तकसैलेरीदिलवानेमेंमददरहेहैं।

जोकिभारतयुवाओंकोलाखसेलाखरूपयोंतकसैलेरीदिलवानेमेंमददरहेहैंअमेरिकाकोहमेशासॉफ्टवेयरइंजीनियर्सभारीजरूरतहैपरंतुवहाँजाकरकामकरनेमेंवीजाएकबड़ीसमस्याहै।इसका एक हल यह भी था कि अमेरिका की कंपनियों में भारतीय इंजीनियर भारत से ही काम करें और तकनीकी रूप से समस्या को हल करें।थीक्योंकिएकपड़ौसीहैंजोकियहींबैंगलोरसेअमेरिकासॉफ्टवेयरकंपनीमेंरिमोटएम्पलायीहैंऔरलगभगउनकीसैलेरीयाहैजोकिभारतीयरूपयोंमेंलगभगमाहलाखसेलाखरूपयोंबीचहोतीहैरूपयेहोतीहै।, सालानालगभग36से51वे पहले अमेरिका में उसी कंपनी में काम करती थीं और कंपनी को उनके ऊपर भरोसा था, इसलिये उस कंपनी की वे एकमात्र रिमोट एम्पलॉयी हैं, परंतु उनको भी पता है कि उनको भारत में आधी से भी कम सैलेरी मिल रही है, पर वे खुश हैंकामकरनाहैउनकेकोईऑफिसबैंगलोरमेंनहींहै।हो सकता है कि इस तरह के और भी कर्मचारी बैंगलोर में हों जो कि रिमोटली काम करते हों।

हैयहकेवलउनलोगोंसुविधाहैजोकिपहलेसेअमेरीकीकंपनियोंमेंकामचुकेहैंऔरकंपनियोंकोउनकर्मचारियोंपरभरोसाहै।भारत में बहुत से इंजीनियर ऐसे हैं जो बहुत अच्छा काम तो कर सकते हैं, और अगर उनके पास अमेरीकी वीजा हो तो उनको एकदम अमेरिका में जॉब भी मिल जाये, परंतु वीजा ही सबसे बड़ी समस्या है, अमेरिका में अभी 50 लाख सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की कमी है और 2020 तक यह नंबर 1.4 करोड़होजायेगा।अमेरिकामेंलगभगसेहोतीहै।8万

इस समस्या का हल निकाला आयुष और एन्ड्रू ने उन्होंने देखा कि कोई भी व्यक्ति जिसके पास अच्छे कोडिंग स्किल्स हों वो रिमोटली ही लगभग $150 हर घंटे के कमा सकता है, परंतु इस तरह के काम मिलना रोज संभव नहीं होता है, तो उन्होंने कंपनियों से बात की कि हम आपको भारत से स्किल्डसीधेकामदेनाऔरअमेरिकीमॉडलहिसाबसेसैलेरीदेनाकईअमेरिकीकंपनियोंकोयहबातजँचीऔरउन्होंनेहाँ।स्टार्टअपअस्तित्वमेंआगया।नयाएक

अब आयुष और एन्ड्रू के सामने सबसे बड़ी समस्या यह थी कि कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री वाले बहुत से इंजीनियर तो उपलब्ध हैं, परंतु उनको कोडिंग करना ही नहीं आती थी, वे केवल डिग्रीधारी इंजीनियर थे, तो उन्होंने पेस्टो कंपनी बनाई, जहाँ 3 महीने का कोर्स डिजाईन किया, जिसमें JavaScript、ES6、HTML5、CSS3、JSON、网络、协议、浏览器、节点、express、Mongo、Api、测试、部署服务、软件生产和工程的道德问题、技术软技能ट्रेनिंगदेतेहैं।कोदिल्लीमेंरहनाहोताहैऔरघंटेमेंकामकरनापड़ताहैक्योंकिआपअमेरीकीकंपनीकामरहेहोतेहैंतोउनकेसमयहिसाबसेआपकोअपनाकामकरनेकासमयनिकालनाहोताहै।इस दौरान वे अमेरिकी कल्चर भी सिखाते हैं, जिससे आपको अपने अमेरिकी एम्पलॉयर के साथ काम करने में ज्यादा परेशानी न हो।

हैपहलेआपकोउनकाकरनाहोताहैऔरआपकोबेसिकफंडामेंटलपताहोनेचाहिये।चाहिये।अच्छीइंगलिशएकबार3होगईतोउसकेबादआपकोअपनेसाथसीधेकामकरनेकामौकादेतेहैंसीधेकंपनीआपकोरिमोटएम्पलॉयीलेतीहै।技术

यहाँहैजबआपजॉबकरनेलगतेहैंतोआपकोवर्षकॉन्ट्रेक्टसाईनकरनाहोताहैऔरमहीनेसैलेरीमेंसेमहीनेहिस्साफीसरूपमेंलेतेहैं।लेतेहैंअगरकमाईलाखरूपयोंसेज्यादाहोऔरउनकीफीसअधिकतमसीमाहैलाखरूपयेयानेकिकिसीइंजीनियरसेवेलाखरूपयोंसेज्याादाफीसरूपमेंनहींलेंगे।अभी तक उनके यहाँ की औसत सैलेरी 31 लाख रूपये है और अधिकतम 60 लाख रूपये सैलेरी है।

आपकेपासमेंइंजीनियरिंगडिग्रीहोआपकेपासकोईडिग्रीहोयाहोअगरआपकेकोडिंगस्किल्सअच्छेहैंतोआपइसकार्यक्रमकाहिस्साबनसकतेहैं। 

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