एक वरिष्ठ प्रबंधक जो कि बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत थे, रोज की तरह दोपहर के भोजन के बाद कॉफ़ी पीने के लिये कैफ़ेटेरिया में गये।
वह कैंटीन में थोड़ा आराम कर रहा था, तो उसने देखा कि एक लड़का कैंटीन की टेबल साफ़ कर रहा है।
उसने अपना समय बिताने के लिये उसके साथ थोड़ा मजा करने का सोचा, और उसे बुलाया….
वरिष्ठ प्रबंधक ने उस लड़के (रवि पुजारी) से पूछा: कितना कमा लेते हो ?
वह लड़का थोड़ा मुस्कराया…
वरिष्ठ प्रबंधक – अपने भविष्य के लिये क्या योजनाएँ हैं ?
वह लड़का चुप रहा कुछ बोला नहीं..
वरिष्ठ प्रबंधक – आज से १० वर्ष बाद तुम अपने को किस जगह देखते हो ?
वह लड़का उसे घूरता रहा पर कुछ बोला नहीं.
वरिष्ठ प्रबंधक – जब मैं बैंगलोर आया था तब मेरे पास भी कुछ नहीं था।
आज मेरे पास क्या नहीं है…
नाम है……
शोहरत है…….
पैसा है……
इज्जत है……
तुम्हारे पास क्या है ……. ?
उस लड़के का उत्तर क्या रहा होगा आगे देखिये….
अरे नहीं ऐसा मत सोचिये कि उसने दीवार वाले शशि कपूर वाला डॉयलाग मारा होगा “मेरे पास माँ है…”
लड़का – साब मेरे पास बहुत काम है….. जो तुम्हारे पास नहीं है !!!!!!!!
और वरिष्ठ प्रबंधक चुपचाप कैंटीन से चल दिया।
ise kahte hain nahle pe dahla..
Jai Hind…
🙂 रोचक
Wah!sahab bahut khub kahi …pad kar maza aaya !!
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
हा हा! मजेदार!
बहुत सुन्दर उसका जवाब भी और यह पोस्ट भी
shee kha…
सुपरहिट जवाब
वरिष्ठ प्रबन्धक समाधान नहीं बता रहा – अपनी ईगो फुला रहा है! जिसे लड़के ने पिचका दिया!