काश कि हम पतले ही रहते मोटे न होते, और अब ….. हाल बुरा है…. और क्या जबाब दें अपनी इस मोटी चर्बी की बेशर्मी का !!!

पता नहीं कि हम मोटे हैं या स्वस्थ्य, किस श्रेणी में रखे जाते हैं, पर हाँ सभी लोग जिसे भी जब भी मौका लगता है भाषण जरुर पिला डालता है कि भाई बहुत हैल्थी हो गये हो, लगता है कि खाते पीते घर के हो।

हम भी हमारे पुराने दिन याद करते हैं जब कभी हम पतले हुआ करते थे, कभी हमारी कमर का नाप २८-३० इंच का हुआ करता था, और अब ज्यादा नहीं है पर फ़िर भी बताने में शर्म आती है। सोचते हैं कि काश कुछ ४-६ इंच कम हो जाये।

सोचते भी हैं कि रोज खूब चलें, दौड़ें, जिम मॆं जायें, ये करें वो करें, ये न खायें और कुछ ऐसा खायें जिससे किसी तरह से पतला हुआ जा सके पर हे भगवान !!! कुछ नहीं हो रहा है। कुछ भी शुरु करो तो अपने मन के सातों घोड़ों को काबू में रखना मुश्किल होता है, और समय निकालना भी। क्योंकि चर्बी चढ़ाने के लिये समय हमें बहुत मिल जाता है परंतु कम करने के लिये समय निकालना बहुत मुश्किल होता है, दुनिया का सबसे बड़ा सत्य यही है। शायद सभी लोग मेरी बात से सहमत भी होंगे। हम पीना चाहते हैं, जीना चाहते हैं, खाना चाहते हैं, परंतु कैसे मोटे होकर !!!!

सोचते भी हैं शुरु भी करते हैं परंतु कुछ दिन करने के बाद सब वही ढ़ाक के तीन पात, थोड़े दिन सुबह घूमने गये पूरे जोश के साथ फ़िर वो जोश और जुनून उतर गया और आ गये वापिस अपनी वाली पर, फ़िर जिम जाना शुरु किया फ़िर वो भी बंद कर दिया, अब ये हालत है कि कोई पूछता है कि भई नया क्या शुरु किया है, तो अपनी बगलें झाँकने लगते हैं। अब तो हम यही बोलने लगे हैं हाँ सुबह ५-७ किलोमीटर घूम लेते है और दौड़ भी लेते हैं, उठने के पहले। 🙂

अब और क्या जबाब दें अपनी इस मोटी चर्बी की बेशर्मी का। शायद मोटे लोग ओह !!!! माफ़ कीजियेगा हैल्थी लोग ही कुछ नया नुस्खा बताकर मेरी मदद करेंगे और अपनी भी।

19 thoughts on “काश कि हम पतले ही रहते मोटे न होते, और अब ….. हाल बुरा है…. और क्या जबाब दें अपनी इस मोटी चर्बी की बेशर्मी का !!!

  1. मोटे लोग नुस्खा बता कर आपकी मदद करेंगे यह कैसे सोच लिया आपने । नुस्खा पूछना है तो हम जैसो से पूछें जो कभी मोटे हुए ही नहीं ,यानि मोटे होने से कैसे बचे रहे । मगर इसके लिये फीस लगेगी भैया .. वह क्या होगी यह तो अभी नहीं बतायेंगे ।

  2. @शरद भाई,

    जल्दी से नुस्खा बता दीजिये, फ़ीस के रुप में रोज एक चिट्ठा लिखते रहेंगे। 🙂

  3. जबतक काम करने में फुर्ती बनी रहेगी तो मोटे और पतले में अधिक फर्क नहीं .. इसपर बहुत चिंतित होने की जरूरत भी नहीं .. पर जब अपने शरीर की वजह से काम करने में कठिनाई आ जाए .. मोटापे को कम करने के उपाय सोंचने पडेंगे।

  4. मोटे हैं या पतले इसको जानने का तो फार्मूला है .वजन और हाइट बताइये

    फीस में टिप्पणी का चलन है आप पोस्ट पकड़ा रहे हैं 🙂

  5. सर्दियों में मोटापा वैसे भी बढ़ जाता है…. मैं खुद परेशां हूँ…. आजकल बहुत वेट गेन हो गया है…. मौसम के साथ वेट भी कम होता है…. वैसे हल्का फैट होना चाहिए….

  6. @संगीता जी – बिल्कुल सत्य है, परंतु कितनी भी फ़ुर्ती हो पर मोटापे के कारण कहीं न कहीं तो मात खा ही जाते हैं। इसलिये ये सब सोचना पड़ा।

    @महेश जी – फ़ीस में हम टिप्पणी का वादा नहीं कर सकते थे पर जो हम कर सकते थे वह हमने किया, याने कि रोज एक चिट्ठे का वादा।

  7. @महफ़ूज भाई,

    अपना वजन तो मौसम के साथ बड़ता जाता है पर मौसम बदलने पर कम होने का नाम नहीं लेता है। अपनी आलस और मन के बहकने के कारण इस मामले को सीरियस होते हुए भी सीरियसली नहीं ले पाते हैं।

  8. अपने कमरे में दुनिया के ऐसे मोटे लोंगो की फोटो चिपकाइए जो आपसे दो गुना हों। आप को ऐसे करोंडो लोग मिलेगें जो आपसे बढ़ कर होंगे। उन्हें देख कर सुखी रहिए। और बेखुदी में रहिए।
    इस सलाह की कोई फीस नहीं है।

  9. @ महफूज भाई

    इसी इन्तजार में न जाने कितनी ठंड बीत गई कि इसके बाद ठीक हो जायेगा. 🙂

    तब परमानेन्ट ठंडी जगह ही आकर बस गये कि न गर्मी आयेगी, न कोई उम्मीद रहेगी. 🙂

    कम करने के लिये समय निकालना बहुत मुश्किल होता है, दुनिया का सबसे बड़ा सत्य यही है।

    -कितना सच बोलते हो विवेक भाई..

  10. इतने से मोटापे से परेशान है आप . यहा तो १६० किलो अफ़ोर्ड कर रहे है . मुझसे प्रेरणा ले . आज तक जो कुछ बडा कभी घटा है क्या . वह चाहे मोटापा हो या महंगाई

  11. @ धीरु सिंह जी,

    सही कह रहे हैं, अपने अपने अफ़ोर्डेबिलिटी होती है, कि कौन कितना अफ़ोर्ड कर सकता है, महँगाई का पता नहीं परंतु हाँ अगर मेहनत की जाये तो मोटापा तो कम हो सकता है।

    ये मेरा मानना है हालांकि इस तथ्य को परखना बाकी है।

  12. अरे भाई खुब सारा कर्जा ले लो, फ़िर सब जुये मै हार जाओ… जब पेसे बचेगे ही नही तो कर्जा केसे चुकता करोगे, बस फ़िकर मै अपने आप पतले हो जाओ गे 🙂
    लेकिन ऎसा मत करना यह तो हुया मजाक, मेने अपना वजन कम किया है, शाम का खाना शाम ६ बजे से पहले खाये, तली हुयी चीजे महीने मै एक आध बार खाये,खाना कम खाये शुरु शुरु मै थोडी तकलीफ़ होगी फ़िर आदत बन जायेगी, खाने की जगह फ़ल खाये

  13. अरे भाई, मोटा होने के भी कई फायदे हैं।
    एक तो मोटे aadmi को ठण्ड कम लगती है।
    दूसरे कोई आपकी कुर्सी शेयर करने की सोचेगा भी नहीं।
    चोर को पकड़ कर ऊपर बैठ जाओ, चोर की चीं निकल जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *