हमारे मित्र राहुल खरे जो कि विगत ४-५ वर्षों से थाईलैंड में निवास कर रहे हैं, और हमारे बहुत पुराने मित्र हैं। उनका हिन्दी प्रेम हमसे छिपा नहीं था, एक बार ऐसे ही चैटिंग करते हुए हमने हिन्दी में लिखना शुरु कर दिया, तो बहुत ही आश्चर्यचकित हुए कि आप सीधे चैट बॉक्स में कैसे हिन्दी लिख रहे हैं, हमने उन्हें बाराह के बारे में बताया। बस फ़िर क्या था उन्होंने एकदम से बाराह को अपने संगणक पर संस्थापित किया और हिन्दी में चैटियाने लगे, फ़िर भी उन्हें कुछ जगह समस्या आ रही थी, तो थोड़ी हमने मदद की और बाकी तो राहुल भाई संगणक विशेषज्ञ हैं, उन्होंने खुद ही खोज बीनकर सब कुछ सीख लिया।
उनका चिट्ठा अथक परिश्रम का ही फ़ल है, वे अब बराबर से हिन्दी में टाईपिंग कर पा रहे हैं, और अपना चिट्ठा बनाकर आज चिट्ठाजगत में शामिल हुए हैं।
राहुल भाई ने अपने चिट्ठे का नाम रखा है बबल्स (Bubbeles), जहाँ वे अब अपने मन की बातें लिखेंगे, आईये राहुल को उत्साहित कर अपने चिट्ठाजगत परिवार में शामिल करें। राहुल आपको बहुत बहुत शुभकामनाएँ।
विवेक जी, इस प्रोत्साहन के लिये आप का बहुत-बहुत धन्यवाद ।
राहुल खरे
अच्छा जी ,क्या कहने ! अभी जाते हैं राहुल जी के चिट्ठे पर !
स्वागत है
आभारी हूं मिलवाने के लिये
जा रहा हूँ वहां..:)
स्वागत है..
स्वागत है उनका। अभी जाते हैं। धन्यवाद।
राहुलजी का स्वागत है।
राहुलजी का स्वागत है..धन्यवाद।
स्वागत है !!!!
राहुल का स्वागत एवं शुभकामनाएँ.
राहुल जी का स्वागत है…
राहुल जी का स्वागत है
राहुल जी का ब्लॉग जगत में बहुत-बहुत स्वागत है! ब्लॉग की दुनिया से उन्हें अवगत कराने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
राहुल जी का ब्लॉग जगत में बहुत-बहुत स्वागत है!
स्वागत , इस्तेक़बाल, बधाई।