यूलिप लेने पर बीमा धारक को प्रारंभिक वर्षों में ज्यादा पॉलिसी शूल्क देने पड़ते हैं। आबंटन प्रभार, फ़ंड प्रबंधन शुल्क, मोर्टेलिटि चार्जेस इत्यादि शुल्क यूलिप को महँगा बना देते हैं। इसके अलावा बाजार में उतार चढ़ाव के कारण इसमें किये गये निवेश के शुरु के वर्षों में अपेक्षाकृत कम रिटर्न मिलता है। लेकिन धीरे धीरे शुल्क की संरचना से शूल्क कम होते जाते हैं, पहले तीन वर्षों में शुल्क ज्यादा कटते हैं। आईआरडीए ने यूलिप की फ़ीस का जो नया तरीका बनाया है जिससे यह और अधिक आकर्षक हो गई है। इसके अंतर्गत बीमा कंपनियाँ १० वर्ष से कम के बीमा निवेश पर ३% से ज्यादा, और १० वर्ष से ज्यादा के बीमा निवेश पर २.२५% से ज्यादा शुल्क नहीं ले सकती हैं। लंबी अवधि के बाद यूलिप से आप अपने निवेश पर अधिक से अधिक राजस्व प्राप्त करते हैं।
जैसा कि हम सब लोग जानते हैं कि बाजार में निवेश के लिये वित्तीय उत्पाद आते ही जा रहे हैं। इन उत्पादों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है, १. जिससे उपभोक्ता को लाभ मिलता हो और २. जिससे एजेंट को लाभ मिलता हो। जैसे जैसे वित्तीय उत्पादों की संख्या बाजार में बढ़ती जा रही है, वित्तीय उत्पाद खरीदना उतना ही जटिल होता जा रहा है, क्योंकि यह समझना बहुत मुश्किल होता जा रहा है कि कौन सा वित्तीय उत्पाद अच्छा है और कौन सा बुरा।
यूलिप क्या है –
यूलिप का मतलब है यूनिट लिंक्ड बीमा योजना। यूलिप प्लॉन एक ऐसा वित्तीय उत्पाद है जो कि बीमे के द्वारा आपको सुरक्षा तो प्रदान करता ही है साथ में आपको निवेश का सुनहरा अवसर भी प्रदान भी करता है। यह एक अनूठा उत्पाद है जो कि आपकी बीमा और निवेश की आवश्यकताओं को एकीकृत रुप में उपलब्ध करवाता है। इसकी संरचना म्यूचयल फ़ंड के समान है, देखिये यह कैसे कार्य करता है –
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आप बीमा कंपनी एक निश्चित आवधिक प्रीमियम भुगतान करते हैं।
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प्रीमियम के एक हिस्से से आपको बीमा कवर दिया जाता है।
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और बचा हुआ प्रीमियम इक्विटी या सुरक्षित बांड(Debt Market) में निवेश कर दिया जाता है।
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बीमा धारक की मृत्यु की स्थिती में, बीमा राशि का भुगतान नोमिनी को कर दिया जाता है।
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पॉलिसी की परिपक्वता पर पॉलिसी की परिपक्वता राशि बीमा धारक को प्रदान कर दी जाती है।
एक बहुत उपयोगी जानकारी के लिये धन्यवाद
काम की जानकारी.
यूलिप के बारे में अच्छी जानकारी.
विवेक जी
यह पॉलिसी दो चीजें कवर करती हैं . दोनों का भुगतान संयुक्त रूप से होता है या अलग अलग .
मान लीजिये किसी की मृत्यु हो जाती है तो उसे बीमा धन मिलेगा या बीमा + यूनिट का मूल्य
आपने कहा दो तरह के निवेश हैं एक जो एजेंट को लाभ पहुँचते हैं दूसरे निवेशक को . ulip किस श्रेणी में आता है
@महेश जी,
हमेशा भुगतान केवल बीमा धन का ही होता है क्योंकि योजन इस तरह से ही बनायी जाती है,
दो तरह के निवेश के लिये बताया है तो कुछ में एजेन्ट का कमीशन ज्यादा होता है, तो वह उस योजना को ही बेचने की ही कोशिश करता है। और जिसमें निवेशक को लाभ होता है उसके लिये लाख प्रकार के बहाने बनाता है या फ़िर कहता है कि यह अच्छी नहीं है।
यह यूलिप के ही प्रकार हैं।