बैंगलोर मेरी नजर से.. मुंबई की तुलना में.. (Bangalore my views.. Comparing with Mumbai)

    मुंबई में ५ से भी ज्यादा वर्ष बिताने के बाद हम अब बैंगलोर आ पहुँचे हैं। मुंबई में इतने वर्षों से रहते हुए मुंबई की काफ़ी चीजों के आदि हो चुके थे जिसमें सबसे बड़ी चीज है “आत्म अनुशासन” (Self Discipline) और भी कई चीजें जैसे ऑटो, टैक्सी, बस और सबसे ज्यादा मुंबईकर जो लोग मुंबई में रहते हैं। मेरी नजर में मुंबईकर बहुत ही अनुशासित नागरिक हैं और शायद ही भारत में आपको उतने अनुशासित नागरिक मिलें।

    हमने पहले से ही बैंगलोर के बारे में बहुत कुछ पढ़ लिया था और जान लिया था कि ज्यादा समस्या न हो, परंतु नेट से मिला ज्ञान सीमित ही होता है, जब व्यवहारिक दुनिया में आते हैं तभी असलियत का सामना होता है।

    तड़के ४ दिसंबर को मुंबई से निकले थे बैंगलोर के लिये ७ बजे के आसपास की उड़ान थी, घर से बाहर निकले और ऑटो किया वह शायद हमारा आखिरी सफ़र था मीटर से ऑटो में बैठने का। उसके बाद बैंगलोर पहुँचे ९ बजे के आसपास, तो वहाँ से निर्धारित रूट की बीआईएएल (BIAL) की बस ली जिसे वायु वज्र भी कहते हैं, जिसका अधिकतम किराया १८० रुपये है, बैंगलोर में हवाईअड्डा हमारे रुकने की जगह से लगभग ४५ कि.मी. है और बस बहुत ही करीब में छोड़ देती है। सबसे अच्छी बैंगलोर की हमें बस सर्विस लगी, फ़िर चाहे वायु वज्र हो या वज्र (वोल्वो बस जो कि बैंगलोर शहर में चलती हैं)।

    सुबह भाई के साथ घर ढूँढने के लिये निकले, तो पता चला कि बैंगलोर में १ महीने पहले घर ढूँढ़ना पड़ता है, यहाँ पहले से ही लोग घर किराये के लिये पक्के कर लेते हैं, मुंबई में भी ऐसा होता है परंतु बहुत कम, आप जब चाहें तब किराये के घर में जा सकते हैं। मुंबई में दलाल २ महीने की दलाली लेता है और यहाँ एक महीने की, वैसे थोड़ा समय हो तो बिना दलाली के भी किराये के घर मिल जाते हैं। आखिरकार पहले ही दिन शाम को हमारा किराये का घर पक्का हो गया जो कि लगभग २० दिन बाद मिलना तय हुआ। यहाँ पर किरायानामा (Rent Agreement) पंजीकृत नहीं करवाया जाता केवल १०० रुपये के स्टाम्प पेपर पर बना लिया जाता है, जबकि मुंबई में पंजीकृत कार्यालय में पंजीकृत करवाना जरुरी है।

    सोमवार की सुबह गेस्ट हाऊस जाना तय हुआ तो ऑटो कम से कम २०० रुपये बिना मीटर के जाने को बोलेंगे, हमारे भाई ने बताया, तो हमने कहा इससे अच्छा तो यह है कि मीटर वाली टैक्सी (मेरु केब) को बुला लिया जाये और निकल लिया जाये, हमने फ़ोन किया और ५ मिनिट में टैक्सी हाजिर हो गई, गेस्ट हाऊस में चेक-इन करने के बाद उसने हमें अपने ऑफ़िस भी छोड़ दिया और कुल २२२ रुपये का मीटर बना, और अगर अलग से ऑटो करते तो गेस्ट हाऊस से ऑफ़िस जाने के ७० रुपये ले लेते।

    इसी बीच परिवार को भी मुंबई से ले आये और ऑटो वालों का गजब ही हाल था, मात्र १ किमी के कम से कम ४० रुपये माँगते हैं और ३ किमी के ७० रुपये, इससे तो अच्छे मुंबई के ऑटो थे कम से कम मीटर से तो चलते हैं। यहाँ पर एक नई चीज मिली जिसको देखो वह टिप माँगता मिलता है, जैसे कि भुखमरी फ़ैली हो, कोई भी समान रखने आये या कुछ सर्विस देने तो ऊपर से टिप जरुर मांगता है, जबकि मुंबई में ऐसा कुछ नहीं है।

    बैंगलोर के बारे में अच्छी बात लगी कि वज्र वोल्वो बस की सर्विस हर २-३ मिनिट में है, जिस रुट में हम रहते हैं, और कहीं भी हाथ दो तो रुक जाती है, वह शायद इसलिये क्योंकि बैंगलोर में बस के स्टॉप कहाँ हैं, पता ही नहीं चलता क्योंकि बहुत ही कम जगह पर चिह्नित किया हुआ है, नहीं तो नये लोगों के लिये तो बहुत परेशानी है। जबकि मुंबई में बस के रुकने के स्टॉप चिह्नित कर उसपर रुट नंबर भी लिखा रहता है, बस वहाँ केवल स्टॉप पर ही रुकती है, हाथ देने पर तो बिल्कुल नहीं रुकती।

    अभी तो बहुत कुछ बाकी है, यह अभी तक का मेरा अच्छा अनुभव रहा बैंगलोर में और उम्मीद है कि बैंगलोर के लोग मेरी यह धारणा बदलने नहीं देंगे कि बैंगलोर के लोग बहुत अच्छे हैं।

10 thoughts on “बैंगलोर मेरी नजर से.. मुंबई की तुलना में.. (Bangalore my views.. Comparing with Mumbai)

  1. बैंगलोर के बारे में अच्छी बात लगी कि वज्र वोल्वो बस की सर्विस हर २-३ मिनिट में है, जिस रुट में हम रहते हैं, और कहीं भी हाथ दो तो रुक जाती है, वह शायद इसलिये क्योंकि बैंगलोर में बस के स्टॉप कहाँ हैं, पता ही नहीं चलता

  2. मुंबई में भी दलाल एक महीने का ही किराया लेते है | हा अनुशासन की बात तो हमने भी देखी है अक्सर बड़े बस स्टाप आदि पर लोग लाइन में ही चढ़ते है |

  3. कई बातें पता चलीं…शुरुआत में तो मुंबई को मिस करेंगे ही आप….फिर शायद वहाँ की आदत पड़ जाए.

  4. बैंगलोर का मौसम मुंबई के मुकाबले बहुत अच्छा है कम से कम ये बात बैगलोर के फेवर में जाती है…दूसरी बात वहां की हरियाली भी मुंबई से बीस है…रही टिप की बात तो जितनी टिप अमेरिका में लोग मांगते हैं उसके मुकाबले बैगलोर वाले क्या मांगेगे…ऑटो वालों वाली बात सही है और इसके लिए बैगलोर के नंबर काटे जा सकते हैं…

    नीरज

  5. वज्र वॉल्वो एसी बस हैं जो ज्यादा भीडभरी नहीं होती इसलिए कहीं भी रुक जाती हैं । रात को वाहन जल्दी बंद हो जाते हैं मुंबई की तुलना में ।

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