आजकल मुंबई की लोकल के धक्के खा रहे हैं, व वेस्टर्न लाइन में भगवान क्या क्या नहीं देखना पड्ता शायद लोगों को घर पर समय नहीं मिलता या फिर घर नहीं मिलता ये सब करने के लिये जो सार्वजनिक करते हैं, चुम्मा चुम्मी तो आम है कोई देखता ही नहीं है ओर हमारे शहर में हो तो क्या हल्ला मचे ! जूहू बीच जाइये समुन्दर का नजारा तो अहा ! व पीछे बीच का नजारा आह! आह! अहा! क्या करुँ शब्द नहीं मिल रहे हैं| देखिये भैया यहाँ क्या क्या होता है नहीं हम देखते हैं ओर आप सबको बतायेंगे |
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बोल वचन,
जिंदगी में यदि दुस्साहस और रोमांच नहीं, तो समझो कुछ भी नहीं ।
बोल वचन
लक्ष्यहीन ताकत अपने बोझ से ही ढह जाती है ।
भाषा को एक दायरे में बांधने का मतलब…….
भाषा को एक दायरे में बांधने का मतलब खुद की दुनिया को समेट लेना है ।
क्या है प्रेम की वाइल्ड वाणी
पुरुष किसी महिला से साथ तभी तक खुश रह सकता है, जब तक वह उसके प्रेम में न पडे़।
रोमांस का आरंभ कभी भी, कभी भी,भावुकता से नहीं होना चाहिए । आरंभ में समझदार होना चाहिए, अंत में भावुक।
औरतों को हमारी कमजोरियों से प्यार होता है। उनकी निगाह में हमारी हर कमजोरी माफ़ है, यहाँ तक कि अक्ल भी।
औरत दूसरा विवाह करती है कि उसे पहले पति से नफ़रत थी, मर्द इसलिए कि वह पहली पत्नी का दीवाना था। शादी में औरत अपनी तकदीर आजमाती है, मर्द दांव पर लगाते हैं। हर मर्द औरत का पहला प्यार होना चाहता है, औरत मर्द का आखिरी ।
आभार : अहा! जिंदगी
आज का बोल वचन
सत्य जितना शक्तिशाली होता है, उतना खतरनाक भी ।
बोल वचन
प्रतिशोध के मुकाबले खुशामद हमेशा महंगी पड़ती है ।
बात पते की दैनिक भास्कर से ……………
जब मामला दौलत से जुडा़ हो तो सही सलाह यही है कि किसी पर भरोसा मत करिये ।