जब से बैंगलोर आये हैं, तब से उपभोक्ता सेवाओं से त्रस्त हैं, पता नहीं यहाँ सारी कंपनियों में क्या मजा चल रहा है, किसी को उपभोक्ता की पड़ी ही नहीं है। या ये हो सकता है कि मुंबई में हमें अच्छी उपभोक्ता सेवाओं की आदत पड़ जाने से यह सब पच नहीं पा रहा है।
एयरटेल AirTel तो खासकर उपभोक्ता सेवाओं पर ध्यान नहीं दे रही है, वैसे तो खैर कोई भी कंपनी नहीं दे रही है, अब हमारा सामना एयरटेल AirTel से हुआ तो उसी के बारे में कहेंगे।
हमने १३ अप्रैल को डोकोमो DOCOMO के नेटवर्क कवरेज से त्रस्त होकर नंबर पोर्टेबिलिटी के लिये एयरटेल AirTel में नंबर बदलने के लिये आवेदन किया था। और फ़िर १९०१ से हमारे पास कल सुबह हमारे पास एस.एम.एस. भी आ गया कि २७ अप्रैल को रात १० बजे डोकोमो DOCOMO की सेवाएँ बंद हो जायेंगी और सुबह ५ बजे से एयरटेल AirTel की सेवाएँ शुरु हो जाएँगी।
हमने एयरटेल AirTel वाले बंदे को सिम के लिये फ़ोन किया जो कि कार्पोरेट कनेक्शन बेचता है, जब तक हमें एयरटेल AirTel सिम नहीं देगा तब तक हम बिना फ़ोन नंबर के हो गये। 🙁
एयरटेल AirTel के बंदे का जबाब था “सर जिस लड़के के पास सिम थी, उसने इस्तीफ़ा दे दिया है अब सिम मिलने में देरी होगी, अगर आपको जल्दी सिम चाहिये तो मैं आपको सिम का सीरियल नंबर दे देता हूँ आप एयरटेल AirTel की गैलरी पर जाकर यह सिम नंबर दीजिये और कहिये कि मेरी सिम खो गई है :(, तो आपको सिम मिल जायेगी”, मैंने कहा “मैं क्यों बोलूँ कि मेरी सिम खो गई है, जब मुझे मिली ही नहीं, पहले मुझे सिम दो फ़िर मैं खोऊँगा फ़िर बोलूँगा कि सिम गुम हो गई है, और यह एयरटेल AirTel की समस्या है मेरी नहीं, कि मुझे अभी तक एयरटेल AirTel सिम नहीं दे पाया।”
खैर बहुत हुज्जत करने के बाद एयरटेल AirTel वाले ने कहा कि कल सुबह सिम मिल पायेगी और उसके दो घंटे बाद शुरु हो पायेगी, तो मैंने उसे साफ़ शब्दों में कह दिया कि “मैं सेवाओं पर बहुत ध्यान देता हूँ और सुबह मेरा ६ बजे अगर मेरा फ़ोन बंद हुआ तो मैं कल ही एयरटेल AirTel की सेवाएँ सरेंडर कर दूँगा, जब तुम लोग बेचने के पहले ऐसी सेवाएँ दे रहे हो तो बाद में कैसी दोगे”, फ़िर भले ही मुझे नया नंबर क्यों न लेना पड़े, और जो तकलीफ़ नहीं झेलना चाह रहा था वह तकलीफ़ झेलनी पड़े। तो वह बंदा बोलता है “सर सिम तभी सरेंडर हो सकती है जब वह एक्टीवेट हो जाये, उसके बाद गैलरी पर जाकर सरेंडर कर दीजियेगा”। अब बतायें क्या ऐसी कंपनी के साथ रह सकते हैं।
फ़िर मैने शिकायत करने के लिये एयरटेल AirTel के उपभोक्ता सेवाओं के अधिकारियों के नंबर अंतर्जाल पर ढूँढ़ने की कोशिश की, तो पता चला कि नोडल ऑफ़िसर बैठा रखे हैं, परंतु वे भी ना के बराबर हैं, पता नहीं सुनिल मित्तल जी ने कैसी फ़ौज मैदान में छोड़ रखी है, अगर ऐसा ही चलता रहा तो बस हो गया। एयरटेल AirTel वालों को साफ़ साफ़ कह देना चाहिये कि भई हमें नया काम नहीं चाहिये, जो है वही नहीं संभल रहा है। और तो और शिकायत करने के लिये किसी भी अधिकारी का फ़ोन नंबर या ईमेल नहीं दिया गया है, निजी क्षैत्र की कंपनी से आशा की जा सकती है कि वे तो सेवाएँ अच्छी देंगे।
ऐसे ही मेरे एक मित्र ने एयरटेल AirTel का आई.पी. कनेक्शन के लिये गैलरी में आवेदन किया और उन्होंने ९९९ रुपये नकद जमा करवा लिये, अब पंद्रह दिन हो चले हैं, पर एयरटेल AirTel है कि कनेक्शन देने का नाम नहीं दे रहा है। जब भी वह फ़ोन करता है तो बस कहते हैं कि दो तीन दिन में हो जायेगा। जब उनसे कहा गया कि मैं भी अगर बिल के लिये यहीं कहकर पंद्रह बीस दिन बाद बिल भर दूँगा आश्वासन दूँ तो क्या आप लोग मान जाओगे, तो हँसकर दाँत निपोरते हुए जबाब मिलता है, “नहीं सर”। और हमारे मित्र का डॉयलाग था कि बैंगलोर में तो एयरटेल AirTel वालों की मस्ती चल रही है, सेवाएँ देना ही नहीं चाहते हैं।
अब सोच लिया है कि एयरटेल AirTel कंपनी का तो कनेक्शन लूँगा ही नहीं, अब भले ही मुझे मोबाईल नंबर ही बदलना पड़े, बदल लूँगा। ऐसी कंपनी के साथ रहने से अच्छा है कि थोड़ी तकलीफ़ सहकर किसी और कंपनी की सेवाएँ ले ली जायें। देखते हैं कि कौन सी कंपनी की सेवाएँ अच्छी मिलती है।
निजी कम्पनियां तो सरकारी की भी बाप हैं… और इनमें किसी को कोई डर भी नहीं होता क्योंकि सरकारी नौकर को दूसरी नौकरी मिलनी नहीं होती और प्राइवेट में एक छोड़ो दूसरी लो तो ऐसे में क्या दिक्कत है… सब प्राइवेट कम्पनियां एक जैसी हैं.. इससे अच्छा तो दस सरकारी कम्पनियां खड़ी कर दी जातीं…
AirTel का एक सिम कार्ड मेरे पास था, जिस मे अभी भी २,३ सॊ रुपये बाकी थे, मै यहां आया तो वो बंद हो गया, उसे दोबारा चालू करवाने के लिये गया तो पहले दिन तो उस पागल के बच्चे ने मुंह ऊठाये बगेरा ही कह दिया कल आना, मै चुपचाप वापिस आ गया, दुसरे दिन गया तो बोला आप को एल एपलिकेशन लिखनी पडेगी ओर दो दिन बाद आना… मैने उसी समय सिम तोड कर उस के मुंह पर मारा ओर बकता हुआ वापिस आ गया,सच मे भारत मे अभी किसी चीज पर सर्विस अच्छी नही, लोग सिर्फ़ लुटने की करते हे…
कोए सभी काले है… डो को मो में खुश रहते… कम से कम पता तो था की पंगा क्या है…
जहाँ पर उपभोक्ता अधिक हो जाते हैं, वहाँ उनका मान कम हो जाता है।
अफसरी झाडने में, दादागिरी दिखाने में विदेशों की नकल और सेवाऍं देने मे असल भारतीय चरित्तर। बिलकुल ऐसी दशा – विधान सभा/लोक सभा चुनावों जैसी। आपको कम बेईमान को चुनना है।
ab customer service jaese vyavstha khatam ho gayee haen
2004 mae jab sim liyaa thaa 24×7 days aap phone kariyae 121 par aur 9 number dial kartey hi customer service sae baat hotee thee lekin ab 3 minute kae 50 paese lagtey haen aur tab bhi samsyaa nahin sudhartee
is kae allwa 198 bhi jahaan aap complaint kar skatey wo free haen par wahaan karkae aap ko vapas 121 par bhej diyaa jataa haen
vodafone kaa bhi yahii haal haen
talk time kaa bhi koi record nahin hota prepaid mae man marji ki dar lagaa dee jaatee haen
main bhi karwaane wala hun MNP mein number change…wo bhi reliance se airtel..
mere doston ne bhi airtel mein switch kiya…unhe dikkat to nahi hui…hum log to jis dealer se karwate hain wo form ke saath hi airtel ka sim bhi de deta hai, aur fir jab aapke current network ka service chala jaaye to bas naya wala sim daal ke use karna shuru kar den..
pata nahi aapko dikkat kyu hui..