जीवन की राहों में,
बहुत संघर्ष हमने झेला है,
सूरज की गरमी में,
पांवों के छालों को हमने सहा है,
जिंदगी की धूप में,
दिल की तपिश को हमने महसूस किया है,
तारों की छांव में,
चुभन शीतलता की भी महसूस की है हमने,
जिंदगी की दौड़ में,
उम्मीद है कि अब न कोई ऐसा एहसास होगा।
वाह कविता भी लिख रहे हैं आजकल .. अच्छा प्रयास किया है .. शुभकामनाएं !!
जीवन की राहों में,
बहुत संघर्ष हमने झेला है,
बहुत सुंदर लेकिन यह संघर्ष ही तो जिनदगी है
नाव कागज़ की गहरा है पानी,
ज़िंदगी की यही है कहानी…
फिर भी हर हाल में मुस्कुरा के,
दुनियादारी पड़ेगी निभानी…
जय हिंद…
बहुत उम्दा रचना!
ईमेल से प्राप्त
sahaj anubhooti. shubhkamnayen
Acharya Sanjiv Salil
अच्छा प्रयास है।