यह पोस्ट कल शाम लिखनी थी पर समय आज मिला ।
हुआ दरअसल यह कि हम शाम को घर आये तो बिल्डिंग के बाहर कुछ जवान लड़के लड़्कियों का झुँड खड़ा था, शायद स्कूल या कॉलेज का था। हम उनके पास से निकले तो उनकी पहले से ही बहस चल रही थी, तभी एक लड़की की आवाज सुनाई दी कि “पामेला के आने से अच्छे अच्छों की जवानी हरी हो जायेगी”।
हमने भी सुना था कि पामेला बिगबोस में आ रही हैं और धमाल हैं, पर इन लड़कियों में भी इतना क्रेज ! हम तो बहुत ही शर्मीले किस्म के हैं, तो शर्मा गये।
फ़िर मन ही मन सोचने लगे कि जवानी हरी कैसे होती है ?
आप भी विवेक जी… कहां बिग-बॉस घसीट लाये.
पूछ लेना था पीछे क्यूँ रह गए
आप भी तो मुम्बई में ही हैं।
देखा था जी पामेला कल हमने भी पामेला को
शक्ल और पहनावा देखकर खाना खाने का भी मन नही किया।
प्रणाम
जवानी हरी होती कैसे है…
जवानी हरी कैसे होती है? हा हा हा…… बिग बॉस की बातें सब बहुत करते है. लगता है टाइम निकाल के देखना ही होगा एक -दो एपीसोड पामेला वाले.;-)