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उसल पोहा इंदौर

मालवा आओ और पोहे न खाओ तो बस आपका मालवा आना बेकार है, कई जगह पोहा जलेबी के साथ खाते हैं तो कई जगह उसल के साथ, आज हम इंदौर हैं, तो पलासिया पर हेड साहब के उसल पोहे खाये गये, जिसमें पोहे के ऊपर प्याज, छोले और चटपटी तरी व नमकीन, चटपटापन कम करने के लिये ऊपर से दही भी डाल सकते हैं।

पहले हम जेल रोड, इंदौर में उसल खाने जाया करते थे, वो जबरदस्त मिर्ची वाले उसल होते थे।

अगर कभी आयें तो इंदौर में उसल को मिस न करें।

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परेशानी, शेयर बाजार कमाई और सीखने की चाहत

आज बड़ी परेशानी हुई, ऑफिस का लेपटॉप अचानक ही क्रेश हो गया, मतलब कि लेपटॉप चार्ज ही नहीं हो रहा था और कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट बनाने थे, जिस पर एक बड़ी मीटिंग शेड्यूल थी। डॉक्यूमेंट में आलमोस्ट सारी चीजें अपडेट कर चुके थे, और onedrive पर सिंक हो गई, यह एक बढ़िया बात रही। हमने क्रेश होने के बाद मोबाइल पर onedrive डाऊनलोड करा और अपने सहकर्मियों को शेयर कर दिया। जिससे फायदा यह हुआ कि मीटिंग री शेड्यूल नहीं करना पड़ी। हाँ अपने बॉस को जरूर अपडेट कर दिया था और कंपनी के IS टीम के साथ टिकट खोला और फिर पता चला कि वे कुछ नहीं कर सकते, लेपटॉप अभी वारंटी में है तो लेपटॉप कंपनी से टिकट ओपन किया गया और अब वो हमारे घर पर आकर कुछ पार्ट बदलेगा।

बाद में लेपटॉप कंपनी वालों का फोन आया, और उन्होंने बताया कि हम मोबाईल के सी टाइप चार्जर से भी चार्ज करके देख सकते हैं, हमने मोबाईल के चार्जर से चार्ज करके देखा तो थोड़ा बहुत चार्ज हो गया। पर चार्जिंग बहुत ही धीमी हो रही है। अब लेपटॉप कम्पनी वाला परसों आयेगा और लेपटॉप का चार्जिंग पोर्ट बदलेगा। तब तक मोबाईल के चार्जर से ही काम चलाना पड़ेगा। लेपटॉप का सी टाइप चार्जर मिल जाये, इसका जुगाड़ भी जारी है। वहीं अगर यह काम नहीं हुआ तो कंपनी डॉकिंग स्टेशन भेजेगी।

पर एक छोटी सी चीज खराब होने से बहुत ही समस्या हो जाती है, और दिनभर का शेड्यूल बिगड़ जाता है, बहुत सारा काम था, पर दिमाग में काम की बजाय यही चल रहा था कि अब काम कैसे चलेगा। ऐसी परेशानियों को झेलना मुश्किल होता है।

वहीं परसों मंथली एक्सपायरी है और एक डील गलत होने से अपना 4% का प्रॉफिट चला गया, फिर भी 1% प्रॉफिट इस महीने का रहेगा। अब शेयर बाजार में यह सब तो चलता ही रहता है। अब vix जब थोड़ी ज्यादा होगी तो ऑप्शन की प्रीमियम भी ज्यादा बेचने को मिलेगी। फेसबुक पर एक मित्र ने अपनी पोस्ट में ऑप्शन बेचने का लिखा था, हमने उनकी पोस्ट पर कमेंट किया कि You are on right track, just use 3 months support and resistance and sell strangle for safe side, vix is important factor. No need to learn from anywhere, just do your paper trade. And soon you will be able to earn minimum 3 to 6% monthly on your capital with risk management.

अब उनको सीखने में मदद भी कर रहा हूँ, देखते हैं कि हम कितना सिखा पाते हैं और वे कितना सीख पाते हैं। मुझे ऐसे लोग पसंद आते हैं जो सीखने की कोशिश करते हैं, न कि टिप्स के पीछे भागते हैं। कल ही एक मित्र को कह रहा था कि कोई अगर 10 लाख से यह काम शुरू करे तो 30 हजार रुपये हर महीने के आराम से रिस्क मैनेज करके कमा सकता है, बस सीखना पड़ेगा और बाजार स्व कमाने की जल्दीबाजी न करे। वहीं इससे ज्यादा कमाई का सोचा तो रिस्क मैनेज नहीं कर पायेंगे। साल का 40% रिटर्न अपने कैपिटल पर बहुत बढ़िया होता है। पर पब्लिक को तो रातों रात अमीर बनना होता है, और फिर शेयर बाजार को सट्टा बाजार कहते हैं, उन पर तरस आता है।

निराशा, जीवन और भूल जाना

जीवन में निराशा कभी आ जाये तो जीवन थोड़ा ढीला और धीमा हो जाता है। निराश कदमी को लगता है कि वो ही एकमात्र ऐसा प्राणी है जो कुछ नहीं कर पाता, वरना तो दुनिया उसके आगे ही है। और वह व्यक्ति हमेशा भाग्य को कोसता रहता है। पर भला कोसने से कभी कुछ होता है, जो होना होगा वह तो होकर ही रहेगा। जीवन में सोच ही व्यक्ति के प्रारब्ध का निर्माण करती है। पर कभी सोचता हूँ कि कोई ज्योतिष गुरू मेरी इस विचारधारा को सुनकर कहीं न कहीं मुझे धिक्कार ही देगा। वे हमेशा कहेंगे कि फलाने ग्रह और फलाने योग में यह सब होता है। शायद उनकी बातें सत्य भी होती हों। पर जीवन की निराशा में मौसम का भी बहुत हद तक हाथ होता है और अगर शरीर में निराशा प्रकार के रसायनों का बोलबाला हो तो जीवन चलना जटिल हो जाता है।

कल जब मोबाईल पर स्क्रीन गार्ड लगवाने के लिये एक दुकान के सामने कार रोकी, तो देखा दुकान पर कोई नहीं था, तभी देखा एक बंदा दुकान की ओर दौड़ता आ रहा है जिसके हाथ में मोबाईल है औऱ कान में कनकव्वा लगा हुआ है। दुकान में घुसते ही उसने हमारा स्वागत किया और हमने अपने आने का कारण बताया। बंदे ने सबसे पहले रेडी रेकनर टाइप का पेज निकाला और मोबाईल का मॉडल देखकर उसके स्क्रीन गार्ड का डब्बा निकाला। फिर एक drawer में देखने लगा, इससे यह तो पता चल गया कि इन भाईसाहब को कुछ पता नहीं है। 2 – 4 मिनिट नाटक करने के बाद बोला कि स्टाफ को पता होगा कि कहाँ रखा है, आप बाद में आइयेगा।

केवल इसी चक्कर में अपन पिछले 15 वर्षों से रेस्टोरेंट नहीं खोल पाये। काम अपन वही करना चाहते हैं जो खुद कर पायें, जिस काम में डिपेंडेंसी हो वह काम करना बहुत मुश्किल होता है। अगर स्टाफ गायब हो जाए तो अपनी दुकान बंद, तो ऐसी दुकान खोलने का कोई मतलब नहीं।

कई वर्षों बाद उज्जैन आया हूँ, तो बहुत से चेहरे जाने पहचाने हैं जिनके बाल काले थे, वे अब सफेद दिखने लगे हैं और चेहरे भी बदल गए हैं। मुझे देख कर पहचानने की कोशिश करते हैं और कभी कभार मैं भी पहचानने की कोशिश करता हूँ, पर अब ऐसी कोशिशें कामयाब नहीं हो पाती हैं, शायद उम्र का असर है। मैं अक्सर ही चीजें भूल जाता हूँ, फिर तो यह शक्ल है जिन्हें में 5 साल बाद देख रहा हूँ। हाँ इस बार बहुत दुख हुआ कई लोगों को मिल नहीं पाया, क्योंकि वे अब इस दुनिया में ही नहीं हैं।

करवा चौथ का उपवास

कल करवाचौथ का उपवास था, हमने भी घर के कामों में हाथ बँटाने के लिये ऑफिस से छुट्टी ले ली। सोचा कि घरवाली को थोड़ा आराम हो जायेगा, वैसे भी अब हम जमा दो लोग ही घर में हैं, इन्हें घर के काम में ज्यादा तकलीफ न हो, क्योंकि ऐसे ही उपवास और ऊपर से अगर रसोई में खाना बनाना भी पड़े तो वाकई भारी दिक्कत है। हमारे लिये उपवास करना बहुत बड़ी बाधा नहीं है, उपवास तो हम गाहे बगाहे करते ही रहते हैं। उपवास अधिकतर हमारे निर्जला ही होते हैं और अब बहुत समय हो चला, इसलिये हमें पता भी नहीं चलता। भारी दिक्कत है रसोई में काम करने की, अब हमारी लाईफस्टाईल के हिसाब से हमें रसोई में कम ही जाना पड़ता है। अगर खाना बनाना भी पड़ता है तो वह भी केवल शाम को, नहीं तो दिनभर ज्यूस, सलाद बस।

रसोई में हमने सहयोग किया कि सब्जी की ग्रेवी के लिये टमाटर पीस दिये, फिर चटनी के लिये समान की तैयारी कर ली और फिर पीस ली।आलू उबाल दिये। और आजकल आलू इतने मिट्टी वाले आ रहे हैं कि उबालने के पहले धोने में दम ही निकल जाता है। हम स्टील के झाबे से बहते पानी में आलुओं को रगड़ देते हैं, जिससे आलू की मिट्टी तो एकदम निकल ही जाती है, और आलू भी अपनी सफेदाई को देखकर इतराने लगता है। हमें भी लगता है कि चलो कम से कम अपने हाथों किसी का तो कायाकल्प हो गया, भले वह आलू ही क्यों न हो।

घरवाली ने करवा चौथ की अपनी पूजा शाम को कर ली, फिर पूरी उतारने के लिये सहयोग के लिये कहा, हमने कहा चलो पूरी उतरवा देते हैं, पर जब तक कढ़ाई का तेल गरम हुआ, तब तक तो हम कुल जमा दो लोगों के लिये गिनती की पूरियाँ बिल चुकी थीं, और हमें कहा गया अब रहने दो, अब तो हम खुद ही पूरी उतार लेंगे। खाना बन चुका था। पूरा घर महक रहा था। अब हम दोनों चुपचाप टीवी पर एक सिरीज लगाकर देख रहे थे। जब देखा कि 9 बज गये हैं, अब बाहर जाकर चंद्रमा देखा जाये, दो दिनों से 9 बजे चंद्रमा बड़ा इतराकर सामने दिख रहा था, हमने भी दो दिनों से चंद्र महाराज को कम्यूनिकेट किया था, देखना महाराज जिस दिन आपकी जरूरत होगी उसी दिन तुम नाटक करोगे और दिखने से परहेज करोगे। वही हुआ, 9 बजना था, और इंद्र महाराज अपने बादलों के रथ पर सवार होकर धड़ाधड़ बरसने लगे, हमने घरवाली से कहा कि अब तुम मान लो कि चंद्र महाराज तो उग ही चुके हैं, बस ये इंद्र महाराज अपने बादलों के साथ आकर परेशान कर रहे हैं।

जब किन्हीं दो लोगों का काम हो, और बीच में कोई आ जाये जिसका हमेशा ही अनुमान रहता है, तो गड़बड़ होना तय ही होता है। यह जीवन का नियम है और बस वैसे ही यह प्रकृति का भी नियम है। इंद्र महाराज तो अपनी टैरीटरी में जम लिये और यहाँ धरती पर हम लोग व आकाश में चंद्रमा के बीच अपने बादलों की दीवार खड़ी कर दिये। इसलिये इन परिस्थितियों में ट्रिगनोमेट्री के चूँकि इसलिये वाले नियम को याद रखते हुए मान लिया कि चंद्र दर्शन हो लिये हैं।

अपने आपस के ही कुछ फोटो लिये और फिर खाना खाने की तैयारी शुरू की, साथ में खाना खाया, थोड़ी देर जगे, और फिर निंद्रालीन होने अपनी शयनगाह में चल दिये।

जीवन की भागदौड़

सुबह अलसाई थी, आँख खुलने के पहले ही अहसास था और बारिश की आवाज आ रही थी। बारिश की आवाज से ओर आलस आ गया, फ्रेश होने के बाद घूमने जाना मुश्किल था। पर पेट कभी मन की नहीं सुनता, न खाली होने पर और न ही खाली होने के लिये, दोनों ही स्थिति में पेट को प्रायोरिटी चाहिए। पेट ही हमारे जीवन का केंद्रबिंदु है। पेट कम हो तो कम क्यों है, ज्यादा हो तो कम कैसे करें। सारी बीमारियों की जड़ भी पेट ही है, खाना खाता मुँह है, पर सजा पेट को भुगतना पड़ती है। बेचारा पेट सुबह कराह रहा होता है, पर मुँह है कि मानता ही नहीं।

मानसिक तंद्रा भंग होने के बाद, जब ध्यान में बैठे, तो आजकल ज्यादा देर बैठते भी नहीं बन रहा। मन और विचार कम से कम 2 या 3 गुना तेजी से चल रहे हैं जैसे प्लेयर पर बटन होता है ff1, ff2, या 1.5x, 2x etc बस मन और दिमाग भागे ही जा रहा है, जो रफ्तार जीवन ने पकड़ी है, उस रफ्तार पर ध्यान नहीं होता। ध्यान करने के लिये सहज होना होता है, और सहज स्थिति प्राप्त तभी होगी जब हम प्राकृति के तय समयानुसार अपने जीवनचक्र पर चलें।

एक साथ कई काम करना भी एक मजबूरी ही है, दिमाग अभी 3 अलग अलग तरह से बंटकर काम कर रहा था, तभी फोन बजा और एक चौथा स्थान उसने बना लिया। सभी को अपने कार्य प्रायोरिटी पर चाहिये। ऐसे ही कल जब प्रेशर में कुछ डॉक्यूमेंट रिव्यू के लिये आये तो तुनककर इतने अच्छे से रिव्यू किये कि अब वापिस रिव्यू के लिये शायद ही मुझे डॉक्यूमेंट भेजेंगे। काम तो सभी को परफेक्ट चाहिये, पर दूसरे से, अगर कोई दूसरा उसमें ढ़ेर गलती निकाल दे तो मुँह छोटा कर लेते हैं।

खैर जब एक कड़वी कॉफी पी, तभी जाकर थोड़ा दिमाग रिसेट हुआ है, अब लंच के बाद आज की आगे की लड़ाई, वो अलग बात है कि हम लंच नहीं करते।

जब रावण ने अपने परिवार को श्रीराम पर विश्वास करने को कहा

रामायण में एक प्रसंग आता है कि जब लक्ष्मण के द्वारा मेघनाथ का वध हो जाता है, को मेघनाथ की दक्षिण भुजा सती सुलोचना के समीप गिर जाती है और पतिव्रता का आदेश पाकर वह भुजा सारा वृतांत लिख कर बता देती है।

तब सुलोचना निश्चय करती है कि मुझे भी अब सती हो जाना चाहिए। किंतु पति का शव दो रामदल में पड़ा हुआ था फिर भी कैसे सती होती? तब उसने अपने श्वसुर रावण से कहा कि आप मेरे पति का शव मांग लो।

तब रावण ने उत्तर दिया देवी सुलोचना जिस समाज में बाल ब्रह्मचारी श्री हनुमान परम जितेंद्रिय श्री लक्ष्मण तथा एक पत्नीव्रती भगवान श्री राम वर्तमान हैं, उस समाज में तुम्हें जाने से डरना नहीं चाहिए। मुझे विश्वास है की इन महापुरुषों के द्वारा तुम निराश भी नहीं लौटाई जाओगी।

जब रावण सुलोचना से यह बातें कर रहा था उस समय उसके कुछ मंत्री भी उसके पास बैठे हुए थे। उन्होंने कहा जिनकी पत्नी को आप ने बंदी बनाकर अशोक वाटिका में रखा हुआ है, उसके पास आपकी बहू का जाना कहां तक उचित है, यदि वह गई तो क्या सुरक्षित वापस लौट सकेगी?

रावण ने अपने मंत्रियों को कहा लगता है तुम सब की बुद्धि नष्ट हो गई है, अरे यह तो रावण का काम है जो दूसरे की स्त्री को अपने घर में बंदी बनाकर रख सकता है राम का नहीं।

धन्य है श्री राम का चरित्र बल जिसका विश्वास शत्रु भी करता है और प्रशंसा करते थक गए नहीं हमें राम के इस उदात्त चरित्र से अवश्य प्रेरणा लेनी चाहिए।

जब की रावण ने श्रीराम की नकल

रामायण से ही एक और प्रसंग है-

श्रीराम की नकल करने वालों की बुद्धि भी पवित्र हो जाती है। रावण के दल में लगभग संपूर्ण योद्धाओं का विनाश हो जाने पर, रावण ने कुम्भकर्ण को जगाया। जागने के बाद –

कुंभकरन बूझा कहु भाई। काहे तव मुख रहे सुखाई।।

तब

कथा कही सब तेहिं अभिमानी। जेहि प्रकार सीता हरि आनी।।
तात कपिन्ह सब निसिचर मारे। महा महा जोधा संघारे।।

रावण की बातों को सुनकर कुम्भकर्ण दो क्षण के लिये किंकर्तव्यविमूढ़ सा हो गया। फिर सोचकर बोला –

हे राक्षसराज! सीता का अपहरण करके तुमने बहुत बुरा काम किया है, किंतु यह तो बताओ कि सीता तुम्हारे वश में हुई भी या नहीं?

रावण ने कहा – मैंने सारे उपाय करके देख लिये, किंतु सीता को वश में न कर सका।

कुम्भकर्ण ने पूछा – क्या तुम राम बनकर भी कभी उनके सम्मुख नहीं गये?

रावण ने कहा –

रामः किं नु भवानभून्न तच्छृणु सखे तालीदलश्यामलम् ।
रामाङ्गं भजतो ममापि कलुषो भावो न संजायते॥

अर्थात जब मैं श्रीराम का रूप बनाने के लिये राघवेंद्र के अंगों का ध्यान करने लगा, तब एक एक करके मेरे ह्रदय के सारे कलुष समाप्त होने लगे। फिर तो सीता को वश में करने का प्रश्न ही समाप्त हो गया।

जो जरा जरा सी बात को लेकर परिवार में वैषम्य-भाव पैदा करके घर को नरक बना डालते हैं, उनको भगवान श्रीराम के पवित्र जीवन चरित्र से अवश्य ही प्रेरणा ग्रहण करनी चाहिये। ॐ शान्ति:

पुराना मोबाईल कैसे बेचें, अब एक्सचेंज बंद है।

इस बार के अमेजन प्राइम डे में बेटेलाल के लिए नया फोन तो ले लिया। पुराने फोन के साथ एक्सचेंज ऑफर उपलब्ध तो थे, परंतु जब पेमेंट पेज पर आते थे तो लिखा हुआ आता था कि यह फोन बिना एक्सचेंज के आपके पिनकोड पर उपलब्ध है, मतलब कि बेंगलुरु में एक्सचेंज उपलब्ध नहीं था।

फिर हमने अमेजन कस्टमर केयर पर बात करी, पर समस्या का हल नहीं निकला, उन्होंने कहा कि यह कूरियर की प्रॉब्लम है। कूरियर वाले एक्सचेंज को सपोर्ट नहीं कर रहे है। हमने कई और पिन कोड पर एक्सचेंज के साथ डिलीवरी करने का ट्राई किया, तो लगभग सब जगह वही मैसेज हमें दिखाई दिया।

फोन लेना जरूरी था तो हमने ले लिया। फिर उसके बाद हम यह सोचने लगे अब इस पुराने फोन को कैसे ठिकाने लगाया जाए, क्योंकि कुछ ही दिनों में वह बेकार हो जाता फोन 6 वर्ष पुराना हो चुका था और बॉडी तथा स्क्रीन में थोड़ा डैमेज भी था।

इंटरनेट पर घूमते हुए हमें रिसाइकल डिवाइस कंपनी का पता चला और हमने ऑनलाइन पुराने फोन के डिटेल डाल दिये, जिसमें कि हमारे पुराने फोन की कीमत लगभग ₹3100 दिखा रहा था और अमेजॉन वाउचर लेने पर 10% एक्स्ट्रा दे रहा था तो लगभग हमें ₹3400 का एस्टीमेट मिला।

आज रीसाइकिल डिवाइस (recycledevice) से उनका बंदा आया और फोन चेक करने के बाद हमें बताया की बॉडी ज्यादा ही डैमेज है, इसके लिए हम टोटल ₹3000 दे पाएंगे हमने तत्काल ही हाँ कर दी और उन्होंने हमारा आधार कार्ड लिया और आधार कार्ड का ओटीपी भेजकर आधार कार्ड से वेरीफाई किया। हमने पूछा ऐसा क्यों कर रहे हो तब वे बोले रेगुलेटरी अथॉरिटी का नया फरमान है कि एक्सचेंज के समय ओरिजिनल मोबाइल का डब्बा, चार्जर मोबाइल के साथ लेना जरूरी है। यह कदम इसलिए है इससे चोरी का मोबाइल एक्सचेंज में नहीं जा सकेगा साथ ही सेकंड हैंड मार्केट में चोरी का मोबाइल कोई खरीद नहीं पाएगा।

तब हमें ध्यान आया कि फ्लिपकार्ट ने अब ओरिजिनल मोबाइल के डब्बे के साथ चार्जर भी लेना शुरू कर दिया है इसके बिना वह एक्सचेंज नहीं लेते।

हमने उनसे पूछा आप इस मोबाइल का आखिर करोगे क्या? तो वह बोले इसके अंदर के पार्ट्स जो सही सलामत हैं उसकी वैल्यू बहुत ज्यादा है, इसलिए हमें इसमें भी बहुत फायदा है।

Iron Condor

Iron Condor कैसे बनायें

Long Strangle – Short Strangle का opposite होता है, Short Strangle में हम OTM Call & Put बेचते हैं, और Long Strangle में हम OTM Call & Put खरीदते हैं।

अगर Short Strangle करते हैं तो हमारा मार्जिन लगभग 1 लाख रूपये का होता है, वहीं अगर हम साथ में Long Strangle भी बना लेते हैं तो हमारी Risk कम होने के कारण हमारी margin requirement भी कम हो जाती है। जो कि 50% तक कम हो सकती है।

इसे Ircon Condor कहते हैं, Short Strangle के Strike से 100-200 ऊपर Strike की Long Strangle लेने से हमारी Risk भी मैनेज आ जाती है, इससे हमारा जो unlimited risk होता है, वह limited risk में convert हो जाता है।

अभी जैसे निफ़्टी 17100 के आसपास है तो हम एक Iron Condor बनाते हैं –

इससे हमारी margin requirement 1 Lac से कम होकर केवल 43,000 हो गई। और आप इसका ये payoff chart देख सकते हैं –

तो हमारा Max Loss 8,680 और Max Profit 1,320 हो सकता है। अगर 5 May Weekly Expiry Nifty 16500-17500 के बीच होती है, तो हमें 1,320 का profit होगा।

और अगर profit ratio देखा जाये तो हमारी कैपिटल जो कि लगभग 43,000 लगी है, उसका 3% return होता है, और 3% profit मात्र 3-4 दिन में बहुत ही बढ़िया रिटर्न होता है।

अब मान लेते हैं कि Nifty में बड़ा Gap up या Gap down होता है तो उस केस में हमें लॉस होगा। मतलब कि अगर weekly expiry Breakeven जो कि 16473-17526 के बीच नहीं होता है तो हमें loss होगा। Breakeven में हमें न loss होगा न profit, हाँ हमारा loss केवल brokerage और Tax का होगा।

यहाँ पर Short Strangle से ज्यादा profit भी है और आपका loss भी Limited ही है, और margin कम होने से आप 1 की जगह 3 लॉट से काम कर सकते हैं, साथ ही अगर बाजार में बड़ा move आता है तो आपका max loss लगभग 25,000 होगा जो कि आपकी capital का लगभग 17% होता है, जिसकी संभावना बहुत ही कम है।

Short Strangle

Short Strangle in Nifty 

क्या होता है Short Strangle in Nifty –

जैसा कि आपको पता होगा कि पहले अगर आप ऑप्श्न सैल करते थे तो आपका कैपिटल रिक्वायरमेंट कम से कम 20-25 लाख रूपयों का होता था, पर सेबी ने नियमों में बदलाव किया और अब अगर आपके पास कम से कम 50 हजार से 10 लाख की कैपिटल है तब भी आप ऑप्शन सैलिंग कर सकते हैं।

अगर आपके पास ज्यादा कैपिटल होगी तो आप अपने ऑप्श्न ट्रेड में ज्यादा एडजस्टमेंट कर सकते हैं, और अगर कम कैपिटल है तो आपको Risk & Reward Ratio पर खेलना होगा। ऐसी कोई भी स्ट्रेटेजी नहीं है जो कि हर समय आपको Profit दे भले Market Condition कैसी भी हो। हर Market Condition में अलग Strategy होती है। और यह हर किसी के साथ होता है।

अगर आपको शेयर बाजार में सफल होना है तो आपको ऑप्शन सैलिंग के साथ एडजस्टमेंट सीखना ही होगा।

यहाँ हम यह समझ रहे हैं कि आप अगर यह लेख पढ़ रहे हैं तो आपको ऑप्शन की Basic जानकारी है, कि अगर आप ऑप्शन बेच रहे हैं तो आपको मार्जिन मनी देनी होती है और अगर खरीद रहे हैं तो प्रीमियम देना होता है। Nifty is having weekly Expiry.

Short Strangle – Selling far OTM CE & far OTM PE

If Nifty is around 17200 जब आप Open Interest देखेंगे तो आपको Support & Resistance समझ में आयेगा।

यहाँ हम Support & Resistance के Call & Put sell कर देंगे।

Sell Nifty 16800 PE (Support) @ 12
Sell Nifty 17500 CE (Resistance) @ 12

Margin money will be required for these option selling is around 1 Lac, और अगर Expiry is after 2 days तो यहाँ पूरे चांस हैं कि ये प्रीमियम 0 हो जायेगा और 1 लाख के मार्जिन पर लगभग 1200 रूपयों का रिटर्न मिलेगा, जो कि 2 दिन में 1.2% होता है, और इससे अच्छा तो कोई बिजनेस हो ही नहीं सकता।

Short Strangle बनाने के बहुत से तरीके होते हैं, जैसे कि India Vix, Support & Resistance, Open Interest.

इसका PayOff chart आप अपने ट्रेडिंग एप्प के आईडी से सेंसिबुल पर लॉगिन करके देख सकते हैं – 

यहाँ पर अगर बाजार 16800 के नीचे जायेगा और 17500 के ऊपर जायेगा तो हमें अनलिमिटेड लॉस होगा। मार्जिन कितना लगेगा, उसके लिये आप जीरोधा के बॉस्केट ऑर्डर में जाकर देख सकते हैं। 

Here Breakeven is 16800-24 = 17756 to 17500+24 = 17524.

Required Margin – Amount must be in your Account.
Final Margin – Final Blocked money in your Account.

तो अगर निफ्टी 16800 और 17500 के बीच रहता है तो हमें 1200 रूपयों का लाभ होगा। 

जब आप PE & CE दोनों बेचते हैं तो आपको Margin benefit मिलता है। ये जो हम बेच रहे हैं यह Necked है, जिसमें अनलिमिटेड Loss हो सकता है पर Profit लिमिटेड होता है।