आज हमारा साक्षात्कार प्रकाशित होगा दोपहर ठीक ३.३३ पर ताऊ रामपुरिया के ब्लॉग पर, आईये हमसे मिलिये और जानिये हमारे बारे में।
हम अभी मेघदूतम और कालिदास पर एक श्रंखला लिख रहे हैं, क्योंकि मेरा सोचना था कि इन बातों को आम लोगों के लिये सहज रुप में यह जानकारी उपलब्ध होना चाहिये। इसके बाद मैं शिवाजी सामंत के ऐतिहासिक उपन्यास “मृत्युंजय” दानवीर कर्ण की जीवन गाथा
के उपर लिखने की सोच रहा हूँ। कोई जानकार व्यक्ति कृपया मुझे बतायें कि पुस्तक के कुछ अंश प्रकाशित करना कहीं किसी कॉपीराईट का उल्लंघन तो नहीं है और अगर है तो कृपया उसका रास्ता मुझे बतायें।
आप निस्संकोच होकर उल्लंघन करिए। रास्ता बतलाने और रोकने वाले बहुत आ जायेंगे। पर उससे रास्ता रूकेगा नहीं बल्कि और व्यापक तौर पर खुलेगा। ताऊ इन पर विवेक आऊट का इंतजार है।
हाद्रिक बधाई।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
kaun si 'copy' aur kaun si 'right' ?
aap apna kaam dekhiye
aapka uddeshya achha hai
us par hi dhyaan den
aabhaar
वाह, यह तो वही स्टाइल है कि आज दोपहर सवातीन बजे आकाशवाणी पर मेरी वार्ता है, जरूर सुनना!
ब्लॉग भी मजेदार माध्यम है!
अगर आप सन्दर्भों का उल्लेख कर देते हैं और संक्षेप ही लेते है तो मुझे नहीं लगता कोई दिक्कत है
http://kalptaru.blogspot.com/taau.taau.in
लिंक काम नहीं कर रहा है
बधाई जी बहुत बहुत बधाई
वहीं जा रहे हैं. 🙂
आप का साक्षात्कार पढ़ा..टिपण्णी वहीँ दी है.
कालिदास और मेघदूतम पर जब आप पोस्ट प्रकाशित करें तो सूचना अवश्य दें..इस तरह के लेखों का स्वागत है..
कोपी के राईट लेफ्ट का मालूम नहीं–सुझाव है – दिनेश जी ['तीसरा खम्बा '- ब्लॉग] से जानकारी ले लिजीये.