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ये तो हम पतियों के साथ ज्यादती है वहाँ पत्नी मारे मोबाईल से, यहाँ बेलन से….
अभी अखबार में खबर थी कि प्रसिद्ध गोल्फ़र टाईगर वुड्स को उनकी पत्नी एलीना ने मोबाईल फ़ेंक कर मारा, और वुड़्स का दांत टूट गया। ये तो हम पतियों के साथ बहुत ज्यादती है कि वहाँ पत्नी मारे मोबाईल से और यहाँ बेलन से।
विवाहेतर संबंध पकड़े जाने के बाद टाईगर वुड्स के ऊपर उनकी पत्नी ने मोबाईल से हमला कर दिया। यहाँ अगर ऐसे संबंध पकड़ में आ जायें तो बेलन, लाठी, कटोरी, चम्मच, थाली, झाड़ू तक से पिटाई की जाती है और वहाँ मोबाईल से, अरे हमारा भी कोई स्तर है या नहीं।
हम भी तो मोबाईल का हमला सहन कर सकते हैं, वैसे ये सोचने की बात है कि मोबाईल के हमले से दांत टूट गया, कितना मजबूत होगा वो मोबाईल और इतरा रहा होगा कि देखो आज मैंने सारी मोबाईल प्रजाति का नाम रोशन कर दिया। अब पत्नियाँ मोबाईल टेस्टिंग करके खरीदा करेंगी कि इसके फ़ेंकने से क्या क्या हो सकता है। ये तो ब्रह्मास्त्र जैसा कोई अस्त्र बन सकता है। मोबाईल ही फ़ेंक कर मार दो, किसी अस्त्र की जरुरत ही नहीं है।
इधर बेचारा यहाँ का पति सोच रहा है कि ऐसी हमारी किस्मत कहाँ कि मोबाईल हम पर फ़ेंका जाये और हमारा दांत टूट जाये कि हम भी मुँह छिपाते फ़िरें। हमारा स्तर बेलन और झाड़ू से ऊपर कभी उठ ही नहीं पाया है। कहाँ मोबाईल और कहाँ हम। इतना मजबूत मोबाईल महंगा भी होगा, अब सस्ता वाला तो प्लास्टिक का होगा उसे फ़ेंककर मारा तो मुँह तो नहीं पर मोबाईल जरुर टूट जायेगा। इसके लिये तो मैटल का मोबाईल होना चाहिये, तभी तो वह मजबूत होगा और दांत तोड़ सकता है।
ऐसा मोबाईल तो बहुत महंगा आता है, अखबारों की सुर्खियों में आने के लिये सस्ता मोबाईल तो हम अफ़ोर्ड कर सकते हैं पर महंगा नहीं। अगर ऐसा हुआ तो महंगे मोबाईल की ही डिमांड होगी तो सरकार अखबारों में इस तरह की खबरें प्रतिबन्धित कर देगी, इससे देश की अर्थव्यवस्था पर भार आयेगा। क्योंकि फ़िर पति मिलकर अपनी तन्खवाह बड़ाने की मांग करेंगे।
सब देख लिया सोच लिया पर आखिरकार निष्कर्ष यही है कि यहाँ के पति की किस्मत में केवल बेलन और झाड़ू ही है।
हैकर्स ने गूगल क्रोम बनाकर लांच भी कर दिया और डाउनलोड के लिये भी उपलब्ध है.. (Download Google ChromiumOS Free)
गूगल का क्रोम का वर्किंग एडीशन भी डाऊनलोड के लिये उपलब्ध है। यहाँ चटका लगाकर आप डाऊनलोड कर सकते हैं।
बड़ी फ़ाईलें कैसे भेजें या ज्यादा डाटा नेट पर थोड़े समय तक कैसे सुरक्षित रखें..
अगर कोई फ़ाईल बहुत बड़ी है जो कि जिप करने के बाद भी ईमेल पर अटैच नहीं कर पाते हैं पर जल्दी ही जरुरी में कहीं भेजनी है, क्योंकि ईमेल पर ज्यादा से ज्यादा १० एम.बी या २० एम.बी. की फ़ाईलें ही भेजी जा सकती हैं।
इस प्रकार की सर्विसेस देनेवाली बहुत सारी साईटें हैं पर कुछ विश्वसनीय और तेज साईटें हैं जिनका उपयोग किया जा सकता है, इन साईटों पर बिना किसी लोगिन के आप फ़ाईल अपलोड कर सकते हैं और इसकी दो लिंक आपके बताये हुए ईमेल पते पर आ जाती हैं, एक तो डाउनलोड करने के लिये और दूसरी इस फ़ाईल को डिलीट करने के लिये (जब आपका काम हो जाये तो आप इस लिंक से डिलीट कर सकते हैं।) | निम्न साईटों पर बिना लोगिन फ़्री में आप कितना अपलोड कर सकते हैं वो आप देख सकते हैं –
४.वीट्रांसफ़र – 2 gb आपको इसका पार्श्व भी अच्छा लगेगा जो समय समय पर अपने आप बदलता रहता है।
अपलोड और डाउनलोड आपकी ब्राडबेन्ड की स्पीड पर निर्भर करता है जैसे कि मेरे पास २५६ केबीपीएस से १०० एमबी अपलोड करने में लगभग १ घंटा लगता है। अगर आपके पास इससे कम स्पीड है तो और ज्यादा समय लगेगा व और ज्यादा स्पीड वाला होगा तो कम समय लगेगा।
पर जहाँ हम अपनी फ़ाईलें अपलोड कर रहे हैं वह भी सुरक्षित जगह होना चाहिये, इसके लिये हम कुछ उपाय कर सकते हैं कि जब फ़ाईल को जिप करें तो उसे एनक्रिप्टेड पासवर्ड से सुरक्षित कर दें। क्योंकि जब आप इन सर्विसेस वाली साईटों पर फ़ाईल अपलोड करेंगे तो ये सर्च इंजिन की नजर में भी आ जाता है। इसलिये इन फ़ाईलों को कुछ अजीब नाम दें जिससे आपकी फ़ाईल में क्या है वह फ़ाईल के नाम से पता न चले।
अगर ये लिंक किसी को पता न हो तो कोई फ़ाईल डाउनलोड नहीं कर सकता है, और ये बिल्कुल यूनिक की (unique key) होती है।
अब अगली बार जब आप अपना कम्पयूटर फ़ार्मेट कर रहे हों या फ़िर कहीं आपको फ़ाईल ले जानी हो पर साधन न हो या कुछ और बस अपनी फ़ाईल अपलोड कीजिये और बाद में डाउनलोड कर लीजिये, हो गया न आपका काम।
कोई आपके कार के शीशे पर अंडों से हमला कर दे तो ……
अभी आज ही एक ईमेल आया था कि अगर आप रात को कहीं जा रहे हों और कोई आपके कार के शीशे पर अंडों से हमला कर दे तो अंडे को साफ़ करने के लिये वाईपर न चलायें और न ही वाईपर चलाने के पहले पानी छिड़कें, ऐसा करने पर आपकी विंड स्क्रीन दूधिया हो जायेगी और आप ९२.५% तक देख नहीं पायेंगे। और मजबूरी में आपको अपनी कार रोकनी होगी जिससे आप लूट के शिकार हो सकते हैं।
यह नई तकनीकी लुटेरों द्वारा आजकल बहुत हो रही हैं सावधान रहें।
इस तरह की कई लूट की वारदातें राजस्थान, दिल्ली और हरियाणा में हो चुकी हैं।
ब्लॉगर मीट में शामिल ब्लॉगरों ने फ़िर मिलने के वादे के साथ शाम को अलविदा कहा – मुंबई ब्लॉगर मीट – रपट – २
मुंबई ब्लॉगर्स मीट – रपट – १
मुंबई ब्लॉगर मीट – पहली रपट
मुंबई ब्लॉगर मीट
मुंबई ब्लॉगर मीट संजय गांधी नेशनल पार्क में त्रिमूर्ति जैन मंदिर में आयोजित हुई।
निम्न ब्लॉगरों ने भाग लिया –
अविनाश वाचस्पति | http://avinashvachaspati.blogspot.com |
विवेक रस्तोगी | http://kalptaru.blogspot.com |
महावीर बी सेमलानी | http://ctup.bhikshu.blogspot.com |
शशि सिंह | www.shashisingh.in |
रश्मि रविजा | http://www.mankapakhi.blogspot.com |
शमा | http://shamasansmaran.blogspot.com/ |
अजय कुमार | http://gatharee.blogspot.com |
विमल वर्मा | http://thumri.blogspot.com |
सूरज प्रकाश | http://kathaakar.blogspot.com/ |
आलोक नंदन | |
राजकुमार सिंह | http://rajsinhasan.blogspot.com |
’श्रीमती आशा अनिल आचरेकर | |
सतीश पंचम | http://safedghar.blogspot.com |
डॉ. रुपेश श्रीवास्तव | http://bharhaas.blogspot.com/ |
फ़रहीन | http://bharhaas.blogspot.com/ |
बाकी की रिपोर्ट कल सुबह…
मुंबई हिन्दी ब्लॉगर मीट त्रिमूर्ती जैन मंदिर, संजय गांधी नेशनल पार्क, बोरीवली में सायं ३.३० बजे रविवार ६ दिसंबर को आयोजित की गई है
मुंबई ब्लॉगर मीट के लिये मेरी बहुत से ब्लॉगरों से बात हुई पर ऐसा लगा ही नहीं कि मैं उनसे पहली बार बात कर रहा हूँ ऐसा लगा कि हम लोग जाने कब से एक दूसरे को जानते हैं और बहुत अच्छी तरह से जानते हैं।
कुछ ब्लॉगर्स को मैंने फ़ोन लगाये कुछ ने मुझे फ़ोन किये कुछ ब्लॉगर्स से चेटिंग हुई। सबको अपने बेहद करीब पाया।
मुंबई ब्लॉगर्स मीट त्रिमूर्ती जैन मंदिर, संजय गांधी नेशनल पार्क बोरीवली में सायं ३.३० बजे रविवार ६ दिसंबर को आयोजित की गई है, जो कि वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर बोरिवली ईस्ट में है। आप यहाँ सीधे लोकल रेल्वे स्टेशन से २९९ नंबर बस से टाटा स्टील से भी सीधे आ सकते हैं नहीं तो मुख्य द्वार जो कि वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर है वहाँ से सीधे आ सकते हैं, प्रति व्यक्ति नेशनल पार्क का टिकिट २० रुपये है।
लगभग १४ ब्लॉगर्स की मंजूरी मिल चुकी है। अविनाश जी दिल्ली वाले मुंबई पहुंच चुके हैं और उनका भी ब्लॉगर्स से मिलने का बहुत व्यस्त कार्यक्रम है।
इस मीट का उद्देश्य एक दूसरे को जानना और वास्तविक दुनिया में मिलना है, हम सब एक दूसरे को आभासी दुनिया में बहुत अच्छी तरह से परिचित हैं, जब वास्तविकता में मिलेंगे तो बात ही कुछ ओर होगी। इस मीट में सभी ब्लॉगर्स के मानस मंथन से जो भी मुद्दे निकलेंगे वही अगली ब्लॉगर्स मीट का उद्देश्य होगा। यह मीट केवल एक गेट टुगेदर है जिसमें सब एक दूसरे को जान पायेंगे।
इस मीट के लिये ताऊ जी और समीर लाल जी ने विशेष सहयोग दिया है, और मुंबई टाईगर महावीर जी सेमलानी जी का भी विशेष सहयोग है। अविनाश वाचस्पति जी जो कि हमारे दिल्ली से आये हुए मुख्य अतिथि हैं, उनका भी भरपूर सहयोग है, कृप्या अपने आने की स्वीकृती दें जिससे व्यवस्था में सहयोग मिलेगा।