एक मोटर साईकिल जो सालों पहले खड़ी की थी अब उसकी हालत देखिये…. November 14, 2009UncategorizedईमेलVivek Rastogi Share this... Facebook Pinterest Twitter Linkedin Whatsapp
कमाल है विवेक जी – बहुत ही अजूबा लागा देखकर। आनन्दम्। सादर श्यामल सुमन09955373288http://www.manoramsuman.blogspot.com Reply
मतलब कि पौधा बढ़ कर पेंड़ होने तक मोटरसाइकिल की झाड़ पोंछ, पेंटिंग सेंटिंग होती रही! टाइम मशीन का घालमेल भी है। उतने पहले इस तरह की मोटरसाइकिल होती थी? वैसे ट्रिक फोटोग्रॉफी और डिजिटल कारीगरी उम्दा है।धन्यवाद। Reply
कमाल है विवेक जी – बहुत ही अजूबा लागा देखकर। आनन्दम्।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
http://www.manoramsuman.blogspot.com
बहुत खूब
किसी मिस्तरई को बुला कर खुलवा लिजिये:)
पेड़ मे गाड़ी है कि गाड़ी मे पेड़ है।
पेड़ की गाड़ी है या गाड़ी का ही पेड़ है।
एक बार टीवी में भी दिखा रहे थे इसे!!
मतलब कि पौधा बढ़ कर पेंड़ होने तक मोटरसाइकिल की झाड़ पोंछ, पेंटिंग सेंटिंग होती रही!
टाइम मशीन का घालमेल भी है। उतने पहले इस तरह की मोटरसाइकिल होती थी?
वैसे ट्रिक फोटोग्रॉफी और डिजिटल कारीगरी उम्दा है।
धन्यवाद।
गजब !!
ये तो १०० पर्सेन्ट ट्रिक फ़ोटोग्राफ़ी है:)
कमाल है, सालों से कड़ी है फिर भी इतनी साफ़.
बढ़िया फोटो.
come on release it now , it can still win many girl friends !
चलिए याद तो आई, बेचारी मोटरसाईकिल
एक बात की दाद देनी पड़ेगी की गाडी का कलर नहीं उतरा !