क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग करना भी एक कला है, जो कि हमारे वित्तीय जीवन (Financial Life) के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण है। कई लोग क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना बंद कर देते हैं क्योंकि जब वे खर्च करते हैं और क्रेडिट कार्ड से भुगतान करते हैं तो उन्हें लगता है कि नगद (Cash) तो उनकी जेब से जा नहीं रहा, और क्रेडिट कार्ड का भुगतान बाद में करना है, पर वे यह
नहीं सोचते कि भुगतान तो उन्हें ही करना है, उनके द्वारा खर्च किये गये क्रेडिट कार्ड का भुगतान (Payment) और कोई नहीं करेगा, और अगर निश्चित समय अवधि के अंदर भुगतान नहीं किया जाता है तो उसके देरी से भुगतान के शुल्क (Late Payment Fees) भी भुगतने होंगे और बकाया राशि (Outstanding Amount) पर ब्याज (Interest) भी देय होगा। ब्याज इतना भारी होता है कि इसे भुगतने के बाद क्रेडिट कार्ड धारक (Credit Card Holder) हमेशा याद रखता है, 2 प्रतिशत मासिक याने कि 24 प्रतिशत सालाना, कई क्रेडिट कार्ड कंपनियां 3 प्रतिशत मासिक भी लेती हैं।
क्रेडिट कार्ड हो या डेबिट कार्ड पिन जरूरी (Credit Card or Debit Card pin is mandatory now)
लेट पेमेन्ट फीस से बचें (Avoid Late Payment Fees) –
क्रेडिट कार्ड कंपनियां अपने ग्राहक को 50 दिन के क्रेडिट की सुविधा देती हैं, अगर आप निश्चित देय तिथि तक भुगतान नहीं कर पाते हैं तो ब्याज के अतिरिक्त देरी से भुगतान शुल्क (Late Payment Fees) भी देय होती है, क्रेडिट कार्ड के लेट पेमेन्ट फीस से बचने के कुछ उपाय –
- अपने बचत खाते से क्रेडिट कार्ड को लिंक करें जिससे देय तिथि पर अपने आप भुगतान (Auto Debit Facility) हो जाये ।
- अगर आप अपने बैंकखाते से लिंक नहीं करना चाहते तो आखिरी भुगतान तिथि के 3 दिन पहले क्रेडिट कार्ड कंपनी को NEFT से भुगतान (Outstanding payment to Credit Card Bank) कर दें।
- अगर चैक (Cheque) से भुगतान कर रहे हैं तो चैक जल्दी ही जमा कर दें, क्योंकि चैक क्लियरिंग (Clearing) में ज्यादा समय लगता है।
- अपनी डायरी, मोबाइल में क्रेडिट कार्ड पैमेन्ट के लिये चेतावनी का संकेत (Reminder Alarm) लगा लें ।
इन उपायों के बावजूद भी अगर लेट पेमेन्ट फीस लग जाती है तो क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर (Credit Customer Care) से बात करें और उन्हें विश्वास दिलवायें कि यह पहली बार हुआ है और आगे से ऐसा नहीं होगा, और वाकई अगर पहली बार आपके साथ यह हुआ है तो आपके क्रेडिट कार्ड पर लगायी गई लेट पेमेन्ट फीस सौ फीसदी आपके खाते में क्रेडिट हो जायेगी।
लेकिन अगर आप हमेशा ही भुगतान में देरी करते हैं तो लेट पेमेन्ट फीस का भुगतान करने को तैयार रहिये । और हाँ लेट पेमेन्ट फीस आपकी क्रेडिट स्कोर याने कि हिस्ट्री (Credit Score) भी खराब करता है ।
मैं तो nuisance से बचने के लिए क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करता ही नहीं , देश में डेबिट कार्ड और बाहर जाना हो तो प्रिपेड मैट्रिक्स. बैसे एक राष्ट्रीयकृत बैंक का क्रेडिट कार्ड पिछले कई सालों से ले रखा है जिसकी लिमिट भी बहुत कम रखी हुई है कि ऑनलाइन फ्रॉड हो भी जाए तो कित्ता लूट लेगा. इसे कभी कभी ऑनलाइन पेमेंट के लिए प्रयोग किया है. कौन इनके झंझट में फंसे. ये पैसा झटकने के कुछ न कुछ हथकंडे निकाले ही बैठे रहते हैं. जित्ती चादर उतने ही पैर फैलाने से ज़िंदगी मज़े में है. 🙂
आपकी बात सही है काजल भाई, पर प्लास्टिक मनी का उपयोग करना सुविधाजनक होता है, और सबसे अच्छी बात कि बड़े खर्चे लिखने नहीं पढ़ते और कई बार कैशबैक भी मिल जाता है, 50 दिन बाद खर्च किये गये पैसे लौटाना पड़ते हैं वह फायदा अलग है ही
मेरा भी यही कहना है – बकौल काजल भाई :
मैं तो nuisance से बचने के लिए क्रेडिट कार्ड का प्रयोग करता ही नहीं , देश में डेबिट कार्ड और बाहर जाना हो तो प्रिपेड मैट्रिक्स. बैसे एक राष्ट्रीयकृत बैंक का क्रेडिट कार्ड पिछले कई सालों से ले रखा है जिसकी लिमिट भी बहुत कम रखी हुई है कि ऑनलाइन फ्रॉड हो भी जाए तो कित्ता लूट लेगा. इसे कभी कभी ऑनलाइन पेमेंट के लिए प्रयोग किया है. कौन इनके झंझट में फंसे. ये पैसा झटकने के कुछ न कुछ हथकंडे निकाले ही बैठे रहते हैं. जित्ती चादर उतने ही पैर फैलाने से ज़िंदगी मज़े में है. 🙂
ब्लॉग बुलेटिन आज की बुलेटिन, ज़ोहरा सहगल – 'दा ग्रांड ओल्ड लेडी ऑफ बॉलीवुड' – ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है … सादर आभार !
बहुत सार्थक सहायता