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सावधि (टर्म) जीवन बीमा योजनाओं के बारे में : कुछ तथ्य जिनके बारे में कम लोग जानते हैं.. (Something about Term Insurance…)

    मैंने अपनी पहली की पोस्टों में टर्म इंश्योरेन्स के बारे में बताया है, और उसमें सावधि जीवन बीमा योजना लेने की ही सलाह दी है ।

   उसी को जारे रखते हुए, इस पोस्ट में कुछ और चीजों को बता रहा हूँ जिसके बारे में निवेशकों और बीमाधारकों को कम जानकारी है, जिससे आप अपने जीवन में बीमा कौन सा लेना चाहिये और वह कितना महत्वपूर्ण है, इसका निर्णय अच्छे से ले पायेंगे।

सावधि (टर्म) जीवन बीमा योजनाओं के बारे में : कुछ तथ्य जिनके बारे में कम लोग जानते हैं

१. सावधि (टर्म) जीवन बीमा योजनाओं को जीवन बीमित करने का सबसे अच्छा साधन क्यों माना जाता है ?

    सावधि बीमा योजना को आपके परिवार की सुरक्षा के लिये बनाया गया है। यह जीवन बीमा का सबसे अच्छा तरीका है, क्योंकि इस जीवन बीमा का केवल और केवल एक ही उद्देश्य है आपके परिवार की वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करना, अगर दुर्भाग्य से कुछ हो जाता है तो। मौत के साथ ही परिवार का एक कमाने वाला सदस्य चला जाता है, जो कि घर चलाने के लिये आय करता था, अब घर चलाने के लिये आय तो नहीं आने वाली है, इस योजना से प्राप्त धन से आपका परिवार आपकी अनुपस्थिती में सम्मान के साथ अपना जीवन उसी रहन सहन के स्तर पर व्यतीत कर सकता है।

    जैसा कि मैं पहले भी बता चुका हूँ, कि टर्म बीमा योजनाओं से उच्च बीमा कवरेज ले सकते हैं वो भी बहुत ही कम कीमतों पर। यह एक बहुत ही आश्चर्यजनक तथ्य है, परंतु इस पर कोई ध्यान नहीं देता है।

२. शुद्ध जोखिम बीमा योजनाओं को टर्म बीमा क्यों कहा जाता है ?

    बहुत ही दिलचस्प सवाल है, इस तरह की योजनाओं को सावधि बीमा योजना कहा जाता है क्योंकि ये एक “निश्चित / निर्धारित अवधि” के लिये होता है। परंतु यह योजनाएँ पूरी जिंदगी के लिये क्यों नहीं होती हैं ? क्योंकि बीमा का उद्देश्य है कि बीमाधारक की मृत्यु की स्थिति में परिवार को सुरक्षा देना। लेकिन जैसा कि आप सब जानते हैं कि इस दुनिया में दो ही चीजें निश्चित हैं, “मृत्यु और टैक्स”। तो सावधि जीवन बीमा शुद्ध जीवन बीमा है जो कि पूरी जिंदगी के लिये उपलब्ध है। जब तक कि आपको इसकी जरुरत है। एक निश्चित समय के बाद तो आपके पास इतना धन हो ही जाता है कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में भी आपका परिवार अपना जीवन व्यतीत कर सकता है।

३. बीमा कंपनियों के एजेंट सावधि बीमा योजनाओं को बेचने में संकोच क्यों करते हैं ?

    एक और अच्छा सवाल, नहीं! जीवन बीमा कंपनियाँ दूसरे व्यापारों की तरह तेजी से पैसा बनाना चाहती हैं। उनका स्वार्थ (जो कि पैसा बनाना है) ग्राहकों के हित के पहले आता है। अब जैसे कि यूलिप योजनाएँ जो कि एक ऐसा उत्पाद है जिसमें निवेश ज्यादा और जोखिम कम कवर किया जाता है, जिससे बीमा कंपनियों को ज्यादा मुनाफ़ा होता है, सावधि (टर्म) बीमा के बनिस्बत, ये उत्पाद (यूलिप) सामने दिखाते हैं कि निवेश से पैसा भी बनाओ और बीमित भी हो जाओ, और जोर शोर से विज्ञापनबाजी करते हैं। दूसरी ओर, सावधि बीमा योजना को निवेशक से छिपाकर रखते हैं, कि कहीं निवेशक की नजर इन शुद्ध बीमा योजनाओं पर न पड़ जाये, जिसमें आम आदमी का हित भी है।

    इसी प्रकार, बीमा एजेंट का आदर्श होता है पैसा बनाना (ग्राहक जाये भाड़ में, उसे क्या फ़र्क पड़ता है)। उसे तो ज्यादा कमीशन मिलता है ऐसे उत्पादों से जो कि निवेश ज्यादा बीमा कम (यूलिप) प्रकृति के होते हैं, जबकि सावधि बीमा योजना में उसे बहुत कम कमीशन मिलता है।

४.  लेकिन क्या वाकई लोग समझदार नहीं हैं, जानते नहीं हैं, कि उनके लिये कौन सी बीमा योजना सबसे उपयुक्त है ?

    असल में, यह युग है हाई फ़ाई विज्ञापनबाजी का, जीवन बीमा कंपनियाँ अपने उच्च बिक्री विज्ञापनों में दिखाकर लोगों को आसानी से विचलित कर देती हैं, और अपने नरक तुल्य उत्पादों को आसानी से बेच लेते हैं।

    इसके अलावा, ज्यादातर लोगों को यही लगता है कि जीवन बीमा उत्पाद केवल कर बचत और निवेश के लिये होते हैं, जो कि बीमा कंपनियों का काम बहुत ही आसान कर देता है। मुझे समझ में नहीं आता कि सरकार लोगों को जीवन बीमा में पैसे निवेश करने की छूट आयकर में देकर प्रोत्साहित क्यों करती है, इसकी संभावित वजह केवल एक ही हो सकती है, भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के हितों की रक्षा, जो कि भारत सरकार का बनाया गया संस्थान है।

    एक और कारण यह भी है कि हम भारतियों की गहरी धारणा है कि हमें परिपक्वता पर कुछ न कुछ वापस प्राप्त होना चाहिये। और इससे ऊपर, कोई भी आसामयिक मौत के बारे में सोचना ही नहीं चाहता है, और उसके लिये कोई योजना भी नहीं बनाना चाहता है। साधारणतया बोलकर निकल जाते हैं “मौत आये मेरे दुश्मनों को” ।

    यद्यपि जीवन बीमा वास्तव में “मृत्युपर्यन्त लाभ” के लिये होता है परंतु लोग इसे खरीदते हैं “जीवनपर्यन्त लाभ” के लिये।

    मैंने यह पोस्ट जीवन बीमा उद्योग द्वारा अपने वित्तीय स्वास्थ्य को बेहतर करने के प्रयासों के विरुद्ध लिखी है, ये कंपनियाँ बिल्कुल उसी तरह से लोगों को नुक्सान पहुँचा रही हैं जैसे कि पैकेजिंग फ़ूड उद्योग हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को पहुँचा रहे हैं।

    मुझे उम्मीद है कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आप में से कुछ लोग बुद्धिमानी से शुद्ध जीवन बीमा खरीदेंगे, निवेश वाले उत्पाद नहीं। पोस्ट पढ़ने के बाद शायद लोगों को जीवन बीमा का उद्देश्य समझ में आ जायेगा और शुद्ध जीवन बीमा खरीदेंगे।

    आगे आने वाली पोस्टों में आप और सावधि बीमा योजनाओं के बारे में और जानेंगे। तब भी अगर आप सावधि जीवन बीमा योजना के महत्व को नहीं समझ रहे हैं और इसे अपनी व्यक्तिगत वित्तीय योजना के भाग के रुप में शामिल नहीं कर रहे हैं, और अगर करने वाले हैं तब भी टिप्पणी कर बतायें।

भाग ९ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 9) आयकर में ३५,००० रुपये तक की छूट धारा 80 D के तहत…

आयकर में छूट –

    आप शायद जानते होंगे कि स्वास्थ्य बीमा की जो प्रीमियम अदा की जाती है उस पर आयकर अधिनियम १९६१ के अंतर्गत आयकर की धारा ८० डी में छूट मिलती है। २००८ के बजट आने के पहले ८० डी के अंतर्गत १५,००० रुपये की छूट खुद के लिये मिलती थी। इसमें व्यक्तिगत, जीवनसाथी, आश्रित बच्चे और अभिभावक अगर बीमाधारक की शादी न हुई हो शामिल थे। जिसके तहत आप स्वास्थ्य बीमा की छूट ८० डी में ले सकते हैं।

    आयकर बचत के लिये २००८ का बजट बहुत ही विशिष्टता लेकर आया,  जिससे आप अपने परिवार को और अपने अभिभावकों    को अच्छी सुरक्षा प्रदान कर सकें। इसमें १५,००० रुपये की स्वास्थ्य बीमा की छूट आप अपने परिवार याने कि अपनी पत्नी बच्चों के लिये ले सकते हैं, और २०,००० रुपये तक की छूट आप अपने माता पिता के लिये भी ले सकते हैं, ८० डी के तहत मतलब कि पूरी ३५,००० रुपये की छूट आप ले सकते हैं। जो कि एक लाख रुपये जो कि आप ८० सी के तहत आयकर के लिये बचा रहे हैं, उसके अतिरिक्त है।

तो ऐसा नहीं है कि आप अपने परिवार और माता पिता के लिये पर्याप्त स्वास्थ्य लाभ के लिये खर्च कर रहे हैं, अपितु आप जो भी प्रीमियम भुगतान कर रहे हैं उस पर अपना आयकर भी बचा रहे हैं।

पहले की कड़ियाँ –

भाग १ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 1)
भाग २ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 2)
भाग ३ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 3)
भाग ४ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 4) स्वास्थय बीमा योजना चुनने के लिये कुछ सुझाव
भाग ५ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 5) स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम राशि को कम कैसे करें….
भाग ६ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 6) बाजार में उपलब्ध स्वास्थ्य बीमा उत्पाद
भाग ७ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part ७) किन सुविधाओं पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये..

भाग ८ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 8) स्वास्थ्य बीमा दावा दायर करने की प्रक्रिया ..

स्वास्थ्य बीमा दावा दायर करने की प्रक्रिया –

    स्वास्थ्य बीमा कौन सा लेना चाहिये और कितना प्रीमियम भरना चाहिये यह सब एक अलग बात है और स्वास्थ्य बीमा के दावे की प्रक्रिया बिल्कुल अलग। बीमा सुविधाओं का दावा करते समय आपको दावा दायर करने का फ़ार्म भरते समय होशियारी और सावधानी दिखानी होती है। स्वास्थ्य बीमा का दावा करते समय आपको निम्न चीजें तैयार रखनी होती हैं।

  • दावा फ़ॉर्म सही तरीके से भरा गया हो और दावेदार द्वारा हस्ताक्षर किया गया हो।
  • अस्पताल से छुट्टी प्रमाणपत्र (Discharge Certificate from Hospital)
  • सभी दस्तावेज जब से आपने डॉक्टरी परामर्श चालू किया था जब बीमारी उजागर हुई थी, जैसे – डॉक्टर परामर्श पत्र/ हिस्ट्री (Doctro consultation reports/history)
  • बिल, रसीदें, कैश मेमो जो कि अस्पताल द्वारा दिया गया हो डॉक्टर के परामर्श पत्र के साथ।
  • रसीद एवं नैदानिक परीक्षण रिपोर्ट जो चिकित्सक  आपको देख रहा था उसका समर्थन पत्र जो कि हमेशा हिस्ट्री या परामर्श पत्र पर उपलब्ध होता है। जिसे बीमारी को सिद्ध किया जा सके।
  • कौन से चिकित्सक ने आपरेशन किया उसका प्रमाणपत्र कि किस बीमारी के लिये आपका आपरेशन किया गया है। बिल, रसीदें, जिन परमार्शदाताओं / विशेषज्ञों / एनीस्थीशिया विशेषज्ञो ने देखा उनकी बिल और रसीदें और बीमारी (रोग,मर्ज) का प्रमाणपत्र।
  • प्रमाणपत्र उस चिकित्सक / सर्जन से जो कि आपकी देखभाल कर रहा है कि मरीज बिल्कुल ठीक हो चुका है।
  • पुरानी पॉलिसीयों की जानकारी अगर यही TPA पहले से नहीं है या उसके पास पहले की पॉलिसियों की जानकारी नहीं है, दुर्घटनाओं के मामले को छोड़कर।

पहले की कड़ियाँ –

भाग १ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 1)
भाग २ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 2)
भाग ३ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 3)
भाग ४ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 4) स्वास्थय बीमा योजना चुनने के लिये कुछ सुझाव
भाग ५ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 5) स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम राशि को कम कैसे करें….
भाग ६ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 6) बाजार में उपलब्ध स्वास्थ्य बीमा उत्पाद
भाग ७ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part ७) किन सुविधाओं पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये..

भाग ५ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 5) स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम राशि को कम कैसे करें….

स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम राशि को कम कैसे करें –

    कोई भी कीमत से ज्यादा भुगतान देना पसंद नहीं करता है। सबसे उपयुक्त और उचित दामों पर स्वास्थ्य बीमा कुछ पहलुओं पर आधारित होते हैं। यह आपकी पसंद पर भी निर्भर करता है कि आप कौन सी योजना लेते हैं, और पॉलिसी खरीददार का स्वास्थ्य कैसा है। लेकिन कुछ निम्न बातों से आप अपनी स्वास्थ्य बीमा की राशि को काफ़ी हद तक कम कर सकते हैं।
  • धूम्रपान करने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य हमेशा खतरे में रहता है और धूम्रपान करने वाले व्यक्ति को गैर धूम्रपान करने वाले व्यक्ति से ज्यादा प्रीमियम राशि का भुगतान करना पड़ता है। तो प्रीमियम राशि कम अदा करने के लिये आपको धूम्रपान छोड़ देना चाहिये।
  • उच्च रक्ताचाप होना स्वास्थ्य के लिये अच्छे संकेत नहीं हैं, और इसे नियंत्रण में रखना समझदारी है। उच्च रक्ताचाप को नियंत्रण में रखने से भी आपको कम प्रीमियम राशि का भुगतान करना पड़ता है।
  • अगर आपका स्वास्थ्य अच्छा है तो अपने आप ही आपकी प्रीमियम राशि कम हो जाती है, उन लोगों से जिन लोगों का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता है। क्योंकि इससे बीमा कंपनी को आप पर ज्यादा जोखिम नहीं लगता है।
  • अगर आप अपने पॉलिसी पर कोई दावा नहीं करते हैं, तो आपको दावा न करने का लाभ मिलता है, दावामुक्त अवधि नवीनीकरण के समय आपको प्रीमियम राशि कम करने में मदद करता है।
  • विभिन्न बीमा कंपनियों के प्रीमियम राशि और सुविधाओं की तुलना करने पर भी आप प्रीमियम राशि में बचत कर सकते हैं। बस जरुरत इस बात की है कि जब आप स्वास्थ्य बीमा खरीदने जा रहे हों तो आपको गहरा अनुसंधान करना होता है। और आपको ऑनलाईन सस्ता स्वास्थ्य बीमा भी मिल सकता है।
  • ऑनलाईन बीमा एग्रीगेटर से भी आप स्वास्थ्य बीमा की  प्रीमियम राशि की तुलना कर सकते हैं। और आप पता भी कर सकते हैं कि विभिन्न पॉलिसियों पर क्या क्या छूट मिल रही है।
  • स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जरुर तय कर लें कि मिलने वाली सुविधा जो कि बीमा कंपनी आपके द्वारा प्रीमियम राशि के भुगतान के बाद देने वाली है, उसका कवरेज आपकी सारी आवश्यकताओं को पूर्ण करता है।
  • केवल स्वास्थ्य बीमा लेना है यह सोचकर कोई सी भी पॉलिसी लेने पर हो सकता है कि उसमें सारी सुविधाएँ उपलब्ध न हों, और हो सकता है कि जितनी सुविधाएँ कंपनी दे रही हो उससे ज्यादा राशि प्रिमियम की ले रही हों, आपको बहुत सावधानी से अपना निर्णय लेना चाहिये। जो कि बहुत महत्वपूर्ण है|

पहले की कड़ियाँ –

भाग १ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 1)
भाग २ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 2)
भाग ३ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 3)

भाग ४ – स्वास्थ्य बीमा के बारे में आवश्यक बातें जो सभी को पता होना चाहिये। (What You Should know about Mediclaim Part 4) स्वास्थय बीमा योजना चुनने के लिये कुछ सुझाव