क्या आपको पता है कि सभी अंग्रेजी अखबारों की वार्षिक सदस्यता भी आप ले सकते हैं, इसमें लगभग अंग्रेजी याने कि आंग्लभाषा के सभी अखबार शामिल हैं, जैसे मुंबई में ९०० रुपये में सालभर टाईम्स ऑफ़ इंडिया और मुंबई मिरर या ईकनोमिक टाईम्स आप ले सकते हैं, हिन्दुस्तान टाईम्स १९९ रुपये में सालभर पढ़ सकते हैं, डी.एन.ए. ४५० रुपये में सालभर पढ़ सकते हैं।
अगर आप यही अखबार बिना सदस्यता के साल भर पढ़ते हैं तो आपको लगभग दोगुने या उससे ज्यादा पैसे खर्च करने पढ़ते हैं, जैसे कि टाईम्स ऑफ़ इंडिया ४.५० रुपये का आता है, मुंबई मिरार या ईकनोमिक टाईम्स के साथ, तो इसके हिसाब से महीने का बिल हो जाता है १३५ रुपये और सालभर का लगभग १६२० रुपये, और पढ़ पायेंगे साल भर आप केवल टाईम्स ऑफ़ इंडिया। पर अगर सभी आंग्लभाषा के अखबारों की आप वार्षिक सदस्यता ले लेते हैं तो आप सारे अखबार पढ़ पाते हैं वो भी लगभग उतने ही रुपये में।
इसके लिये अपने अखबार वाले से ही संपर्क करें क्योंकि इसके लिये किसी भी अखबार ने अलग से अभियान नहीं छेड़ा है और न ही इस बारे में सार्वजनिक किया जाता है, या यह भी हो सकता है कि यह हॉकर लोग अपने फ़ायदे के लिये इस तरह की स्कीम आम आदमी तक पहुंचाते ही न हों। अखबार वाला आपसे चेक मांगेगा जो कि देय होगा प्रकाशन कंपनी के नाम पर ही, और आपके पास आयेंगे कूपन्स कूरियर द्वारा, फ़िर बस आपको हर मास एक कूपन अपने हॉकर को देना है और वह अखबार आपको उपलब्ध करवाता रहेगा। बीच में आपके पास प्रकाशन कंपनी की ओर से फ़ोन भी आयेगा कि आपको अखबार मिल रहा है या नहीं।
तो आज ही अपने हॉकर को पकड़िये और वार्षिक सदस्यता लीजिये अभी डी.एन.ए और हिन्दुस्तान टाईम्स की सदस्यता ली जा रही है। टाईम्स ऑफ़ इंडिया की सदस्यता शुरु होने वाली है।
achhee khbr.
ऑनलाईन ही काफी है!!
हमारे यहाँ छुपाने का बहुत प्रचलन है
हिन्दुस्तान टाईम्स १९९ रुपये में!
विवेक भाई, कुछ गड़बड़ है। एच टी सिर्फ १९९ में !
वैसे जानकारी कमाल की है। आभार।
@ डॉ दराल सर – बिल्कुल सही है कि HT मात्र १९९ रुपये में सालभर की सदस्यता देता है। वैसे ही ET (Economic Times) मात्र ३९९ रुपये में वार्षिक सदस्यता देता है। ET बस रविवार को नहीं मिलता है सप्ताह के छ: दिन आता है।