सिंगल प्रीमियम टर्म पॉलिसी
सिंगल प्रीमियम टर्म पॉलिसी के अंतर्गत एक मुश्त प्रीमियम का भुगतान करना होता है। इस पॉलिसी के अंतर्गत पूर्वनिर्धारित अवधि के लिये जीवन का जोखिम कवर किया जाता है। केवल एक बार प्रीमियम भर देने से आपको प्रीमियम का भूगतान हर वर्ष नहीं करना पड़ता है और हर वर्ष आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ता है, केवल एक बार प्रीमियम भरो और भूल जाओ, ये आपके जीवन का जोखिम पूर्वनिर्धारित अवधि के लिये कवर करता है। नियमित रुप से प्रीमियम भरने वाले प्लॉन से इस प्लॉन की प्रीमियम ज्यादा जरुर है क्योंकि केवल एक बार प्रीमियम देना है, जबकि नियमित प्रीमियम प्लॉन्स में यह हर वर्ष देना होती है।
नियमित प्रीमियम टर्म पॉलिसी
नियमित प्रीमियम टर्म पॉलिसी आपको वार्षिक आधार पर प्रीमियम भुगतान करने का विकल्प प्रदान करता है, अगर आप एक साथ ज्यादा बड़ा प्रीमियम भूगतान करने के इच्छुक नहीं है तो यह प्लॉन ले सकते हैं। आपको हर वर्ष बीमा अवधि के अंत तक प्रीमियम भरनी होगी।
प्रीमियम की वापसी के साथ टर्म पॉलिसी
आमतौर पर टर्म योजनाओं में अगर बीमा धारक को बीमा अवधि में कुछ नहीं होता है तो उसे कुछ भी रिटर्न नहीं मिलता है। आपने जो भी प्रीमियम भरी है वह नहीं मिलेगी। पर इस प्लॉन में आप वो प्रीमियम राशि प्राप्त कर सकते हैं जो कि आपने भरी हैं, जो कि बिना ब्याज के भी हो सकता है और ब्याज के साथ भी। इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अगर बीमा धारक जीवित रहता है तो उसने जितनी भी प्रीमियम भरी है, वह बीमा अवधि समाप्त होने के बाद परिपक्वता पर मिल जाती है, इसमें बीमा धारक को भरी गई प्रीमियम का नुकसान नहीं उठाना पड़ता है। लेकिन इसकी प्रीमियम नियमित प्रीमियम टर्म पॉलिसी से ज्यादा होती है।
टर्म पॉलिसी जो ऋण भी कवर करती हो
यह पॉलिसी खास उन लोगों के लिये बनायी गई है जिन लोगों ने गृह ऋण ले रखा है। बीमा राशि बकाया ऋण राशि के बराबर होगी। और यह धीरे धीरे उसी अनुपात में घटती जाती है, जैसे जैसे ऋण का भूगतान होता जाता है। यहाँ पर प्रीमियम की गणना बिल्कुल वैसे ही होती है जैसे कि गृह ॠण की मासिक किस्त की गणना। और यह पूरी बीमा अवधि में एक समान रहती है। इस पॉलिसी का लाभ यह है कि यह परिवार को बीमा धारक की मृत्यु के समय अतिरिक्त सुरक्षा देता है, बीमा धारक की मृत्यु की स्थिती में परिवार को इतने भारी ऋण का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा।
आभार आपके द्वारा प्रद्दत नियमित हितकारी जानकारी का.
बढियां जानकारी.
जानकारी के लिए धन्यवाद।
विवेक जी अच्छी जानकारी दे रहे हैं. उदाहरण के द्वारा समझाएँ तो और अच्छा होगा .
@ महेश जी – उदाहरण के लिये आगे आने वाली पोस्टों का इंतजार करना होगा, आपके सुझाव के लिये धन्यवाद।
बहुत सुंदर जानकारी
महत्वपूर्ण विषय पर लिख रहे हैं। इस पोस्ट की लॉग टर्म वैल्यू है! अन्यथा तो मात्र संवादात्मक लेखन होता है ब्लॉग्स पर!
jaankaari badhaane ke liye shukriya
बहुत अच्छी और सार्थक जानकारी..
very informative
thanks
कृपया यह भी स्पष्ट करें कि सिंगल प्रीमियम टर्म पालिसी बेहतर विकल्प है या नियमित प्रीमियम टर्म पॉलिसी?