रिलायंस इंडस्ट्री का analysis

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर में पिछले एक हफ्ते से मजबूत वॉल्यूम्स देखने को मिल रहे हैं, जो निवेशकों के बीच बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है।

1. पिछले हफ्ते के मजबूत वॉल्यूम्स और निवेशक गतिविधि

पिछले एक हफ्ते में रिलायंस के शेयर में ट्रेडिंग वॉल्यूम्स में उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखी गई है। यह आमतौर पर बड़े संस्थागत निवेशकों (इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स) जैसे FIIs (Foreign Institutional Investors), DIIs (Domestic Institutional Investors), म्यूचुअल फंड्स, या बड़े रिटेल निवेशकों की भागीदारी का संकेत देता है।

  • FIIs की भागीदारी: हाल के डेटा के अनुसार, FIIs भारतीय मार्केट में चुनिंदा ब्लू-चिप स्टॉक्स में अपनी पोजीशन बढ़ा रहे हैं। रिलायंस, जो मार्केट कैप के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी है, FIIs के लिए आकर्षक विकल्प हो सकती है। इसका कारण कंपनी का डायवर्सिफाइड बिजनेस मॉडल (O2C, रिटेल, टेलीकॉम, और न्यू एनर्जी) और स्थिर फाइनेंशियल परफॉर्मेंस है।
  • DIIs और म्यूचुअल फंड्स: DIIs, खासकर म्यूचुअल फंड्स, रिलायंस में अपनी होल्डिंग्स को मजबूत कर रहे हैं, क्योंकि यह लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए एक सेफ बेट माना जाता है। हाल की तिमाही में रिलायंस का EBITDA मार्जिन 18% तक बढ़ा है, जो निवेशकों का भरोसा बढ़ाता है।
  • रिटेल निवेशक: रिलायंस के शेयर की कीमत में हाल की गिरावट (52-सप्ताह के हाई 1608.95 रुपये से करीब 21% नीचे) ने रिटेल निवेशकों को आकर्षित किया है। RSI (Relative Strength Index) के 30 से नीचे होने का संकेत देना कि स्टॉक ओवरसोल्ड जोन में है, ने भी रिटेल निवेशकों को खरीदारी के लिए प्रेरित किया होगा।

कुल मिलाकर, वॉल्यूम्स में बढ़ोतरी से लगता है कि बड़े और छोटे दोनों तरह के निवेशक इस स्टॉक में एक्टिव हैं, खासकर कीमत में हाल की करेक्शन के बाद।

2. MACD परफॉर्मेंस

MACD (Moving Average Convergence Divergence) एक मोमेंटम इंडिकेटर है, जो शेयर की कीमत के ट्रेंड और संभावित रिवर्सल को दर्शाता है। रिलायंस के डेली चार्ट पर MACD का विश्लेषण निम्नलिखित है:

  • वर्तमान स्थिति: रिलायंस का MACD हाल ही में नेगेटिव जोन में रहा है, जो शेयर की कीमत में पिछले कुछ महीनों की गिरावट (जुलाई 2024 के हाई से 21% नीचे) को दर्शाता है। हालांकि, पिछले हफ्ते के मजबूत वॉल्यूम्स के साथ MACD लाइन सिग्नल लाइन के करीब आ रही है, जो एक संभावित बुलिश क्रॉसओवर का संकेत दे सकता है।
  • संभावित बुलिश सिग्नल: अगर MACD लाइन सिग्नल लाइन को क्रॉस करती है और पॉजिटिव जोन में जाती है, तो यह शेयर में शॉर्ट-टर्म बुलिश मोमेंटम का संकेत होगा। यह खासकर तब हो सकता है, अगर वॉल्यूम्स इसी तरह मजबूत रहते हैं।
  • सावधानी: MACD अभी भी पूरी तरह से बुलिश नहीं है, इसलिए निवेशकों को चार्ट पर कन्फर्मेशन (जैसे कि बुलिश क्रॉसओवर) का इंतजार करना चाहिए।

3. चार्ट पैटर्न विश्लेषण

रिलायंस के डेली और वीकली चार्ट पर कुछ दिलचस्प पैटर्न्स उभर रहे हैं, जो शेयर के भविष्य के मूवमेंट के बारे में संकेत देते हैं:

  • हैमर कैंडल और ट्वीजर बॉटम: हाल ही में डेली चार्ट पर एक हैमर कैंडल बना है, जो बुलिश रिवर्सल का संकेत देता है। यह पैटर्न बेयरिश सेंटीमेंट्स के कमजोर पड़ने और बुलिश मोमेंटम की शुरुआत का संकेत देता है।
  • सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल्स:
    • सपोर्ट: 1220-1250 रुपये के बीच मजबूत सपोर्ट जोन है। यह लेवल हाल ही में री-टेस्ट हुआ है, और शेयर इस जोन से ऊपर ट्रेड कर रहा है।
    • रेजिस्टेंस: पहला रेजिस्टेंस 1350 रुपये के आसपास है। अगर शेयर यह लेवल तोड़ता है, तो अगला टारगेट 1650 रुपये तक हो सकता है, जैसा कि कुछ ब्रोकरेज फर्म्स ने सुझाया है।
  • 200-डे EMA: रिलायंस का शेयर वर्तमान में अपने 200-डे एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (EMA) से नीचे ट्रेड कर रहा है, जो लॉन्ग-टर्म बेयरिश सेंटीमेंट को दर्शाता है। हालांकि, मजबूत वॉल्यूम्स और बुलिश पैटर्न्स इसे जल्द ही इस लेवल के ऊपर ले जा सकते हैं।

4. निवेशकों के लिए सुझाव

  • शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स: अगर MACD बुलिश क्रॉसओवर दिखाता है और शेयर 1350 रुपये के रेजिस्टेंस को तोड़ता है, तो शॉर्ट-टर्म में 1450-1500 रुपये का टारगेट देखा जा सकता है। स्टॉप लॉस 1220 रुपये के नीचे रखें।
  • लॉन्ग-टर्म निवेशक: रिलायंस का डायवर्सिफाइड बिजनेस मॉडल और न्यू एनर्जी, रिटेल, और जियो जैसे सेगमेंट्स में ग्रोथ की संभावनाएं इसे लॉन्ग-टर्म के लिए आकर्षक बनाती हैं। मौजूदा कीमत को एक अच्छा एंट्री पॉइंट माना जा सकता है, खासकर अगर आप SIP मोड में निवेश करना चाहते हैं।
  • सावधानी: शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है। कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।

रिलायंस के शेयर में पिछले हफ्ते के मजबूत वॉल्यूम्स FIIs, DIIs, और रिटेल निवेशकों की बढ़ती भागीदारी को दर्शाते हैं। MACD अभी नेगेटिव जोन में है, लेकिन बुलिश क्रॉसओवर के संकेत दिख रहे हैं। चार्ट पर हैमर केंडल रिवर्सल की संभावना को मजबूत करते हैं। अगर शेयर 1350 रुपये का रेजिस्टेंस तोड़ता है, तो यह शॉर्ट-टर्म में तेजी दिखा सकता है। हालांकि, निवेशकों को MACD और चार्ट पैटर्न्स में कन्फर्मेशन का इंतजार करना चाहिए।

डिस्क्लेमर: यह विश्लेषण केवल जानकारी के उद्देश्य से है और निवेश सलाह नहीं है। शेयर मार्केट में निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।

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