Monthly Archives: December 2009
उत्तर भारतीय पत्नी Vs दक्षिण भारतीय पत्नी
इस पोस्ट को केवल और केवल मनोरंजन के रुप में लिया जाये यदि किसी भाई बहन को चोट लग जाये तो कृप्या बुरा न माने।
**** पत्नी के रुप में उत्तर भारतीय लड़की होनी चाहिये ****
१. शादी की उम्र के समय उत्तर भारतीय लड़की के बॉय फ़्रेंड उसकी उमर से ज्यादा होंगे।
२. शादी के पहले, वह लगभग बॉलीवुड की नायिका की तरह लगती है और् शादी के बाद उसे बाहों मै लेने के लिये उसके चारों और दो बार घूमना पड़ता है।
३. वह तुम्हें बहुत सारा प्यार करेगी, और तुम कंगाल हो चुके होगे लम्बे समय से उसके आने वाले दहेज दे इंतजार में क्योंकि तब तक तुम उसे कितनी ही बार फ़िल्में दिखा चुके होगे और बाहर होटलों में खाना खिला चुके होगे।
४. वो केवल पनीर बटर मसाला, आलू सब्जी, आलू गोभी सब्जी, आलू मटर, आलू पनीर व्यंजनों को ही बनाने का सोच सकती है, जिसे खाने से तुम बिस्तर पकड़ लोगे या तो ज्यादा केलोस्ट्रल से या फ़िर अजीर्ण और् गैस विकार से।
५.विकास केवल आपको अपने कैरियर में बाद में बढ़ता हुआ दिखेगा, आपके मासिक फ़ोन का बिल.
६. तुम उसके प्यार में अंधे हो चुके होगे क्योंकि उसकी जुल्फ़ें सुनहरी हैं, पर बाद में आपको पता चलता है कि अरे इसकी वजह तो मेंहदी है, जो उसने अपने सफ़ेद बालों को छुपाने के लिये लगायी है।
७. जब तुम ऑफ़िस से अपने घर पहुंचोगे तो वो "क्योंकि सास भी कभी बहु थी" देखने में व्यस्त होगी, आप या तो बाहर ही खाना खा के आ जाओ या फ़िर खुद ही खाना पकाओ।
८. आप उसके लिये एक् बहुत ही "विशिष्ट" इंसान हें.
९. आपसे मिलने से पहले वह हमेशा से यह् सोचती है कि मद्रास एक राज्य है जो कि पूरे दक्षिण भारत को समाहित करता है.
१०.जब वह कहे कि वो "वर्क आऊट" (work out) पर् जा रही है, उसका मतलब होता है "वॉक आऊट" (walk out)
११. उसके रिश्तेदारों की संख्या तुम्हारे शहर में रहने वाले लोगों से ज्यादा होगी।
१२.अंग्रेजी के केवल दो वाक्य जानती होगी “Thank you” और "How are you"
**** पत्नी के रुप में दक्षिण भारतीय लड़की होनी चाहिये ****
१. उसकी माँ तुम्हें हमेशा नीचा दिखायेगी क्योंकि तुम आईआईटी से नही पढ़े हो या मद्रास / अन्ना यूनिवर्सिटी से नहीं पढ़े हो।
२. उसके पिताजी अपनी किसी भी बात को शुरु करते वक्त या खत्म करते वक्त "… I Say…" जरुर कहेंगे|
३. अगर तुमने उसके सामने हिन्दी के चार या उससे ज्यादा अक्षर के शब्द बोले तो उसको कंपकपी आने लगेगी।
४. उसके लंबे बाल होंगे, बड़े करीने से तेल से तरबतर (दुबई की तेल वाली कंपनी उसके बालों से नारियल का तेल निकालने के लिये २५ साल के लिये करार पर बातचीत कर सकती है।)
५. वह “सुपर” शब्द का उपयोग केवल अपने लिये करेगी जब वह अपने उच्चतम शिखर पर होगी।
६. उसका नाम किसी देवी या फ़ूल के नाम पर होगा।
७. उसका पहला नाम आपके प्रथम नाम से बड़ा होगा, मध्यनाम और उपनाम संयुक्त होगा (अगर आप आंध्र से हैं)।
८. जब वह दूध/ दही और चावल मिला रही होगी आप कभी भी सुनिश्चित नहीं कर सकते कि ये कुत्ते के लिये है या उसके खुद के लिये।
९. शादी के लिये, उसे सिर पर चमेली का छोटा सा उद्यान होगा और मद्रास की गर्मी में भी असहज भाव से रेशमी साड़ियाँ पहने हुए पहनेगी। जबकि आप अपने एक कपड़े में गर्मी से परेशान हैं।
१०. उसके पसंदीदा क्रिकेटर कृष्णमचारी श्रीकांत है।
११. उसका पसंदीदा भोजन डोसा है, हालांकि उसने उत्तर भारतीय स्नैक्स जैसे कि चाट खाकर देखी है।
१२. वह हर गाने में कौन सा राग है बार बार बताकर तुमको बोर कर देगी।
१३. तुमको उसे गहने ही देना है, हालांकि उसके पास पहले से ही बहुत सारे हैं..
१४. उसके मंगलसूत्र का वजन WWF चेम्पियन की बेल्ट से भी ज्यादा होगा।
१५. उसके पिताजी हमेशा यही सोचेंगे कि उनकी बेटी तुमसे ज्यादा होशियार है।
मुंबई ब्लॉगर्स मीट रविवार ६ दिसंबर को आयोजित की जा रही है…
मुंबई ब्लॉगर्स मीट रविवार शाम के समय संजय गांधी पार्क में आयोजित की जा रही है, समय रहेगा शाम ४ बजे का।
अजय कुमार जी, सतीश पंचम जी, रश्मि रविजा जी, आभा जी, महावीर सेमलानी जी से बात हो चुकी है और उनकी सहमति भी मिल चुकी है।
जो ब्लॉगर बंधु मीट में आना चाहते हैं वे कृप्या मुझे ईमेल पर अपना मोबाईल नंबर उपलब्ध करवायें।
मेरा ईमेल पता है [email protected]
ये महेश भूपति क्रिकेटर कब से बन गये… मुझे तो नहीं पता … पर क्या आपको पता है… कि नवभारत टाईम्स ने …
आज के नवभारत टाईम्स में पेज नं १० पर एक समाचार है कि “लारा-भूपति लंदन में”। और इसमें लिखा है कि लारा दत्ता का नाम क्रिकेटर महेश भूपति के साथ जोड़ा जाने लगा। अब इस समाचार पत्र में किसे बताया जाये कि महेश भूपति क्रिकेट नहीं खेलते हैं वो टेनिस के खिलाड़ी हैं।
अब इन समाचार पत्र के हिन्दी शुरवीरों की क्या कोई सामान्य ज्ञान की परीक्षा लेने का साहस रखता है, नहीं !!!
बहुत दिनों से गलत खबरें पढ़ते रहे हैं पर आज फ़िर रुकते नहीं बना कि गलत खबर पढ़ते भी नहीं बन रही है, क्या ये टाईम्स ग्रुप का सिन्ड्रैला अखबार केवल हिन्दी के दिखावे के लिये प्रकाशित होता है, या वाकई हिन्दी के लिये गंभीर है, अगर कोई भी हिन्दी भाषी इस समाचार पत्र को पढ़ेगा तो वह इतनी गलतियां इसकी प्रकाशित सामग्री में निकाल सकता है कि इनको शर्म से डूब मरना चाहिये।
एमटीएनएल ने सबसे सस्ती मोबाईल टैरिफ़ प्लॉन बाजार में उतारा …. पर क्या ये मिस कॉल देने वाले सुधरेंगे…
सरकारी कंपनी एमटीएनएल ने आज मोबाईल के नये टैरिफ़ प्लान की घोषणा की जो कि अब तक के सर्विस प्रोवाईडर्स के दिये गये टैरिफ़ प्लान मे सबसे सस्ते हैं।
एमटीएनएल से एमटीएनएल – (०.५) आधा पैसा प्रति सैकंड
एमटीएनएल से दूसरे सर्विस प्रोवाईडर पर – १ पैसा प्रति सैकंड
जीपीआरएस प्रति १० के.बी. डाउनलोड का १ पैसा
अब इतनी सस्ती काल होने पर भी ये मिस कॉल देने वाले सुधरेंगे क्या या कॉल किया करेंगे। यह मानसिकता की बात है कि मेरे पैसे लग जायेंगे, अब आम आदमी को इस से ऊपर उठना होगा।
नंबर पोर्टेबिलिटी १ जनवरी २०१० से शुरु होने वाली है, पहले हम डोकोमो लेने की सोच रहे थे पर अब टैरिफ़ वार चल रहा है, अब एमटीएनएल का प्लान लेने की सोच रहे हैं।
जीवन की राहों में, बहुत संघर्ष हमने झेला है…. मेरी कविता… विवेक
जीवन की राहों में,
बहुत संघर्ष हमने झेला है,
सूरज की गरमी में,
पांवों के छालों को हमने सहा है,
जिंदगी की धूप में,
दिल की तपिश को हमने महसूस किया है,
तारों की छांव में,
चुभन शीतलता की भी महसूस की है हमने,
जिंदगी की दौड़ में,
उम्मीद है कि अब न कोई ऐसा एहसास होगा।