एक चीता सिगरेट का सुट्टा लगाने ही वाला था कि अचानक एक चूहा वहाँ आया और बोला – “मेरे भाई छोड़ दो नशा, आओ मेरे साथ भागो, देखो ये जंगल कितना खूबसूरत है, आप मेरे साथ दुनिया देखो”
चीते ने एक लम्हा सोचा फ़िर चूहे के साथ दौड़ने लगा।
आगे एक हाथी अफ़ीम पी रहा था, चूहा फ़िर बोला – “हाथी मेरे भाई छोड़ दो नशा, आओ मेरे साथ भागो, देखो ये जंगल कितना खूबसूरत है, आओ मेरे साथ दुनिया देखो”
हाथी भी साथ दौड़ने लगा।
आगे शेर व्हिस्की पीने की तैयारी कर रहा था, चूहे ने उसे भी वही कहा।
शेर ने ग्लास साईड पर रखा और चूहे को ५-६ थप्पड़ मारे, हाथी बोला, “अरे ये तो तुम्हें जिंदगी की तरफ़ ले जा रहा था, क्यों मार रहे हो इस बेचारे को ?”
शेर बोला, “यह कमीना पिछली बार भी कोकीन पी कर मुझे ३ घंटे जंगल में घुमाता रहा”।
सादर वन्दे
हा हा हा हा हा हा ………
कमाल का चुटकुला है, आज कि जीवन में हंसी बिखेरना बहुत बड़ा पुण्य है, मजा आ गया!
रत्नेश त्रिपाठी
हा हा हा-चुहा भी रांग नम्बर डायल कर गया। अब सजा तो भुगतनी पड़ेगी। बहुत सुंदर
हा हा हा
हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा हा
हा हा हा ..इसीलिए मैं गिलास लगाते समय चूहे टाईप नशेडियों की एन्ट्री बन्द रखता हूँ. 🙂
यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि आप हिंदी में सार्थक लेखन कर रहे हैं।
हिन्दी के प्रसार एवं प्रचार में आपका योगदान सराहनीय है.
मेरी शुभकामनाएँ आपके साथ हैं.
निवेदन है कि नए लोगों को जोड़ें एवं पुरानों को प्रोत्साहित करें – यही हिंदी की सच्ची सेवा है।
एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाएँ और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।
आपका साधुवाद!!
शुभकामनाएँ!
समीर लाल
उड़न तश्तरी
वाह क्या बात है .. हा-हा-हा- … बहुत-बहुत धन्यवाद
आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।
🙂
सारे कुयें में भांग पड़ी है! 🙂
ह हा हा !शेर से पंगा !