कल केड़ियानॉमिक्स वाले सुशील केड़िया जी को ट्विटर स्पेस पर सुन रहा था।
एक बहुत बढ़िया बात बताई, कि स्टॉक मार्केट में सब पैसा बनाने ही आते हैं पर उनका आत्मबल और पारिवारिक प्रेम इतना कम होता ही कि वे हमेशा घाटा ही खाते हैं। फिर कहते हैं कि अपने तो भाग्य में ही नहीं था।
टेक्निक की अपनी एक जगह है, और जो अनुशासन से अपनी टेक्नीक फॉलो करेगा, वो कभी पारिवारिक जीवन में भी गलत नहीं करेगा। हाँ यह अलग बात है कि एक टेक्नीक हर किसी के लिये काम नहीं करती, सबका मगज अलग अलग है, तो सबकी समझने की, निर्णय लेने की क्षमता भी अलग अलग है।
कहा जाता है कि बड़ा पैसा भाग्य वालों का बनता है, मैं भी इसी में विश्वास करता हूँ, जब आप पैसा कमाते हो, तो जो भी लोग उस पैसे का भोग करने वाले हैं, उनके प्रति आपका प्यार अनुराग कैसा है, उनके कर्म कैसे हैं, इन सब चीजों का अपना एक महत्व है और इस प्यार अनुराग से ही बड़ा पैसा बनता है।हम भले पैसा ज्यादा नहीं कमा सकते, परंतु अच्छा व्यवहार, प्यार, अनुराग ओर अच्छे कर्म करने से तो हमें कोई रोक नहीं सकता।
तो सबसे पहले अपने आपको अच्छा इंसान बनाइये। क्योंकि पैसा आता है बहुत सारी जिम्मेदारियों को भी साथ लाता है।यह सब छोटी छोटी बातें हैं, जिन्हें समझना सोचना शायद बहुत कठिन हो, क्योंकि इसमें कोई टेक्नीक नहीं लगती। इसमें अपना दिल साफ और निस्वार्थ भाव होना चाहिये।
अब मानना न मानना अपने अपने ऊपर निर्भर करता है। बस समस्या यही है कि कोई भी इस बात को मानना ही नहीं चाहता। कोई अच्छा बनना ही नहीं चाहता, कोई अपने मन को शांत रखना ही नहीं चाहता, सभी अपने आपको, अपने मन को हमेशा ही व्यस्त रखना चाहते हैं।