा बचत के लिये।
बचत के समय यह भी देखना चाहिये कि ज्यादा लाभ किस वित्तीय उत्पाद में निवेश करने से होगा और किस वित्तीय उत्पाद मॆं लंबी अवधि के लिये निवेश करना होगा। कितना बीमा होना चाहिये कितना दुर्घटना बीमा होना चाहिये। ऐसी बहुत सी बातें हैं जो आम आदमी के हित में है और अगर वह अनुशासन बना ले बचत करने का तो इन लक्ष्यों की प्राप्ति बहुत ही आसान है।
अगर आपके शहर में बजाज कैपिटल की शाखा है तो ये लोग बिना किसी शुल्क के Financial Planning वित्तीय आयोजना करते हैं, आप इनकी सेवा ले सकते हैं और साथ में वित्तीय उत्पादों के बारे में गाईड भी करते हैं। बहुत सारे ओनलाईन टूल्स online tools मिल जायेंगे, और नहीं तो किसी प्रमाणित वित्तीय आयोजक की सहायता लें।
वैसे मैं भी बहुत सारे वित्तीय उत्पादों के बारे में बहुत अच्छे से जानता हूँ अगर किसी को कठिनाई हो तो टिप्पणी देकर सवाल पूछ सकते हैं, मैं जल्दी ही उत्तर देने की कोशिश करुँगा। आगे के चिट्ठों में मैं वित्तीय उत्पादों की जानकारी देने का प्रयास करुँगा।
विवेक जी
आजकल बहुत सारी कंपनियां पेंशन प्लान चला रही है . ये कितनी सुरक्षित हैं . क्योंकि कई बड़ी कंपनियां अमेरिका में डूब चुकी हैं जिनके पार्टनर इस देश में व्यवसाय कर रहे हैं . प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों की भी काफी शिकायत आजकल सुनने मिलती है
आपका काउंटर मेरे पढने और कमेन्ट करने के बाद भी ० दिखा रहा है 🙂
@महेशजी – प्राइवेट बीमा कंपनियां कितनी सुरक्षित हैं इस बारे में अलग से चिट्ठा लिखने की सोच रहा हूँ, आपके स्नेह की हमेशा कामना है।
काउंटर का मुझे भी कुछ समझ में नहीं आ रहा है वैसे अब मैं ब्लॉग टेम्पलेट ही बदलने का सोच रहा हूँ, प्रयोग कर रहा हूँ, आप भी देखिये और बताईये कैसा लग रहा है, नया टेम्पलेट
http://kalptarubackup.blogspot.com
कभे आवश्यकता हुई तो बिल्कुल साधिकार कष्ट देंगे. धन्यवाद भाई जी.