फ़िल्म जिस्म २ देखी, यह फ़िल्म देहप्रदर्शन के साथ ही संपूर्ण देह के प्रेम प्रदर्शन का अच्छा अक्स दिखाती है। जिसमें बताया गया है कि मन तो नफ़रत कर सकता है, परंतु जिस्म का क्या करें उसकी जरूरतें अपनी हैं और उस जिस्म की जरूरतें वहीं पूरी कर सकता है जो उस जिस्म को समझ सकता है।
जिस्म २ में सनी लियोन को लिया गया, ज्ञात रहे कि सनी लियोन कनाडा की पोर्न स्टार हैं और भारतीय हैं, सनी लियोन को भारत में पहली बार बिग बोस में दिखाया गया था।
अदाकारी सनी में बिल्कुल नहीं है, चेहरे पर भाव नहीं है, फ़िल्म केवल देहयष्टि के भाव देखने के हिसाब से उचित है वरना कहानी कसी हुई नहीं है और जिस्म के संवाद अच्छॆ बन पड़े हैं, संवाद बहुत कुछ अच्छे लगे, कुछ गाने भी अच्छॆ हैं।
यह फ़िल्म केवल सनी लियोन के देह प्रदर्शन के बलबूते ही बॉक्स ऑफ़िस पर चलेगी, क्योंकि इस फ़िल्म में बस सनी लियोन का जिस्म ही दिखाया गया है और वह भारतीय सिनेमा में पसंद किया जायेगा या नहीं, यह पता नहीं, क्योंकि कलाकार जो कामुकता दर्शाते हैं वह सच के करीब होती है और यह कामुकता बिल्कुल पोर्न फ़िल्म के समकक्ष वाली है।
गाँवों में शायद यह फ़िल्म लोगों द्वारा पसंद की जायेगी, शहरों में नहीं, पूजा भट्ट से एक अच्छी फ़िल्म की अपेक्षा थी और आशा के विपरीत इसमें इमरान हाशमी नहीं थे, जो कि इस तरह की फ़िल्मों के लिये भट्ट कैंप से सबसे उपयुक्त हीरो इमरान हैं और उनका अभिनय फ़िल्म में जान डाल देता है।
वैसे शिवा फ़ेम ……. ने इस फ़िल्म में जान डालने की पूरी कोशिश की है, परंतु किरदार का इतना महत्वपूर्ण रोल ना होने से उन्हें अपनी अदाकारी दिखाने का पूरा मौका नहीं मिला।
कुल मिलाकर हमारी तरफ़ से तो यह फ़िल्म को हम केवल १ स्टार देते हैं, परंतु सबकी अपनी अपनी जरूरतें होती हैं, जिंदगी की भी और देखने की भी, तो हो सकता है कि जो जिस्म देखने जायेंगे उन्हें बहुत अच्छी लगे और वे उसे ४ स्टार भी दे सकते हैं।
कुछ संवाद जिस्म २ से जो कि मैंने ट्विट किये थे –
झूठ में मान नहीं सकता और सच किसी को सुनना नहीं ।
ये दुनिया सिर्फ़ प्यार की बातें करती है, चलती जुर्म पर है ।
जिंदगी में इंसान के पास सिर्फ़ दो ही रास्ते होते हैं, या तो वो झूठ को मानकर होश में रहे या सच सुनकर दीवाना हो जाये ।
तुम झूठ नहीं हो, क्योंकि तुम भी इसी जिंदगी के सर्कस का एक हिस्सा हो ।
ऐ जिंदगी तुझे तो सिर्फ़ ख्वाब में देखा हमने ।
तन्हा आदमी अक्सर अपने आप से ही बातें किया करते हैं ।
जब जान पर आती है तो उस जान को बचाने के लिये सब कुछ सीख जाते हैं।
जब कोई खुद को ही खत्म करने पर आ जाये, तो उसे कोई नहीं बचा सकता ।
अगर दुनिया में खूबसूरती है तो बदसूरती भी है । अँधेरा है तो रोशनी भी है ।
अगर किसी से प्यार करते हो तो उसे भूल जाने का जिगर भी रखो ।
अच्छा! तो यही डायलौग कल ट्विटर पर चेंप रहे थे! मुझे तो लगा कि डिप्रेशन में जा रहे हो!
🙂
अच्छी विवेचना किये हैं आप जिस्म २ की .मुंबई भत्तों से नंगई के अलावा और क्या अपक्षा करिएगा .यही है इनका दर्शन और जीवन .
जी हाँ और कोई अपेक्षा भी नहीं है ।
जब जिस्म ही देखना हो तो जनता फिल्म क्यों देखे, वही न देखे जिसके लिए सनी लियोन प्रसिद्ध हुईं!
वह तो है, पर जनता को वह इतनी आसानी से उपलब्ध नहीं है, तो भट्ट कैम्प ने उपलब्ध करवा दिया ।
बड़ा तेज चैनेल निकला यह
🙂 हा हा, मिल गई फ़िल्म तो देख ली 🙂
अब शायद कोई जिस्म 3 भी बनाये।
बड़ी नयी नयी बातें पता लग रही हैं प्रेम के बारे में, सनी लियोन और पूजा भट्ट जी से।
किसी गांव वाले से पूछेंगे इसका रिव्यू। दमदार रिव्यू तो वही दे सकेगा।
न तो देखी और न ही देखने की इच्छा हुई – आपकी पोस्ट पढने के बाद भी।
Lekin is film ko logo ne dekhna km pasand kara kyoki isme kuchh jyada hi sexy shot he or yah apni bhartiy sanskrti ke khilaf he..
Lekin is film ko logo ne dekhna km pasand kara kyoki isme kuchh jyada hi sexy shot he or yah apni bhartiy sanskrti ke khilaf he..