मोटापा कम करना इतना आसान भी नहीं है, जब आप मोटापा कम करेंगे तो मोटापा जायेगा और कमजोरी आयेगी। इसीलिये बहुत सारे तत्वों का समावेश मोटापा घटाने के घरेलू उपाय में किया गया है। हर दिन आपको यह उपाय शायद बहुत ही कठिन लगे, परंतु धीरे धीरे आप पायेंगे कि आपकी आदत बन चुकी है, और आप हर दिन अपना वजन कम पायेंगे जो कि बहुत ही जल्दी आपको विश्वास दिलाता है कि हाँ आप अपने मोटापे को घटाने की और अग्रसर हैं।
मोटापा कम करना के पहले के भाग – (आगे पढ़ने से पहले यह जरूर पढ़ें) –
मोटापा कम कैसे किया जाये – मेरा अनुभव 20 किलो कम करने का
मोटापा कम कैसे किया जाये – खाने का सही तरीका
मोटापा कम कैसे किया जाये – पानी कैसे पिया जाये
मोटापा घटाने का घरेलू उपाय – मोटापा कम कैसे किया जाये
मोटापा घटाने के घरेलू उपाय जब आप शुरू करें तो ध्यान रखें कि हमारी मानसिक अवस्था धीरे धीरे प्राकृतिक खाद्य के अनुरूप अनुकूल होती जायेगी, क्योंकि हम हर खाद्य पदार्थ को पका हुआ खाते हैं तो वह सरलता से खाया जाता है और हम खाने को बहुत तेज रफ्तार से खाते हैं। परंतु प्राकृतिक खाद्य पदार्थों याने के कच्चे फल या सब्जियों के साथ ऐसा नहीं है, ये आपको चबा चबाकर ही खाने होते हैं नहीं तो आप इन्हें गले के नीचे उतार ही नहीं पायेंगे।
अगर आपको इस उपाय के शुरू करने के बाद कमजोरी लगती है, तो यह अच्छे लक्षण हैं इसका मतलब कि आपके शरीर की अंदरूनी मरम्मत (detoxification) बिल्कुल ठीक तरीके से हो रही है, यह कमजोरी उपाय शुरू करने के 7-15 दिन तक लग सकती है, 2 से 3 दिन के लिये आपको सिरदर्द, शरीर में कहीं भी दर्द, नाक बहना भी हो सकता है। यह अपने आप ही ठीक हो जायेगा। परंतु धीरे धीरे आप महसूस करेंगे कि आपकी ऊर्जा में निरंतर वृद्धि हो रही है, और आप अपनी ऊर्जा को संभालने को तैयार रहें क्योंकि आप अब बिल्कुल भी आलस महसूस नहीं करेंगे।
जब आप इस उपाय को करके पहले वाले खाने की और लौटेंगे तो आपको कम से कम 2 से 4 दिन पेट में ऐंठन के साथ बारबार हाजत जाने की इच्छा होगी, यह भी प्राकृतिक क्रिया है, जिससे आपको समझ में आयेगा कि केवल भोजन में तत्वों की आदत बदलने से ही हमारे अंदरूनी शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है। हमें बारबार पका खाने की इच्छा होगी और हम बारबार अच्छे खाद्य व्यंजनों की और लालच से देखेंगे और लालच करेंगे। यकीन मानिये धीरे धीरे आपको कच्चे खाने में जो आनंद आयेगा वह पके खाने में आनंद में नहीं आयेगा, पका खाना केवल लालच पैदा करता है, परंतु सेहत के लिये कच्चा खाना ही लाभप्रद है।
मैंने तो जब यह उपाय शुरू किया था तब लगभग हर सप्ताहांत पर एक बार पका खाना खा लेता था, क्योंकि आप समाज का बहिष्कार नहीं कर सकते हैं और हमारे समाज में किसी को खुशी मनाना होती है तो वह खुशी सीधे पेट पर ही निकलती है, और किसी भी खुशी के क्षण के लिये हमारे समाज में खुशियाँ अच्छे खाने और मिठाई से ही प्रकट होती हैं। वह एक समय का बाहर का खाना मेरा वजन वापिस से बढ़ा देता था और शरीर को ज्यादा नुक्सान भी कर सकता था क्योंकि मेरा अंदरूनी शरीर बिल्कुल शुद्ध है, जिसमें किसी भी प्रकार का बाहर का जहर नहीं है।
जब मैंने यही उपाय दूसरी बार शुरू किया तो मैंने सोच लिया कि इस बार मैं सामाजिक कार्यक्रमों में शामिल जरूर होऊँगा, परंतु पका हुआ खाने से परहेज करूँगा और केवल कच्चे खाद्य पदार्थों को ही अपनाऊँगा। मैंने ऐसे कार्यक्रमों में केवल सलाद, फल और जूस लिये, थोड़ी सी दाल भी ले ली। हाँ मैने किसी भी तरह की कोल्डड्रिंक का सेवन नहीं किया, पकी हुई सब्जियाँ नहीं खाईं। अगर सलाद नहीं था तो उनको आग्रह करके सलाद कटवाया, फल नहीं होते थे तो मैं अपने साथ हमेशा फल लेकर चलता था, जिससे मुझे कभी परेशानी नहीं आई।
केवल हम अपने मन पर नियंत्रण कर लें तो हम अपने शरीर को स्वस्थ बना सकते हैं और हर प्रकार की बीमारियों से मुक्त कर सकते हैं।
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