कुछ दिनों पहले प्रशांत की एक बज्ज या फ़ेसबुक स्टेटस से एंग्री बर्ड्स (Angry Birds) नामक खेल का पता चला। हमने इसकी खोजबीन की गूगल महाराज पर तो देखा यह तो क्रोम ब्राऊजर में ऑनलाईन उपलब्ध है, और तो और अगर एक बार खेल शुरू कर लिया जाये तो नेट कनेक्शन बंद भी कर सकते हैं, तो कुछ लेवल ऑफ़लाईन खेल ही सकते हैं।
खैर ब्लॉगर बांधव की सहायता से फ़ेसबुक के सहारे हमें एंग्री बर्ड्स को संस्थापित करने की लिंक मिल गई और हम खुश हो गये। मुझे याद है कि यह एंग्री बर्ड्स कुछ महीने पहले हमने नोकिया के N8 मोबाईल पर खेला था जब वह लांच हो रहा था।
एंग्री बर्ड्स खेल को खेलना किसी नशे से कम भी नहीं है, जब भी समय मिलता है तो हम पिल पड़ते हैं एंग्री बर्ड्स के साथ। यहाँ तक कि हमारे बेटॆ का तो सबसे प्रिय खेल यही है, इस चक्कर में महाराज की पढ़ाई लिखाई भी एक तरफ़ हो गई थी, तो हमने आखिरकार डेस्कटॉप से शार्टकट हटा दिया, प्रोग्राम फ़ाईल से भी प्रोग्राम हटा दिया, अब वे एंग्री बर्ड्स नहीं खोल पाते हैं, हाँ अगर उन्होंने पढ़ाई का कार्यक्रम पूरा कर लिया तो हम उन्हें खुद ही एंग्री बर्ड्स लगाकर दे देते हैं।
एंग्री बर्ड्स मूलत: एक वीडियो गेम पहेली है, जो कि फ़िनलैंड की रोवियो मोबाईल ने विकसित की है। यह खेल सर्वप्रथम एप्पल के लिये दिसंबर २००९ में विमोचित किया गया था और इसकी खूब बिक्री हुई तो कंपनी ने अन्य टच स्क्रीन उपकरणों के लिये भी इस खेल को विकसित किया ।
एंग्री बर्ड्स में मूलत: कुछ गुस्सा हुए पक्षी हैं जिन्हें गुलेल के द्वारा नियंत्रित कर सामने खड़े ढांचे को गिराकर उसमें बैठे हुए सूअरों को खत्म करना है। यह एक प्रकार से कूटनीतिक खेल है, जिसमें आपको पूरी योजना के साथ इन सूअरों को मारना होता है। यह खेल दिमाग को तो तेज करता ही है, परंतु इस खेल की लत भी लगाता है।
इस खेल का छठा एपीसोड हाल ही में बाजार में उतारा गया है “ माईन एन्ड डाईन”, जिसमें १५ लेवल हैं।
आज एंग्री बर्ड्स खेल शायद मोबाईल में खेलने वाला सार्वाधिक लोकप्रिय खेल है।
एंग्रीबर्ड्स को क्रोम ब्राऊजर में खेलने की लिंक –
तो देर किस बात की है, अब खेलिये एंग्री बर्ड्स और लत ना लग जाये तो कहना ।
मैंने भी खेल कर देखा था इसे, पर इसमें एडिक्शन जैसी कोई बात नहीं लगी थी मुझे. ये इसलिए भी हो सकता है कि शायद मुझे वीडियो गेम्ज़ यूं भी कोई ज़्यादा पसंद नहीं हैं. लेकिन आप बच्चे को ज़्यादा देर यूं न चला पाएंगे, वे अपने यार-दोस्तों से अपने-अपने मां-बाप के हथकंडों का तोड़ ढूंढ लाते हैं 🙂
हमें तो बहुत आनन्द नहीं आया पर क्या करें उसी में क्रेज़ है।
सूचनात्मक ढंग से अनुभव बांटते हुए प्रचार जैसी लगी आपकी यह पोस्ट.
एंग्री बर्ड्स खेल को खेलना किसी नशे से कम भी नहीं है, जब भी समय मिलता है तो हम पिल पड़ते हैं एंग्री बर्ड्स के साथ
Agree
चलिए एक जानकारी यह भी.
मेरा नुकसान करा दिया आपने !
कल ही अपने आई पैड पर क्रोधित चिड़ीयों को डाउनलोड कीया, तब से मेरा आई पैड बीवी के कब्जे मे है!
लगता है क्रोधित चिड़ीयों के चक्कर मे खुद के लिये भी अब एक नया आई पैड खरीदना होगा! 🙁
समझदार की मौत है। इस मामले में हम नासमझ ही भले। कुछ भी समझ नहीं आया।
नाम तो बहुत सुना है इन क्रोधित चिड़ियों का, अपने नोकिया ५८०० पर उतारी भी थी पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। वीडियो गेम खेलना काफी सालों से बन्द हो गया है, आपकी इस पोस्ट के बाद दोबारा देखना पड़ेगा।
क्रोधित पक्षियों के इस खेल को क्रोम पर खेलकर देखा है, लेकिन मुझे कुछ खास पसन्द नहीं आया। समय व्यर्थ करने वाला, ब्लॉगिंग से दूर करने वाला लगा मुझे तो… 🙂 🙂
मैंने फ़ेसबुक के एक और गेम (फ़ार्मविले) के बारे में सिर्फ़ सुना है कभी खेला नहीं…। भाई लोग उस गेम के भी लती हैं…
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