ITC का demerger

ITC याने की Indian Tobacco Company का demerger हो रहा है। कई लोगों को पता नहीं कि डीमर्जर क्या होता है।

डीमर्जर एक कॉर्पोरेट एक्शन है जिसमें एक बड़ी कंपनी अपने एक या अधिक व्यवसायों को अलग करके नई कंपनियाँ बनाती है। ये नई कंपनियाँ फिर स्वतंत्र रूप से काम करती हैं। इसके अपने फायदे और नुकसान होते हैं।

क्यों किया जाता है डीमर्जर?

  • फोकस बढ़ाने के लिए: कंपनी अपने मुख्य व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित कर सकती है।
  • मूल्य बढ़ाने के लिए: अलग-अलग व्यवसायों का मूल्य, जब वे एक साथ होते हैं, उससे अधिक हो सकता है जब वे अलग हों।
  • विकास के लिए: अलग-अलग कंपनियाँ तेजी से बढ़ सकती हैं।

डीमर्जर के फायदे:

  • निवेशकों के लिए: निवेशकों को अलग-अलग कंपनियों में निवेश करने का मौका मिलता है।
  • कर्मचारियों के लिए: कर्मचारियों को नए अवसर मिल सकते हैं।
  • ग्राहकों के लिए: ग्राहकों को बेहतर सेवा मिल सकती है।

डीमर्जर के नुकसान:

  • लागत: डीमर्जर कम्पनी के लिये एक महंगी प्रक्रिया है।
  • जोखिम: डीमर्जर से कंपनी के शेयर की कीमत कम हो सकती है।

डीमर्जर से क्या होगा?

  • एक नई कंपनी: ITC होटल्स नाम से एक नई कंपनी बनेगी।
  • शेयरधारकों को लाभ: मौजूदा ITC शेयरधारकों को नई कंपनी के शेयर भी मिलेंगे।
  • बिजनेस में वृद्धि: दोनों कंपनियों को अपने-अपने क्षेत्र में बढ़ने का मौका मिलेगा।

कब होगा प्रभावी?
यह डीमर्जर 6 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा।


आपके लिए क्या मतलब है?

6 जनवरी को सुबह 9 बजे से 9.45 तक ITC और ITC Hotels का स्पेशल ट्रेडिंग सेशन होगा और इसमें दोनों शेयरों की प्राइज डिस्कवरी की जाएगी।

और फिर जो भी प्राइस डिस्कवर होगा, उससे 10 बजे से ट्रेडिंग शुरू हो जायेगी।

आईटीसी लिमिटेड के प्रत्येक शेयरधारक को मूल समूह ITC में उनके द्वारा रखे गए प्रत्येक 10 शेयरों के लिए आईटीसी होटल्स का एक शेयर दिया जाएगा।

आईटीसी के होटल बिजनेस की कुल संपत्ति 30 सितंबर, 2024 के अंत में 7,818.4 करोड़ रुपये थी। इसी अवधि के अंत में आईटीसी के कुल शुद्ध मूल्य का 9.5% था। आईटीसी होटल्स का बुक वैल्यू प्रति शेयर 37.57 रुपये प्रति शेयर है। अब देखते हैं कि ITC और ITC Hotels का क्या प्राइस डिस्कवर होता है।

फ़ोटो से आपको clearity मिल जायेगी।

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