टर्म इंश्योरेन्स और मेडिक्लेम इंश्योरेन्स का जितना महत्व है उतना ही महत्व है क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेन्स का याने कि गंभीर बीमारियों के लिये बीमा।
हमारी मानसिकता है कि हम केवल अपनी गाढ़ी कमाई खर्च ही कर रहे हैं पर हमें उसका कोई प्रतिफ़ल या रिटर्न नहीं मिल रहा है, तो मैं उनसे कहना चाहता हूँ कि पहले इन बातों का मनन करें और फ़िर इस बारे में सोचें। जितना आपका आपके परिवार से भावनात्मक लगाव है कि कोई भी किसी भी परेशानी में हो तो आपको बहुत तकलीफ़ होती है, वैसे ही इस बारे में भी सोचना चाहिये। यह बहुत ही चिंतन और मनन का विषय है।
अब अगर टर्म इंश्योरेन्स और मेडिक्लेम इंश्योरेन्स ले लिया पर अगर कोई गंभीर बीमारी हो गई तो क्या, इस पर मेडिक्लेम से आपको इलाज पर होने वाला खर्च तो मिल जायेगा पर अगर गंभीर बीमारी को ठीक होने में ज्यादा समय लग जाता है तो जो घर के नियमित खर्च हैं वो कैसे चलायेंगे, नियोक्ता तो तन्ख्वाह नहीं देने वाला, सरकारी का तो पता नहीं पर प्राईवेट में तो बिल्कुल नहीं देने वाला। तब क्या करेंगे, सोचिये सोचिये…?
घबरा गये, अरे घबराने की कोई बात नहीं है, इसीलिए तो क्रिटिकल इलनेस प्लान बनाया गया है, जो कि ९ से लेकर १४ गंभीर बीमारियों के होने पर आपको आर्थिक रुप से सुरक्षित करता है। जो कि निम्न हैं –
कैंसर
पैरालिसिस
कोरोनरी आरट्री बाइपास सर्जी
मेजर आर्गन ट्रांसप्लांट
प्राइमरी पलमोनरी आरटेरियल हाइपरटेंशन
फस्ट हार्ट अटैक
स्ट्रोक
किडनी फेलियर
अरोटा ग्राफ्ट सर्जी
और भी बीमारियाँ हैं जिससे आप आर्थिक रुप से सुरक्षित हो सकते हैं, पर ये हर बीमा कंपनी के पालिसी पर निर्भर करता है।
यह क्रिटिकल इलनेस पालिसी जीवन बीमा कंपनियों के साथ साथ कुछ साधारण बीमा करने वाली कंपनियों के पास भी उपलब्ध हैं जैसे कि बजाज एलायंज और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड।
केवल क्रिटिकल इलनेस पालिसी लेने पर बीमा १,३ और ५ वर्ष के लिये उपलब्ध होता है, जिसका प्रीमियम सुरक्षा की तुलना में बेहद कम होता है, अगर ३५ वर्ष की उम्र के व्यक्ति के लिये देखा जाये तो लगभग ६ लाख की बीमा राशि के लिये एकमुश्त प्रीमियम होता है १३-१४ हजार रुपये, पाँच साल की सुरक्षा के लिये।
यह क्रिटिकल इलनेस प्लान आप टर्म इंश्योरेन्स के साथ भी ले सकते हैं।
सोचिये और बताईये आप क्या सोचते हैं –