नई सुबह का इंतजार है ….. मेरी कविता …… विवेक रस्तोगी July 20, 2010कविता, मेरी लिखी रचनाएँमेरी कविताVivek Rastogi Share this... Facebook Pinterest Twitter Linkedin Whatsappनई सुबह का इंतजार है जो मेरे जीवन को महका देगी जो मेरे मन को लहका देगी नई परिभाषा होगी नयापन सा होगा हिम्मत से सारोबार होगा नवचेतन मन नये आयाम नई पृथ्वी नई हवा सब कुछ अलग होगा और मैं भी कुछ नया सा !!!
naw geet achchha ban pada hai. shubhkamnao shit….
Visit my site-www.rajeevmatwala.wordpress.com
वाह नयी नयी सी कविता.
वह सुबह कभी तो आयेगी।