क्या आपने कभी अपने मोबाईल का बिल बारीकी से देखा है अगर नहीं तो देखिये क्योंकि भले ही सारी कंपनियाँ दावे कर रही हों, परंतु सभी कहीं न कहीं गड़बड़ी करके कमाई कर रहे हैं।
जब से बैंगलोर आया हूँ, तब से तो मोबाईल कंपनियों से परेशान हो चुका हूँ, पहले टाटा डोकोमो लिया फ़िर एयरटेल और अब वोदाफ़ोन, सभी वादे करते हैं, कि बिल में कोई त्रुटी नहीं होगी, और मैं सभी के बिल में त्रुटियाँ पकड़ चुका हूँ। ये लोग सीधे मानते भी नहीं, पहले तो आपको गड़बड़ाने की कोशिश करेंगे फ़िर अगर आप नहीं मानते हैं तो फ़िर अपनी गलतियों को मानते हैं।
कल ऐसे ही मैं अपने वोदाफ़ोन का बिल देख रहा था कि तो डाटा चार्जेस में 18.30 रूपये थे, अब हमने अपने डाटा के उपयोग देखे और हिसाब किया तो पता चला कि बिल गलत है। आप भी देखें –
मेरा डाटा प्लान 99 रूपये में 2 जीबी डाटा फ़्री
ये हैं मेरे द्वारा उपयोग किया गया डाटा
अब हमने अपने सीखे हुए ज्ञान को परखा जो के इस प्रकार है,
1 byte = 8 bit
1 kb = 1024 byte
1 mb = 1024 kb
1 gb = 1024 mb
1 tb = 1024 gb
यहाँ हमने पाया कि हमने तो 150 mb डाटा का भी उपयोग नहीं किया है, फ़िर भी शुल्क लगा दिया गया है। सोचा चलो अपनी गणित में कुछ गड़बड़ी है, वोदाफ़ोन से पूछते हैं कि उनकी गणित कैसे होती है। कस्टमर (कष्टमर) केयर को फ़ोन लगाया, और उनसे हमने कहा कि क्या आप हमें समझायेंगे कि ये डाटा प्लॉन कैसे कैलकुलेट किया गया है, और ये शुल्क क्यों लगाये गये हैं। कस्टमर केयर पर ऐसे लोगों को बैठाया जाता है जिन्हें कुछ आता नहीं है और उन्हें अपने उत्पाद और प्लॉन पर पूरा भरोसा होता है, पहले तो वे माने नहीं कि बिल गलत है, जब हम डाटा कैलकुलशन उनको समझाने लगे तो फ़ौरन गलती मान ली और कहा हम आपका यह शुल्क वापस कर रहे हैं। आपको इसकी शिकायत का नंबर एस.एम.एस. से मिल जायेगा, कल दोपहर को फ़ोन किया था अभी तक उनके शिकायत नंबर का इंतजार कर रहे हैं, लगता है कि उन्होंने हमारी शिकायत दर्ज ही नहीं की है और दीगर यह है कि कस्टमर केयर पर बात करना फ़्री नहीं है उसके भी शुल्क लेती है वोदाफ़ोन।
आप भी देखिये कहीं बिल में गड़बड़ी तो नहीं है, ये मोबाईल कंपनियों का कोई भरोसा नहीं है, आजकल लगभग सभी लोग इंटरनेट का उपयोग मोबाईल से करते हैं परंतु कितने लोग उसके शुल्क की गणना कर पाते हैं, शायद १ या २ प्रतिशत।
बहुत बवालिया फ़ोन कम्पनियां हैं।
मजे की बात यह है कि कस्टमर केयर को टोल फ्री बनाने के लिए अभी तक ट्राई ने भी कोई कदम नहीं उठाये हैं. सभी कम्पनियाँ एक जैसी ही हैं. अपने मूल देशों में यह ऐसा कर लें तो इनके लाइसेंस रद हो जायेंगे, लेकिन भारत में यह कुछ भी कर सकती हैं.
इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार – आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर – पधारें – और डालें एक नज़र – बंद करो बक बक – ब्लॉग बुलेटिन
लूटमार की सारी विधियाँ ज्ञात हैं इन्हें..
लगता है, अपने सारे काम छोड कर अब बस यही सब करें।
99 रुपये वाले डेटा प्लान में तो मेरा भी कभी 250mb से आगे डेटा खर्च नहीं होता, मोबाइल से सर्फ़ करने में…
वैसे पहले मेरे पास रिलाएंस का फोन था और उसमे भी अजीब अजीब तरह से पैसे कटते थे…मैं एयरटेल में बदलवा लिया…
और कस्टमर केयर से तो पूछना ही फ़ालतू है…