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“बाल टाक रे” बेवकूफ़ी है, पर फ़िर भी अच्छा है !!

आस्ट्रेलिया और भारत के बीच वानखेड़े स्टेडियम में क्रिकेट मैच चल रहा था, और वहीं बालकनी में बाल ठाकरे बैठ कर मैच का आनंद ले रहे थे और बहुत खुश थे कि यहाँ पर पाकिस्तानी खिलाड़ी नहीं खेल रहे हैं।
अचानक सचिन तेंदुलकर ने मैक्ग्राथ की गेंद पर छक्का मर दिया, और गेंद सीधी बाल ठ्करे के पास वाली सीट पर गिरी…
मैक्ग्राथ जोर से चिल्लाकर बोला हे ! गिव मी बोल
ठाकरे भी चिल्लाया ऐ… मराठी में बोल
मैक्ग्राथ को समझ में नहीं आया कि वह क्या बोला, फ़िर मैक्ग्राथ ने वापिस से वही बोला और ठाकरे की ओर से वही जबाब मिला।
तभी, बाऊँड्री के पास से एक सुरक्षा अधिकारी मैक्ग्राथ के पास गया और बोला,सर, यह बाल ठाकरे है
फ़िर मैक्ग्राथ विस्मित हो गया (क्योंकि उसने ठाकरे के बारे में सुन रखा था) और चिल्लाया ओ… बाल टाक रे
बाल ठाकरे खुश होकर गेंद मैक्ग्राथ की ओर फ़ेंक देता है।
जय महाराष्ट्र !!

पैंटिंग्स अमिताभ बच्चन की और अमिताभ बच्चन की टिप्पणियाँ

ये फ़ोटो नहीं हैं, ये पैंटिंग्स की फ़ोटो हैं । पैंटिंग्स वर्ल्ड आर्ट वर्क्स इंडिया के डॉ.  अनिल  कुमार ने बनाये हैं।

“These above are NOT pictures, they are pictures of paintings. Paintings done by Dr T Anil Kumar of World Art Works India Pvt Ltd, who has visited me this morning with this incredible piece of artwork. Quite quite overwhelming !! 68 characters over a period of 41 years and their distinct looks being put up asa a school classroom concept or on mugs. Absolutely amazing !! They shall be autographed by me and auctioned and the funds collected will be given in charity to the Siddhivinayak Temple at Prabha Devi in Mumbai.”  – Amitabh Bachchan


फ़ोटो देखने के लिये क्लिक करके देखिए ।

मैं सभी सेवाओं से तत्काल प्रभाव से “त्याग पत्र” दे चुका हूँ…

मैं तत्काल प्रभाव से मेरे सारे कार्यों से त्यागपत्र दे रहा हूँ —

मेरे इस्तीफे के लिए कारण है कि मैं आज सुबह मेरे गैरेज में काम पर जाने से पहले मुझे कुछ मिला.
 

अपने आप देख लीजिये ……
   

उसे इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है कि दुनिया के लिये तुम क्या हो.. १४११ (It does not matter Who you are…1411)

हो सकता है कि तुम दुनिया पर राज करते हो –
ATT00001
हो सकता है कि आप बहुत खतरनाक हों –
ATT00002
हो सकता है कि आप स्वतंत्र हों –
ATT00003
हो सकता है कि कुछ लोग आपका हुक्म मानते हों, या पूरी दुनिया भी मानती हो –
ATT00004
हो सकता है कि हर कोई तुम्हें प्यार करता हो –
ATT00005
भले ही तुम बहुत सज्जन हो –
ATT00006
या फ़िर दुनिया के सबसे खतरनाक शिकारी –
ATT00007
लेकिन सच्चाई तो यह है…

जब आप अपने घर पर होते हो….. तो….

बीबी तो बीबी ही होती है –
ATT00008


उसे इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता है कि दुनिया के लिये तुम क्या हो..

इसे भी देखिये –

१४११ बाघ बचाने की मुहीम – @ सभी ब्लॉगर्स, नायक, नायिकाएँ, खिलाड़ी और विशिष्ट लोग ओह माफ़ कीजियेगा अतिविशिष्ट लोग सभी को संबोधित (1411 Save Tigers Mission A message to all…)

तुम्हारे पास क्या है…

एक वरिष्ठ प्रबंधक जो कि बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत थे, रोज की तरह दोपहर के भोजन के बाद कॉफ़ी पीने के लिये कैफ़ेटेरिया में गये।

वह कैंटीन में थोड़ा आराम कर रहा था, तो उसने देखा कि एक लड़का कैंटीन की टेबल साफ़ कर रहा है।

उसने अपना समय बिताने के लिये उसके साथ थोड़ा मजा करने का सोचा, और उसे बुलाया….

वरिष्ठ प्रबंधक ने उस लड़के (रवि पुजारी) से पूछा: कितना कमा लेते हो ?

वह लड़का थोड़ा मुस्कराया…

वरिष्ठ प्रबंधक – अपने भविष्य के लिये क्या योजनाएँ हैं ?

वह लड़का चुप रहा कुछ बोला नहीं..

वरिष्ठ प्रबंधक – आज से १० वर्ष बाद तुम अपने को किस जगह देखते हो ?

वह लड़का उसे घूरता रहा पर कुछ बोला नहीं.

वरिष्ठ प्रबंधक – जब मैं बैंगलोर आया था तब मेरे पास भी कुछ नहीं था।

आज मेरे पास क्या नहीं है…

नाम है……

शोहरत है…….

पैसा है……

इज्जत है……

तुम्हारे पास क्या है ……. ?

उस लड़के का उत्तर क्या रहा होगा आगे देखिये….

अरे नहीं ऐसा मत सोचिये कि उसने दीवार वाले शशि कपूर वाला डॉयलाग मारा होगा “मेरे पास माँ है…”

लड़का – साब मेरे पास बहुत काम है….. जो तुम्हारे पास नहीं है !!!!!!!!

और वरिष्ठ प्रबंधक चुपचाप कैंटीन से चल दिया।

राजनीति से प्रेरित कुछ चुटकुले.. अगर सारे पाकिस्तानी चाँद पर चले जायें तो क्या कहोगे ?

पेंटागन पर हमले के तुरंत बाद सांत्वना के लिये चीन के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति बुश को फ़ोन किया :

“हमें हमले के बारे में जानकर बहुत दुख हुआ, और हम इस कृत्य की घोर निंदा करते हैं, लेकिन अगर पेंटागन से कोई जरुरी दस्तावेज गुम हो गये हों, तो बता दें हमारे पास सभी की प्रति उपलब्ध है।”

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मुशर्रफ़ ने बुश को ११ सितंबर को फ़ोन किया –

मुशर्रफ़ – “राष्ट्रपति महोदय, मैं अपनी गहन संवेदनाएँ व्यक्त करना चाहता हूँ, यह घोर निंदनीय कृत्य है…यह भयानक त्रासदी है.. इतनी प्रसिद्ध इमारत…इतने सारे लोग.. लेकिन मैं आपको भरोसा दिलाता हूँ कि हमारा इस सबसे कोई संबंध नहीं है…”

बुश – कौन सी इमारत ? कौन से लोग ?

मुशर्रफ़ – ओह, अभी अमेरिका में समय क्या हुआ है ?

बुश – अभी सुबह के आठ बज रहे हैं।

मुशर्रफ़ – ओहो, मैं आपको एक घंटे बाद फ़ोन करता हूँ !

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बाजपेयी और बुश एक बार में बैठे हुए थे, एक आदमी वहाँ आया और बारमैन से बोला “ये बुश और बाजपेयी हैं क्या ?”

बारमैन बोला “ हाँ वही हैं..” तो वो उनके पास गया

और बोला “नमस्कार, आप लोग यहाँ क्या कर रहे हैं ?”

बुश बोले “हम लोग तीसरे विश्वयुद्ध की योजना बना रहे हैं”

तो वह आदमी बोला, “सच्ची, तो क्या क्या होने वाला है ?”

तो बाजपेयी बोले, “हम १४लाख पाकिस्तानियों और एक साईकिल सुधारने वाले को मारने वाले हैं ।”

उस आदमी ने चिल्लाते हुए कहा, “एक साईकिल सुधारने वाला ?!!”

बाजपेयी बुश की ओर मुड़े और कहा, “देखा, मैंने कहा था न कि कोई भी १४ लाख पाकिस्तानियों की चिंता नहीं करेगा !”

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पाकिस्तानी चाँद पर –

प्रश्न – अगर एक पाकिस्तानी चाँद पर चला गया तो क्या कहोगे ?

उत्तर – समस्या…

प्रश्न – अगर दस पाकिस्तानी चाँद पर चले जायें तो क्या कहोगे ?

उत्तर – समस्या…

प्रश्न – अगर सौ पाकिस्तानी चाँद पर चले जायें तो क्या कहोगे ?

उत्तर – समस्या…

प्रश्न – अगर सारे पाकिस्तानी चाँद पर चले जायें तो क्या कहोगे ?

उत्तर – ….समस्या खत्म !!!

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एक आदमी न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क में शाम के समय टहल रहा था, तभी उसने देखा कि एक बड़े से कुत्ते ने एक छोटी सी बच्ची पर हमला कर दिया।

वह दौड़ा और उस कुत्ते से उसे बचाने लगा और आखिरकार कुत्ते को मारने में उसे सफ़लता मिल ही गई और वह उस छोटी सी बच्ची को बचा पाया।

एक पुलिसवाला जो यह सब देख रहा था वह उस आदमी के पास आया और बोला – “तुम बहुत बहादुर हो”

कल तुम सारे अखबारों में यह खबर देखोगे – “बहादुर न्यूयॉर्कवासी ने छोटी सी बच्ची की जान बचाई”

वह आदमी बोला, “लेकिन मैं न्यूयॉर्क का रहने वाला नहीं हूँ !”

ठीक है, तो सुबह की खबर सारे अखबारों में इस प्रकार होगी –

“बहादुर अमेरिकी ने एक छोटी बच्ची की जान बचाई” वह पुलिसवाला बोला।

वह आदमी बोला-“मैं पाकिस्तानी हूँ !”

अगले दिन के अखबारों में खबर छपी, “उग्रवादी ने निर्दोष अमेरिकी कुत्ते को मारा”

कृपया अपने जोखिम पर पढ़े… अगर बाद में आप अपने सिर के बाल नोंचें तो हमारी को जिम्मेदारी नहीं होगी..शोले फ़िल्म में किस का डबल रोल था..

एक वैज्ञानिक अपनी डोरबैल हटा देता है….

आप बता सकते हैं क्यों ??

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सोचो….

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नहीं जानते ..

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वो नो-बैल प्राईज जीतना चाहता था।

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एक जहाज था… जिसमें बहुत सारे लोग थे.. उसमें एक चोर भी था.. जहाज बर्फ़ की चट्टान से टकरा गया और सब डूब गये… सिर्फ़ चोर बच गया …. बताओ कैसे…?

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क्योंकि चोर की दाढ़ी में तिनका था…

डूबते हुए को तिनके का सहारा मिल गया

और चोर बच गया।

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एक काना लड़का किसी लड़की को कौन सा गाना गाकर प्यार का इजहार करेगा ???

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एक नजर से भी प्यार होता है मैंने सुना है…..

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प्रश्न: – एक अंग्रेज अगर अपने भारतीय नौकर को दरवाजा खोलने के लिये कैसे बोलेगा जो कि केवल हिन्दी समझता है !!

जबाब – “There Was A Cold Day” (say it fast)

(दरवाजा खोल दे)

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शोले फ़िल्म में किस का डबल रोल था..

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किंग जार्ज..

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कैसे ??

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सिक्के के दोनों साईड रहता है…

एक मजेदार चित्र केवल तकनीकी लोगों के लिये (Work @IT)

 यह चित्र आज ही मेरे एक मित्र ने ईमेल से मुझे भेजा था, जिसे देखकर वाकई मुझे अपने और सभी तकनीकी लोगों के दर्द का अहसास अनायास ही हो गया। ये दर्द केवल वही समझ सकता है जो IT में कार्य करता है। 

Work @ IT

पुल पर बहुत सारी लड़कियाँ खड़ी हुई थीं… सब की सब एक ही लड़्के की दीवानी थीं.. सोचो कि वह किस्मत वाला लड़का कौन था… [Guess who was the lucky guy ????]

एक नदी थी….

उसके ऊपर एक पुल बन रहा था…

पुल पर बहुत सारी लड़कियाँ खड़ी हुईं थीं..

सब की सब एक ही लड़के की दीवानी थीं…

सोचो कि वह किस्मत वाला लड़का कौन था…

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अरे सोचो….. सोचो…..

 

 

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चलो यार …. मैं बताता हूँ…. उत्तर है

 

“किसना”

जो है अलबेला मद नैनों वाला …

जिसकी दीवानी ब्रज (BRIDGE) की हर बाला

वो किसना है…

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ब्रेड पिट और विद्या बालन की शादी के बाद बहुत सारे छात्र उनके घर पर जाते हैं क्यों …

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??

??

क्योंकि अब उसका नाम हो गया है बिद्या पिट (विद्यापीठ)

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संता और बंता आपस में बातें कर रहे थे –

संता – “अगर मैं कॉफ़ी पी लेता हूँ, तो मुझे नींद नहीं आती है।”

बंता – “मेरे साथ तो बिल्कुल उल्टा है, अगर मैं सो जाता हूँ तो फ़िर मैं कॉफ़ी नहीं पी पाता हूँ।”

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Ganesh को Anesh किसने बनाया –

 

सोचो

 

 

सोचो

 

 

सोचो

 

चलो मैं बताता हूँ –

 

“कैलाश खेर ने”

 

तेरे नाम से “G” लूँ…..

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