जीवन के तेड़े मेड़े रास्ते रतन को हमेशा से ही पसंद थे, हमेशा ही अपने जीवन में कुछ न कुछ रोमांचक करने की इच्छा इसके जीवन में नये रंग भर देती थी, एक बार कुछ ऐसा करते हुए ही रतन एक खूबसूरत आँखों के बीच फँस गया और जीवन के उस खूबसूरत मोड़ पर पहुँच गया, जिसे दुनिया प्यार के नाम से जानती है।
तमन्ना नाम था इस नाजनीन का जिसे रतन टूट कर प्यार करने लगा था, और यह हाल केवल रतन का ही नहीं था, यही हाल तमन्ना का भी था, आजकल के युग में जहाँ प्यार के नाम पर
मर्यादाओं को लांघना एक आम बात हो गई है, वहीं इन दोनों के बीच कुछ ऐसा था, जहाँ वे मर्यादाओं की सीमा में रहते और हाथों में हाथ लेकर घंटों तक सुनहरी दुनिया में खोये रहते ।
मर्यादाओं को लांघना एक आम बात हो गई है, वहीं इन दोनों के बीच कुछ ऐसा था, जहाँ वे मर्यादाओं की सीमा में रहते और हाथों में हाथ लेकर घंटों तक सुनहरी दुनिया में खोये रहते ।
दोनों ने अपना जीवन एक दूसरे को समर्पण करने का मन बना लिया, दोनों ने अपने अपने घर पर अपनी पसंद के बारे में बता दिया, रतन के घर पर तो मान गये पर तमन्ना के घरवाले रूढ़िवादी विचारों के थे और लड़की खुद अपने लिये लड़का ढ़ूढ़ना बिल्कुल भी पसंद नहीं आया और सबकुछ ठीक होते हुए भी तमन्ना को रतन की जिंदगी से दूर करने की पुरजोर कोशिश जारी हो गई और तमन्ना अपने परिवार के प्यार के आगे झुककर रतन को भुलाने की कोशिश करने लगी।
रतन तमन्ना को अपनी न बना पाने के गम से बेहद गमगीन था, और अब न उसे दिन का पता रहता न रात का पता रहता, पता नहीं कब क्या करता, वह स्मार्ट सा दिखने वाला लड़का आज बेतरतीब बालों और बिना शेविंग के इधर इधर घूमता रहता।
तमन्ना के प्यार पर तरस खाकर उसके घरवालों ने रतन को बुलाकर बात करने का निश्चय किया और रतन को बुलाया गया, तो रतन की हालत देखकर तमन्ना के घरवालों को बहुत ही बुरा लगा, तमन्ना के पापा ने कहा कि अगर तुम केवल इतनी सी कठिनाई से हारकर अपना ये हाल करोगे, अपना ध्यान नहीं रख पाओगे तो जीवन में आने वाली कठिन परिस्थितियों से कैसे सामना करोगे, तो रतन ने तमन्ना के घरवालों को आश्वस्त किया कि अब ऐसा नहीं होगा और अब वह कैसी भी परिस्थिती हो वह उसका सामना करेगा और अपने चेहरे से कुछ भी जाहिर नहीं होने देगा, रोज ही शेविंग करके अपने आप को स्मार्ट रखेगा। इस तरह आखिरकार रतन को तमन्ना का प्यार जीवनभर के लिये मिल ही गया।
अरिस्स ..हम त बाद में देखे कि जिलेट प्रेम कहानी है जी ..बहरहाल रतन और तमन्ना को हमारी भी दुआ और शुभकामनाएं ..
हा हा अजय भाई, प्रेम कहानी की जगह कोई और नहीं ले सकता है