प्रकृति के आंचल में ६ दिसंबर २००९ को मुंबई में हिन्दी ब्लॉगर मिलन आयोजित हुआ। जिसमें लगभग १५ ब्लॉगर्स ने भाग लिया।
इस ब्लॉगर मीट का उद्देश्य एक दूसरे से परिचय था जिससे सब ब्लॉगर्स एक दूसरे से जुड़ें । सबने अपना अपना परिचय दिया, ब्लॉग जगत में कैसे आये और ब्लॉग पर क्या लिख रहे हैं और क्यों लिख रहे हैं इस पर चर्चा हुई। हिन्दी के पाठक हैं और उनमें जागृति फ़ैलायी जाये क्योंकि अभी तक बहुत से लोग जानते ही नहीं हैं कि ब्लॉग क्या होता है और हिन्दी में भी कम्प्य़ूटर पर लिखा जा सकता है। सभी ब्लॉगर्स अपने आसपास ये जागृति फ़ैलायें, और ज्यादा से ज्यादा हिन्दी ब्लॉग लिखने के लिये प्रेरित करें।
अगली मीट के लिये कोई विशेष रुपरेखा तय नहीं की गई परंतु इस बात पर जोर दिया गया कि नियमित अंतराल के बाद मुंबई में ब्लॉगर्स मीट आयोजित होना चाहिये। मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी है इसे शाब्दिक राजधानी भी होना चाहिये।
और भविष्य में अगर जरुरत महसूस होती है तो एक एसोसिएशन बनाया जा सकता है जो निश्चित तौर पर रुपरेखा बनाकर कार्य कर सकती है।
आज थोड़ा जल्दी है, मीट में हुई बातें बताना जारी रहेंगी।
महावीर बी. सेमलानी जी का स्वागत करते हुए –
एक ग्रुप फ़ोटो –
आगे का विवरण के लिये यहाँ चटका लगाईये।
अरे ये क्या विवेक भाई,
ऊंट के मुंह में जीरा थमा दिया आपने…दिलों की महफ़िल का हाल-ए-दिल ज़रा दिल के साथ तफ़सील से सुनाइए…
जय हिंद…
स्वागत!!
इन्तजार पर इन्तजार..और ज्यादा प्यास…दो बूंद पानी के बाद!!
क्या विवेक भाई,
यार एपिसोड शुरू होता है कि आप फ़टाक से कामर्शियल ब्रेक ले लेते हो ….वो वाला एपिसोड लाओ न …बडे वाला…बिना ब्रेक वाला..फ़ोटो बडी धांसू आई है सबकी ..
इन्तेजार गतांक से आगे का 🙂
त्वरित रपट अच्छी लगी!
विवेक जी…अपना एक फोटू और ज़रा सी बात से दिल नहीं भरने वाला है…जल्दी से विस्तृत रिपोर्ट लगाईए और सभी ब्लॉगरों का जी भर के आसीस पाईए
सोने से पहले पिछली पोस्ट पर,इंतज़ार करने का कमेण्ट किया था और अब उठते ही फ़िर वही कमेण्ट इस पोस्ट पर रिपीट करना पड़ रहा है।चलिये देखते हैं कब तक़ करना पड़ेगा इस बार इंतज़ार्।
हमें भी इंतज़ार है विस्तृत रिपोर्ट का। सुना है कि अभी भिलाई से भी कोई विस्फ़ोट आने वाला है यानी ये सप्ताह मुम्बई-भिलाई के बीच डोलते ही बीतेगा लगता है… 🙂
सामग्री थोड़ी कम लगी 🙂
सभी को बहुत बहुत बधाई। अगली रिपोर्ट का इन्तज़ार
अगली रिपोर्ट का इंतजार। आपने ब्लॉगर एसोसिएशन के गठन की चर्चा छेड़ी है। हिंदी ब्लॉगर एसोसिएशन…करिए शुरुआत इस नाम से ही। एसोसिएशन होनी ही चाहिए। लेकिन यह मुंबई या भारत तक सीमित न रहकर वैश्विक स्तर पर बननी चाहिए जिसमें बाद में शहर की इकाइयों का गठन किया जा सकता है। आप सभी इस पर अपने विचार रखें।
पहली मुलाकात में परिचय ही ठीक है।
achha laga………..
behtareen prayas,,,,,,,,,,,,
इसी तरह की एक ब्लोगर मीट यहाँ बीकानेर में भी हुई थी जिसमे संजय बेगानी जी भी आये थे,ये एक अच्छा संकेत है ब्लोगर्स के लिए..मेरी शुभकामनायें..
badhai…!!
बहुत शानदार,
भड़ास पर रुपेश भाई से इस सम्मलेन का ब्यौरा देखा और अब यहाँ, दिल में एक कसक सी रह गयी कि काश हम भी …
खैर सभी मित्रों को बधाई
और आनेवाले सम्मलेन का इन्तजार.
जय हो
भाई विवेक जी ध्यान दीजिये कि आप अभी भी हमें और यशवंत सिंह के ब्लाग को एक ही मान रहे हैं वो भड़ास का ममी है जीवित भड़ास की आत्मा तो हम और रजनीश झा जी मिल कर चुरा लाए थे जिसे कि बड़ी तकलीफ़ में जन्म दिया जिसकी कड़ी है मात्र
bhadas.tk यानि भड़ास
@रुपेश जी – गलत लिंक से आपको दुख हुआ क्षमा चाहुंगा, लिंक सुधार कर रहा हूँ।