दिखने वाली शायरी बिगड़ैलों के लिये (Visual Shayari Bigdaulo ke liye) November 5, 2009UncategorizedईमेलVivek Rastogi Share this... Facebook Pinterest Twitter Linkedin Whatsapp
हा हा हा हा हा हा हा …ग्रेट…
नीरज
पूत के पांव पालने में ही नज़र आ रहे हैं…
जय हिंद…
बहुत बढिया.
रामराम.
शावाश बॆटा बाप का नाम रॊशन जरुर करोगे