मुंबई ब्लॉगर्स मीट हुई थी पिछले रविवार २५ अप्रैल २०१० को पर विवरण हम आज लिख पा रहे हैं, वैसे तो विभा रानी जी, रश्मि रविजा जी, जादू जी और हम अपनी एक तुरत फ़ुरत पोस्ट तो लिख ही चुके थे।
ब्लॉगर्स मीटिंग शाम ४ से ७ बजे तक एक स्कूल में रखी गई थी, और मीटिंग को ऊर्जावान बनाने का काम किया था विभा रानी जी, बोधिसत्व जी और आभा जी ने।
हम बिल्कुल ३.४५ दोपहर को अपने घर से निकले क्योंकि जहाँ मीटिंग थी वहाँ का रास्ता केवल हमारे लिये १० मिनिट का था, जब हम ब्लॉगर मीटिंग स्थल पर पहुँचे तो पाया कि जैसे ही हम ऑटो से उतर रहे हैं, विमल कुमार जी अपनी बाईक खड़ी करके हेलमेट उतार रहे थे और वही पहचान गये अरे भई क्या हालचाल हैं, पिछली मुंबई ब्लॉगर्स मीट में विमल कुमार जी से हमारी पहली मुलाकात हुई थी।
फ़िर मुलाकात हुई विभा रानी जी से और उनकी बिटिया कोशी से, कोशी भी ब्लॉगर हैं। विभा रानी जी से हमारा पहली बार परिचय हुआ, विमल कुमार जी ने बताया कि आपके ब्लॉग छम्मकछल्लोकहिस को अभी अवार्ड मिला है। हमने उन्हें बधाई दी।
इतने में ही बोधिसत्व जी और आभा जी भी आ गये, फ़िर हम बोधिसत्व जी और विमल कुमार जी थोड़ा पास ही घूमने चल दिये, तो आप दोनों के इलाहबादी किस्से सुनकर हम चकित हो रहे थे और मन ही मन उनके किस्से सुनकर आनंद भी आ रहा था, और कभी ऐसा लगा ही नहीं कि हम पहली या दूसरी बार मिल रहे हैं।
जब तक हम पहुँचे वापिस स्कूल की कक्षा में जहाँ कि ब्लॉगर्स मीट होनी निश्चित थी, तब तक अनिल रघुराज जी भी आ चुके थे, अनिल रघुराज जी से भी हमारी पहली मुलाकात थी। तभी बोधिसत्व जी के पास फ़ोन आया अभय तिवारी जी का, बस थोड़ी देर में ही अभय तिवारी जी भी आ गये। फ़िर आये अनिता कुमार जी और घुघुती बासुती जी, वैसे तो अनिता कुमार जी से चैट होती रहती है पर साक्षात दर्शन पाकर अच्छा लगा। इतने में रश्मि रविजा जी भी आ गईं, फ़िर आज राज सिंह जी और फ़िर ब्लॉगर फ़ैमिली जी हाँ यूनुस खान, ममता और जादू जी।
विभा रानी जी, रश्मि रविजा जी, विमल कुमार जी, बोधिसत्व जी, अभय तिवारी जी
विभा रानी जी, रश्मि रविजा जी, विमल कुमार जी, बोधिसत्व जी, अभय तिवारी जी
विमल कुमार जी, बोधिसत्व जी, अभय तिवारी जी, अनिल रघुराज जी, अनीता कुमार जी
अनिल रघुराज जी, अनीता कुमार जी
परिचय का दौर शुरु हुआ, विभा रानी जी ने अपना परिचय दिया उन्होंने बताया कि उनका एक ब्लॉग है बच्चों की कविताओं का जो कि हमें भी बहुत अच्छा लगा।
फ़िर परिचय हुआ हमारा याने कि विवेक रस्तोगी कल्पतरु का तो हमने बताया कि कुछ आध्यात्म पर लिखते हैं और कुछ वित्तीय और कुछ हल्के फ़ुल्के चिठ्ठे।
आभा मिश्रा जी ने अपने ब्लॉग अपना घर के बारे में बताया कि जो भी कुछ लिखने को होता है वह इस ब्लॉग पर लिखती हैं।
आभा मिश्रा जी
रश्मि रविजा जी ने बताया कि वे दो ब्लॉग लिखती हैं जिसमें एक कहानियों के लिये समर्पित है और दूसरे पर जो भी इच्छा होती है लिखती हैं।
घुघुती बासुती जी ने अपने ब्लॉग का परिचय दिया और बताया कि कैसे अपने मानस स्तर के लोगों से मेलजोल हुआ। ब्लॉग जगत में आकर सामाजिक वर्जनाओं के बीच अपनी पहचान बनाकर आज वे बहुत खुश हैं, आज उनको लोग उनके खुद की वजह से जानते हैं जो कि केवल उनकी अपनी पहचान हैं, और लोग मिलने के लिये ढूँढ़ते हुए घर तक पहुँच जाते हैं। घुघुती बासुती जी ने फ़ोटो लेने का मना कर दिया था तो हमने उनकी इच्छा का पूरा सम्मान किया और आशा है कि पूरा ब्लॉगजगत इस सम्मान को बनाये रखेगा।
अनीता कुमार जी ने अपने ब्लॉग लेखन की शुरुआत अपने एक लेख से की थी जो लिखा तो किसी के कहने पर था पर उन्हें वह लेख पसंद नहीं आया तो अपना ब्लॉग बनाकर उन्होंने पोस्ट बना दी।
फ़िर यूनुस खान जी के ब्लॉग से आजकल वे वाद्ययंत्रों के बारे में सीख रही हैं, और उन्हीं के कारण गानों में ज्यादा रुचि जागृत हुई, कि गानों के साथ कौन से साज बज रहे हैं ये भी जानने को और सीखने को मिला।
राज सिंह जी
राज सिंह जी अपना ब्लॉग चलाते हैं राजसिंहासन और वे एक फ़िल्म बना रहे हैं जो कि अगले २६ जनवरी को प्रदर्शित करने की इच्छा रखते हैं, आपने अपनी फ़िल्म के बारे में जानकारियाँ दी।
अनिल रघुराज जी ने अपने ब्लॉग के बारे में बताया और अपने नये वित्तीय हिन्दी पोर्टल अर्थकाम.कॉम [… क्योंकि जानकारी ही पैसा है!] के बारे में बताया कि भारत में धन का उपयोग कैसे करना है उसके जागृति नहीं है और वे अपना योगदान राष्ट्र को इस पोर्टल के माध्यम से दे रहे हैं।
ममता जी ने जादू और अपना परिचय दिया कि वे जादू के साथ इतनी व्यस्त रहती हैं कि जादू का ब्लॉग ही अब उनका ब्लॉग हो चला है, पर फ़िर भी कोशिश रहती है कि अपने ब्लॉग पर कुछ न कुछ पोस्ट करती रहें और नियमित रहें।
जादू जी, ममता जी
राज सिंह जी, अनिल रघुराज जी, जादू जी, ममता जी
यूनुस खान जी, विमल कुमार जी
यूनुस खान जी ने अपने ब्लॉग के बारे में बताया रेडियोवाणी संगीत को समर्पित उनका ब्लॉग है और अभी हाल ही में तीन वर्ष पूर्ण किये हैं और अब वे वाद्ययंत्रों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
अभय तिवारी जी और यूनुस खान जी
अभय तिवारी जी और बोधिसत्व जी ने अपने परिचय में ब्लॉग से संबंधित जानकारी दी और साथ में खानपान का दौर भी चलता रहा।
विमल कुमार जी ने बताया कि जो गाना उन्हें लगता है कि इस गाने में कुछ विशेष है या यह गाना सबको सुनाना चाहिये बस अपने ब्लॉग के माध्यम से सुना देते हैं।
वैसे तो रश्मि रविजा जी [मुंबई ब्लॉगर्स मिले कुछ ऐसे, बहुत पुरानी पहचान हो जैसे], अनीता कुमार जी [ ब्लोगर मीट और आलसीराम], जादू जी[‘जादू’ की पहली ब्लॉगर्स-मीट ] और विभा रानी जी [ मुंबई ब्लॉगर्स मीट- बोलती तस्वीरें!] ने मुंबई ब्लॉगर मीट पर विस्तार से चर्चा कर दी है उस विस्तार से चर्चा करना मेरे लिये अब मुश्किल हो रहा है क्योंकि समय ज्यादा बीत चुका है और बिल्कुल गजनी स्टाईल में अपने को शार्ट टर्म मेमोरी लोस हो गया है।
पंकज उपाध्याय जी और महावीर सेमलानी जी से हमारी बात हुई थी परंतु आप दोनों ब्लॉगर्स मुंबई के बाहर थे। नीरज गोस्वामी जी से क्षमा चाहेंगे कि हम जान बूझकर नहीं भूले थे, पर ये सबक था हमारे लिये कि अब नहीं भूलेंगे। देवकुमार झा जी आपका भी स्वागत है, मुंबई ब्लॉगर बिरादरी में, आगे से ध्यान रखेंगे । सतीश पंचम जी का जौनपुर जाने का कार्यक्रम निश्चित था, इसलिये वे भी सम्मिलित नहीं हो पाये।
और अंत में एक बात पहली बार हमने बिना किस्त के ये इतनी लंबी पोस्ट लगाई है, सब टिप्पणी पढ़कर हाँफ़ रहे हों परंतु आशा है कि फ़ोटो देखकर सबकी थकान मिट गई होगी।
बहुत अच्छी लगी ये पोस्ट .. जिनको हमेशा पढते हैं .. इनके बारे में जानना अच्छा लगता है !!
मुम्बई ब्लॉग़र्स मीट एक थी लेकिन सबकी रिपोर्ट देने का अलग अलग तरीक दिलचस्पी बनाए रखता है और पाठक बिना रुके पढ जाता है…चित्रों का आनन्द अलग… शुक्रिया.
मुम्बई ब्लॉग़र्स मीट एक थी लेकिन सबकी रिपोर्ट देने का अलग अलग तरीक दिलचस्पी बनाए रखता है और पाठक बिना रुके पढ जाता है…चित्रों का आनन्द अलग… शुक्रिया.
बहुत ही सुंदर ढंग से आप ने मुम्बई ब्लॉग़र्स मीट का विवरण दिया, बहुत सुंदर चित्रो के संग, ओर सब से मिल कर बहुत अच्छा लगा, धन्यवाद
शानदार रिपोर्टिंग….
अभी बाकी भागीदारों की ब्लॉग पोस्टें भी रह गई हैं। उनके विवरण से तो और समां बंधेगा। अभय तिवारी, विभा रानी, बोधिसत्व, विमल कुमार, युनूस खान, ममता, घुघूती बासूती (फोटो ही तो मना की है, उसके बदले ब्लॉगर मिलन की रिपोर्ट के विशेष अनुरोध), अनिल रघुराज, राज सिंह के ब्लॉग पर ब्लॉगर मिलन की पोस्टों के लिंक भी दिए जाएं। नहीं लगाई हों तो अवश्य लगाएं। इंतजार रहेगा। पूर्णता के लिए और प्रयास जरूरी हैं।
बढ़िया रिपोर्टिंग।
बहुत ब्ढ़िया लगा और तस्वीरों में देखकर..आभार,
स्कूल में ब्लोगर मीट –भई बेंचों को देखकर अपना बचपन याद आ गया ।
सभी ब्लोगर परिपक्व लगते हैं।
इसलिए स्कूल के बेंचों के साथ सभी को देखकर और जानकर आनंद आ गया ।
बढ़िया विवरण प्रस्तुत किया है आपने चित्रों सहित ।
सुन्दर है जी। जादूजी जैसे प्रख्यात ब्लॉगर के साथ इत्ते सारे ब्लॉगर साथियों को देखकर मन खुश हो गया।
बढिया रिपोर्टिग.. 🙂
बहुत अच्छे। ऐसी ब्लॉगर मीट, मेल-मिलाप और विचारों के आदान प्रदान के बेहद जरुरी है।
मै भी 11 जून को मुम्बई आ रहा हूँ और 14 जून तक रहूंगा, यदि आप लोग मिलने के इच्छुक हो तो एक ब्लॉगर मीट रखी जा सकती है।
विवेक जी मैं भी विमल जी के साथ आने वाला था ,लेकिन ५ बजे मुझे निकलना पड़ता ,और इस तरह मीटिंग के बीच उठना अभद्रता होती ,तो मैंनें विमल जी से क्षमा मांग ली थी ।
रिपोर्ट धांसू है ,गदगद हो गया ।
ब्लॉगर मीट की रिपोर्ट तो पसंद आई ही आई, डेस्क पर स्टूडेंट्स के बैठने का तरीका और ज़्यादा पसंद आया…
जय हिंद…
ब्लाँर्गस मीट रिपोर्ट अर्थात एक ऐसा लेसन जिसे हम जितनी बार पढ़ते है उतनी बार नई बात मिलती है……अच्छी रिपोर्ट….सुंदर छवियाँ। माँ की गोंद में जादू कितना अच्छा लग रहा है। यह आयोजन विभा जी की वजह से ही हो पाया। आभार।
badhiya report.
shukriya
ऐसी ब्लोग्गर मीट जाने उम्र भर के लिए कितनी ही यादें छोड जाती हैं जिन्हें याद करके आप पता नहीं कितनी जिंदगी जी सकते हैं । बहुत अच्छा लगा और कितनी ही बार पढ लूं अच्छा लगता है हर बार । आप सबको बहुत मुबारकबाद और बधाई
अच्छा लगा ये सब जानकर
शानदार ब्लॉगर मीट के जानदार चित्र. बधाई.
पढ़कर अच्छा लगा कि बंबई की आपाधापी में भी ब्लागर मिलने का समय निकाल ही लेते हैं.
बढिया। आपकी रिपोर्ट का इंतज़ार था। तस्वीरें अच्छी आई हैं। जल्दी ही फिर मिलेंगे।
बहुत सही… स्कुल में हमे भी एडमिशन चाहिए भाई..