यह बात बिल्कुल सही कही गई है कि आज कल की दुनिया में सामान्यबोध, बिल्कुल असामान्य हो चुका है। जी हाँ आज की दुनिया का यह एक कड़वा सच है। खैर इस पोस्ट में जीवन बीमा सावधि योजनाओं को मैं अच्छा साबित करने की कोशिश कर रहा हूँ।
यहाँ दस बुनियादी सवालों की एक सूची में दे रहा हूँ, जो कि आपको जीवन बीमा में निवेश करते समय या खरीदते समय आपको इसके ऊपर सोचना चाहिये –
१. जीवन बीमा का सबसे सरल तरीका क्या है ?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
२. जीवन बीमा लेने का सबसे सस्ता तरीका क्या है?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
३. जीवन बीमा का सबसे बुनियादी और विशुद्ध रुप क्या है ?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
४. जीवन बीमा का सबसे अच्छा तरीका क्या है ?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
५. कौन से जीवन बीमा योजना तुलना करने के लिये सबसे सरल हैं ?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
६. जीवन बीमा योजना लेने का सबसे अच्छा तरीका क्या है जिसे आप आर्थिक रुप से वहन कर सकें ?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
७. जीवन बीमा की कौन सी योजनाओं के बारे में आपका बीमा एजेन्ट या बीमा सलाहकार चर्चा करने को ही तैयार नहीं होता है, या आपको खरीदने के लिये हतोत्साहित करता है?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
८. कौन सी बीमा योजना की बिक्री सबसे कम होती है ?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
९. कौन सा बीमा योजना है जो आप आसानी से समाप्त कर सकते हैं?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
१०. कौन सा सबसे अच्छा उपहार है जो आप अपने परिवार को दे सकते हैं ?
उत्तर – सावधि जीवन बीमा योजना
क्या यह आश्चर्यजनक नहीं है? जीवन बीमा का सबसे अच्छा तईका होने के बाबजूद, सावधि जीवन बीमा की बिक्री बहुत कम है। जबकि सावधि जीवन बीमा योजनाएँ, जीवन बीमा करवाने का सबसे असरकारी, प्रभावी तरीका है, पर केवल कुछ ही लोग इसके बारे में जानते हैं।
खैर, आपको कौन सा जीवन बीमा चुनना चाहिये ? आपको खुद ही तय करना है !
अरे भाई !! अब किसका इंतजार करे रहे हो ? अभी फ़ोन उठाओ और अपने बीमा सलाहकार को बुलाओ और सावधि जीवन बीमा योजना खरीदने के लिये पूछो, कि कितने का है और कम से कम ४-५ विभिन्न बीमा कंपनियों के सावधि बीमा योजनाओं में तुलना कर लें इसके लिये आपको थोड़ी ओर मेहनत करनी होगी कि इन ४-५ बीमा कंपनियों के बीमा कितने के हैं, वो भी पता करना होगा तुलना करकर सबसे अच्छी और सस्ती योजना खरीद लीजिये। देर मत कीजिये, मैं सही कह रहा हूँ आप कभी भी अपने इस निर्णय के लिये नहीं पछताओगे।
लेकिन इसे खरीदने के पहले, मैं आपको इस सावधि जीवन बीमा योजना के बारे में यह बात बता दूँ कि जब यह बीमा खत्म होगा तो आपको कुछ भी मिलने वाला नहीं है। यह तथ्य ज्यादातर लोगों को पचने वाला नहीं है क्योंकि सबको अपने पैसे से बहुत ज्यादा प्यार होता है और इसी का फ़ायदा ये बीमा एजेन्ट उठाते हैं, इसी के फ़लस्वरुप जीवन बीमा के सही उद्देश्य से लोग भटक जाते हैं, और ये बीमा एजेन्ट लोगों को जीवन बीमा के सबसे मुख्य उद्देश्य से भटकाते हैं।
अच्छा एक बात मुझे बताईये, जब आप अपने वाहन का बीमा करवाते हैं तो क्या उस रकम की वापसी की कोई उम्मीद करते हैं ? नहीं, इसी तरह यह विशुद्ध तरीका है जीवन बीमा का। अब तो इस तथ्य को समझिये कि जीवन बीमा का विशुद्ध रुप सावधि जीवन बीमा योजना (Term Life Insurance) है, और यह सुरक्षा देने के लिये सबसे महत्वपूर्ण उत्पाद है। परिवार को सुरक्षित रखने के लिये, अपने परिवार को विजेता बनाने के लिये, दुख से बचाने के लिये यह सावधि जीवन बीमा योजना आपके पास होना ही चाहिये। मुझे उम्मीद है कि मैं सही तरीके से अपनी बात रख पा रहा हूँ, अगर समझ गये हैं तब भी और नहीं समझे हैं और भी कुछ प्रश्न हैं तो टिप्पणी करें।
बस…लॉग आउट करने जा रही थी कि आपकी ये पोस्ट दिख गयी…सोचा शिकायत करती चलूँ…. आज के दिन तो कोई दूसरी पोस्ट डालनी थी…कविताओं वाली..या वो बस चुपके चुपके भाभी जी को मेल कर दी??….अगर ऐसा किया तो बहुत अच्छा किया:)..एक बार फिर से Many Many Happy Returns of the Day !!
अच्छा एक बात मुझे बताईये, जब आप अपने वाहन का बीमा करवाते हैं तो क्या उस रकम की वापसी की कोई उम्मीद करते हैं ? नहीं
लेकिन अपने बीमे में पैसे चाहिए .. कितनी गलत बात !!
will read this post later…Sorry for that
विवेक जी
मेरा प्रश्न
मैं एक बावन वर्षीय पुरुष हूं
मेरी सेवा के आठ वर्ष शेष है
भगवान ने कितने वर्ष स्वीकृत किए हैं
इसके बारे में मुझे कोई ज्ञान नहीं है
मैं कितनी अवधि का सावधि जीवन बीमा करवाऊं
उसका वार्षिक प्रीमियम कितना होगा
मुझे तो नहीं परन्तु नामिनी को इससे कोई लाभ होगा
कितने मूल्य का सावधि जीवन बीमा खरीदना उचित रहेगा
अच्छी जानकारी ….आपको धन्यवाद!
आभार जानकारी का.
aap ki posts toh sahej ke rakhne layak hoti hain…print out le ke aaraam se padhne wali
@ रश्मि जी,
मैंने कविता लिखी थी और मेरे जीवनसाथी को उपहार था वह मेरी और से.. 🙂 जो कि मेल से भेज दी थी चुपके चुपके.. 🙂
अविनाश जी का प्रश्न अनुत्तरित रह गया
@ महेश जी – जल्दी ही इसके लिये एक पोस्ट लिखता हूँ।