14 thoughts on “दिखने वाली शायरी ताऊ के लिये (Visual Shayari Taau ke liye)”
ye ye ye ……..hahahahahahaahahahahahaha…………………………………………………………………………………….hahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahahaa…………….y oyoy yoyoyoyoyoyoyoyyoy…………….hihihihiiiiiihihhhihiihiiiihihi,………………………………………….
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bahut sahi………………. mazaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaaagayaaaaaaaaaaaaaa…………..
ताऊ को ताऊ ही बने रहने दो भाई।
नाई बुला काहे ताऊ की करते हो घिसाई।:))
🙂
:::::::::))))))))))))))
मजेदार !!!!!!!!!!!!!!!!!:)
ये जुल्फे है या घना अन्धेरा
कटवा दे बाल और कर दे सवेरा
कंघी सुबह शाम कर लेते तो अच्छा था
वर्ना जुओं ने डाल रखा है डेरा
ha ha mazedar
:))))))))))))))
ky sher maara hai aapane irshad
वाह वाह आपकी भी और ताऊ की जुल्फों की भी
आज ताऊ नहीं आये टिप्पणी देने या देखकर रुठकर चले गये..
वाह मजा आगया जी.
भाई क्षमा करियेगा..ताऊ अपने भतिजों से नाराज नही होता, आखिर ताऊ के पास आकर ही तो लोग मुस्करा पाते हैं…वर्ना तो सिर फ़ुट्टोवल मे ही व्यस्त रहते हैं.
आजकाल कुछ व्यस्तता के चलते आना कम हो रहा है और आपके ब्लाग की फ़ीड भी आज मिली है.
रामराम.
बहुत बहुत बहुत मजेदार। पंक्तियां भी और फोटो भी। कलात्मक सूझबूझ की दाद देती हूँ। पुन: बधाई।
kya khatarnak shayari hai bhai… mast..
jai hind
पंक्तियां और फोटो………. दोनों ही kamaal हैं भाई …….