आज बड़ी परेशानी हुई, ऑफिस का लेपटॉप अचानक ही क्रेश हो गया, मतलब कि लेपटॉप चार्ज ही नहीं हो रहा था और कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट बनाने थे, जिस पर एक बड़ी मीटिंग शेड्यूल थी। डॉक्यूमेंट में आलमोस्ट सारी चीजें अपडेट कर चुके थे, और onedrive पर सिंक हो गई, यह एक बढ़िया बात रही। हमने क्रेश होने के बाद मोबाइल पर onedrive डाऊनलोड करा और अपने सहकर्मियों को शेयर कर दिया। जिससे फायदा यह हुआ कि मीटिंग री शेड्यूल नहीं करना पड़ी। हाँ अपने बॉस को जरूर अपडेट कर दिया था और कंपनी के IS टीम के साथ टिकट खोला और फिर पता चला कि वे कुछ नहीं कर सकते, लेपटॉप अभी वारंटी में है तो लेपटॉप कंपनी से टिकट ओपन किया गया और अब वो हमारे घर पर आकर कुछ पार्ट बदलेगा।
बाद में लेपटॉप कंपनी वालों का फोन आया, और उन्होंने बताया कि हम मोबाईल के सी टाइप चार्जर से भी चार्ज करके देख सकते हैं, हमने मोबाईल के चार्जर से चार्ज करके देखा तो थोड़ा बहुत चार्ज हो गया। पर चार्जिंग बहुत ही धीमी हो रही है। अब लेपटॉप कम्पनी वाला परसों आयेगा और लेपटॉप का चार्जिंग पोर्ट बदलेगा। तब तक मोबाईल के चार्जर से ही काम चलाना पड़ेगा। लेपटॉप का सी टाइप चार्जर मिल जाये, इसका जुगाड़ भी जारी है। वहीं अगर यह काम नहीं हुआ तो कंपनी डॉकिंग स्टेशन भेजेगी।
पर एक छोटी सी चीज खराब होने से बहुत ही समस्या हो जाती है, और दिनभर का शेड्यूल बिगड़ जाता है, बहुत सारा काम था, पर दिमाग में काम की बजाय यही चल रहा था कि अब काम कैसे चलेगा। ऐसी परेशानियों को झेलना मुश्किल होता है।
वहीं परसों मंथली एक्सपायरी है और एक डील गलत होने से अपना 4% का प्रॉफिट चला गया, फिर भी 1% प्रॉफिट इस महीने का रहेगा। अब शेयर बाजार में यह सब तो चलता ही रहता है। अब vix जब थोड़ी ज्यादा होगी तो ऑप्शन की प्रीमियम भी ज्यादा बेचने को मिलेगी। फेसबुक पर एक मित्र ने अपनी पोस्ट में ऑप्शन बेचने का लिखा था, हमने उनकी पोस्ट पर कमेंट किया कि You are on right track, just use 3 months support and resistance and sell strangle for safe side, vix is important factor. No need to learn from anywhere, just do your paper trade. And soon you will be able to earn minimum 3 to 6% monthly on your capital with risk management.
अब उनको सीखने में मदद भी कर रहा हूँ, देखते हैं कि हम कितना सिखा पाते हैं और वे कितना सीख पाते हैं। मुझे ऐसे लोग पसंद आते हैं जो सीखने की कोशिश करते हैं, न कि टिप्स के पीछे भागते हैं। कल ही एक मित्र को कह रहा था कि कोई अगर 10 लाख से यह काम शुरू करे तो 30 हजार रुपये हर महीने के आराम से रिस्क मैनेज करके कमा सकता है, बस सीखना पड़ेगा और बाजार स्व कमाने की जल्दीबाजी न करे। वहीं इससे ज्यादा कमाई का सोचा तो रिस्क मैनेज नहीं कर पायेंगे। साल का 40% रिटर्न अपने कैपिटल पर बहुत बढ़िया होता है। पर पब्लिक को तो रातों रात अमीर बनना होता है, और फिर शेयर बाजार को सट्टा बाजार कहते हैं, उन पर तरस आता है।
जैसा कि आपको पता होगा कि पहले अगर आप ऑप्श्न सैल करते थे तो आपका कैपिटल रिक्वायरमेंट कम से कम 20-25 लाख रूपयों का होता था, पर सेबी ने नियमों में बदलाव किया और अब अगर आपके पास कम से कम 50 हजार से 10 लाख की कैपिटल है तब भी आप ऑप्शन सैलिंग कर सकते हैं।
अगर आपके पास ज्यादा कैपिटल होगी तो आप अपने ऑप्श्न ट्रेड में ज्यादा एडजस्टमेंट कर सकते हैं, और अगर कम कैपिटल है तो आपको Risk & Reward Ratio पर खेलना होगा। ऐसी कोई भी स्ट्रेटेजी नहीं है जो कि हर समय आपको Profit दे भले Market Condition कैसी भी हो। हर Market Condition में अलग Strategy होती है। और यह हर किसी के साथ होता है।
अगर आपको शेयर बाजार में सफल होना है तो आपको ऑप्शन सैलिंग के साथ एडजस्टमेंट सीखना ही होगा।
यहाँ हम यह समझ रहे हैं कि आप अगर यह लेख पढ़ रहे हैं तो आपको ऑप्शन की Basic जानकारी है, कि अगर आप ऑप्शन बेच रहे हैं तो आपको मार्जिन मनी देनी होती है और अगर खरीद रहे हैं तो प्रीमियम देना होता है। Nifty is having weekly Expiry.
Short Strangle – Selling far OTM CE & far OTM PE
If Nifty is around 17200 जब आप Open Interest देखेंगे तो आपको Support & Resistance समझ में आयेगा।
यहाँ हम Support & Resistance के Call & Put sell कर देंगे।
Sell Nifty 16800 PE (Support) @ 12 Sell Nifty 17500 CE (Resistance) @ 12
Margin money will be required for these option selling is around 1 Lac, और अगर Expiry is after 2 days तो यहाँ पूरे चांस हैं कि ये प्रीमियम 0 हो जायेगा और 1 लाख के मार्जिन पर लगभग 1200 रूपयों का रिटर्न मिलेगा, जो कि 2 दिन में 1.2% होता है, और इससे अच्छा तो कोई बिजनेस हो ही नहीं सकता।
Short Strangle बनाने के बहुत से तरीके होते हैं, जैसे कि India Vix, Support & Resistance, Open Interest.
इसका PayOff chart आप अपने ट्रेडिंग एप्प के आईडी से सेंसिबुल पर लॉगिन करके देख सकते हैं –
यहाँ पर अगर बाजार 16800 के नीचे जायेगा और 17500 के ऊपर जायेगा तो हमें अनलिमिटेड लॉस होगा। मार्जिन कितना लगेगा, उसके लिये आप जीरोधा के बॉस्केट ऑर्डर में जाकर देख सकते हैं।
Here Breakeven is 16800-24 = 17756 to 17500+24 = 17524.
Required Margin – Amount must be in your Account. Final Margin – Final Blocked money in your Account.
तो अगर निफ्टी 16800 और 17500 के बीच रहता है तो हमें 1200 रूपयों का लाभ होगा।
जब आप PE & CE दोनों बेचते हैं तो आपको Margin benefit मिलता है। ये जो हम बेच रहे हैं यह Necked है, जिसमें अनलिमिटेड Loss हो सकता है पर Profit लिमिटेड होता है।
कोई भी कंपनी हो, हम हमेशा केवल price देखते हैं, कि price ऊपर जा रहा है या नीचे जा रहा है। हम कंपनी के बारे में कुछ जानने की कोशिश नहीं करते हैं। किसी भी स्टॉक को देखने के लिये Monthly, Weekly & Daily टाईमफ्रेम में सपोर्ट रेसिस्टेंस, ट्रेंड देखते हैं।
The master has failed more times, than the beginner has even tried.
हम लोग (Traders) निर्णय लेने के व्यवसाय में हैं, मतलब कि हमें रोज ही Buy ही Sell के लिये decision लेना होते हैं। Decision हमेशा ही सही नहीं हो सकते, परंतु अगर हम descpline follow करते हैं, किसी एक टेक्नीक को फॉलो करते हैं तो हमारे decision सही होने के chance ज्यादा हो जाते हैं, और गलत होने की probability कम हो जाती है।
The movement of the MARKET is the movement MASS Psychology.
किसी भी स्टॉक का Support & Resistance होता ही है।
इस दुनिया में रहने वाले हर प्राणी का एक pattern जरूर होता है। Trader
Charts are maps of collective human behavior.
Nothing gets plotted on a chart until people take action.
The art of Technical Analysis, is to identify a trend reversal at a relatively early stage and ride that trend, until the weight of the evidence shows or proves that the trend has reversed.
The farther back you can look, the farther forward you are likely to see. – Winston Churchill
इसलिये हमेशा हम किसी भी स्टॉक के price action को देखने के लिये historical data देखते हैं, हर स्टॉक का अपना अपना moving average, pattern होता है। अगर उस स्टॉक में काम करना है तो हमें उसे समझना जरूरी है। पर कोई तो ऐसा moving average होता ही होगा, जो हर स्टॉक के लिये काम करता ही होगा।
The index has corrected in every 2 year from the top.
These corrections are categorized –
11-17%
25-35%
40-60%
Historically, these corrections 13 to 21 months duration.
पिछले 20 वर्षों का data बताता है –
अक्टूबर नवंबर दिसंबर बाजार के लिये बढ़िया रहते हैं।
जनवरी, फरवरी, मार्च हमेशा ही bearish रहता है।
जब भी बाजार correct होता है तब वह उतनी ही तेजी से अपना high बनाता है।
जैसे कि मार्च 2020 – अक्टूबर 2020 के दौरान 39.57% correction हुआ था, परंतु केवल 18 महीनों में ही निफ्टी 147.69% बढ़ चुका था।
Rule of the Game –
Buy the strength and Exit the weakness
The stronger stocks always lead the market and forms new highs.
अगर benchmark स्टॉक 1% बढ़ता है तो Index 3-5% बढ़ता है, यह नियम 70% स्टॉक follow करते हैं। वहीं अगर Index 5% गिरता है तो benchmark स्टॉक 10% तक गिर जाते हैं।
Identify the stock which never made a lower low (1 low is ok) on a monthly chart / weekly for short term.
Every time, buy a stock only at life time highs.
कभी बाजार में आप अपना पैसा नहीं loss करेंगे You never lost money in market.
Exit –
जब भी स्टॉक अपने पिछले weekly average से नीचे आये तो partially profit बुक कर लें।
पिछले monthly average से नीचे आये तो 100% exit कर लें।
अगर अपने top से 5-8% correct होता है तो exit कर लें।
Intraday or Short term Exit Rules
Exit is Stop loss – You are a professional trader
Trailing Stop loss (Small or Big profit)
Booking profit at Target – You are GOD.
You buy high sell higher, you will never loose the money in market.
Stage 2 – Markup (Where retailers get in) – Termination
Stage 3 – Distribution – Holding
Stage 4 – Mark Down – Break Out – Consolidation / Pull Back – Continuation
हमेशा कोशिश करना है कि हम Stage 2 में ऐसे स्टॉक में Entry करें।
Step one –
Identify 3 most popular patterns –
Flat Base
Cup with handle or without handle
Double Bottom
When a market is in sideways (At high) or in a Downtrend – (Where to buy)
Fall at least 60% from the top – If 70-80% then very good to invest.
Longer the Base sharper the move – If consolidating for 6-9 months then move very sharp for up side.
Low Volume
Oscillates around 40/30 week average, several months.
Price makes higher low
Before the breakout 40/30 WMA truns up.
Tata Motors as an example corrected till 90% then see the move in 20 weeks.
Deepak Niterate –
Step Two –
A Breakout
Look for volume confirmation
Above – Average Volume (40-50%)
Better Relative Strength (RS) 60
Ashok Leyland
Atul – Moving Higher & Higher
Aarti Drugs
Step Three –
Post Breakout
Failed Breakout / below the Breakout level
Breakout Retest / Run Up
Buy at 1-5% above the Breakout level
BalkrisInd
Step Four –
The Run up
Sharp Run Up – Longer the base / consolidation.
50DMA / 10WMA, below the price (Exit)
Stronger Stocks always above this line.
A dip below this line with lower volume ignore. (Some big distribution is happening)
NavineFlour
Step Five –
The Toping
Slicing the 50DMA / 10WMA
50DMA / 10WMA with volume / distribution day.
7-8% from the top
Partial exit @25% gains, if closes above then previous month then exit fully.
अगर 50 DMA से नीचे आ जाता है तो इसका मतलब होता है कि अब correction stage में हैं।
The Setup – (Interaday / Positional) Moving Average Ribbon
Use 3 same period averages
Use 34 EMA of close
Use 34 EMA of high
Use 34 EMA of LOW
On bottom – Apply MACD line only.
जब भी आपको अपने ऐसे स्टॉक में 25% का profit हो रहा हो तो, अपना profit निकाल लें और वह profit ऐसे किसी और स्टॉक में invest कर दें। इस प्रकार से long term का portfolio बना पायेंगे।
निफ्टी नीचे जा रहा है तो इसका मतलब यह नहीं कि सारे स्टॉक्स भी उसके साथ correct होंगे, 30% स्टॉक्स हमेशा benchmark के opposite काम करेंगे।
Target निकालने के लिये Fibonacci retracements का उपयोग करें।