पल भर के लिये कोई हमें प्यार कर ले, झूठा ही सही, गाना क्या बंगले में फ़िल्माया गया है, इत्ते सारे खिड़की दरवाजे, कि हीरो देवानंद को सारे पता हैं और हीरोईन हेमामालिनी खिड़की दरवाजे बंद करके थक रही है। अच्छा गाना है प्यार में नाराज और गुस्सा और मनाना, जब हीरोईन मारने आये तो खुद को समर्पित कर दिया।गीत इतना बेहतरीन लिखा गया है, एक एक पंक्ति प्यार की स्याही में डुबाकर लिखी गई है, गाना सुनकर दिल रोमांचित हो उठता है और भावनाएँ उमड़ घुमड़ पड़ती हैं।
बचपन में ये गाना सुन के तो हम बहुत खुश होते थे 😛
आभार।
😀 nice
hmmm nice song 🙂
सच है, इतने दरवाजे तो कहीं भी नहीं देखे हैं।
'सौन्दर्य त्रयी' का उदाहरण है यह – गीत भी सुन्दर, फिल्मांकन भी सुन्दर और अभिनय भी।