आज हमारा साक्षात्कार प्रकाशित होगा दोपहर ठीक ३.३३ पर ताऊ रामपुरिया के ब्लॉग पर, आईये हमसे मिलिये और जानिये हमारे बारे में।
हम अभी मेघदूतम और कालिदास पर एक श्रंखला लिख रहे हैं, क्योंकि मेरा सोचना था कि इन बातों को आम लोगों के लिये सहज रुप में यह जानकारी उपलब्ध होना चाहिये। इसके बाद मैं शिवाजी सामंत के ऐतिहासिक उपन्यास “मृत्युंजय” दानवीर कर्ण की जीवन गाथा
के उपर लिखने की सोच रहा हूँ। कोई जानकार व्यक्ति कृपया मुझे बतायें कि पुस्तक के कुछ अंश प्रकाशित करना कहीं किसी कॉपीराईट का उल्लंघन तो नहीं है और अगर है तो कृपया उसका रास्ता मुझे बतायें।