अगर कोई फ़ाईल बहुत बड़ी है जो कि जिप करने के बाद भी ईमेल पर अटैच नहीं कर पाते हैं पर जल्दी ही जरुरी में कहीं भेजनी है, क्योंकि ईमेल पर ज्यादा से ज्यादा १० एम.बी या २० एम.बी. की फ़ाईलें ही भेजी जा सकती हैं।
इस प्रकार की सर्विसेस देनेवाली बहुत सारी साईटें हैं पर कुछ विश्वसनीय और तेज साईटें हैं जिनका उपयोग किया जा सकता है, इन साईटों पर बिना किसी लोगिन के आप फ़ाईल अपलोड कर सकते हैं और इसकी दो लिंक आपके बताये हुए ईमेल पते पर आ जाती हैं, एक तो डाउनलोड करने के लिये और दूसरी इस फ़ाईल को डिलीट करने के लिये (जब आपका काम हो जाये तो आप इस लिंक से डिलीट कर सकते हैं।) | निम्न साईटों पर बिना लोगिन फ़्री में आप कितना अपलोड कर सकते हैं वो आप देख सकते हैं –
४.वीट्रांसफ़र – 2 gb आपको इसका पार्श्व भी अच्छा लगेगा जो समय समय पर अपने आप बदलता रहता है।
अपलोड और डाउनलोड आपकी ब्राडबेन्ड की स्पीड पर निर्भर करता है जैसे कि मेरे पास २५६ केबीपीएस से १०० एमबी अपलोड करने में लगभग १ घंटा लगता है। अगर आपके पास इससे कम स्पीड है तो और ज्यादा समय लगेगा व और ज्यादा स्पीड वाला होगा तो कम समय लगेगा।
पर जहाँ हम अपनी फ़ाईलें अपलोड कर रहे हैं वह भी सुरक्षित जगह होना चाहिये, इसके लिये हम कुछ उपाय कर सकते हैं कि जब फ़ाईल को जिप करें तो उसे एनक्रिप्टेड पासवर्ड से सुरक्षित कर दें। क्योंकि जब आप इन सर्विसेस वाली साईटों पर फ़ाईल अपलोड करेंगे तो ये सर्च इंजिन की नजर में भी आ जाता है। इसलिये इन फ़ाईलों को कुछ अजीब नाम दें जिससे आपकी फ़ाईल में क्या है वह फ़ाईल के नाम से पता न चले।
अगर ये लिंक किसी को पता न हो तो कोई फ़ाईल डाउनलोड नहीं कर सकता है, और ये बिल्कुल यूनिक की (unique key) होती है।
अब अगली बार जब आप अपना कम्पयूटर फ़ार्मेट कर रहे हों या फ़िर कहीं आपको फ़ाईल ले जानी हो पर साधन न हो या कुछ और बस अपनी फ़ाईल अपलोड कीजिये और बाद में डाउनलोड कर लीजिये, हो गया न आपका काम।
बहुत अच्छी और उपयोगी जानकारी देने के लिए आभार।
जानकारी अच्छी है. पर अपने लिये काला अक्षर भैंस के दुध बराबर. सो हाजिरी लगीने को कमेंट करके जा रहे हैं.:)
रामराम.
अपना भी यही हाल है।